
दुनिया के दूसरे सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अडानी ने सीमेंट कारोबार में दो बड़ी डील की है. अडानी ग्रुप ने अंबुजा सीमेंट्स (Ambuja Cement) और एसीसी (ACC) लिमिटेड के अधिग्रहण को पूरा कर लिया है. इसके साथ ही अडानी समूह देश का दूसरा सबसे बड़ा सीमेंट उत्पादक बन गया है. पहले नंबर आदित्य बिड़ला (Aditya Birla) ग्रुप के अल्ट्राटेक सीमेंट (UltraTech Cement) है.
दरअसल, सीमेंट कारोबार को गौतम अडानी के बड़े बेटे करण अडानी संभालने वाले हैं. सूत्रों ने पुष्टि की है कि करण अडानी को अंबुजा सीमेंट के गैर-कार्यकारी निदेशक (Non-Executive Director) के पद पर नियुक्त किया गया है. इसके अलावा उन्हें ACC के नॉन एग्जीक्यूटिव चेयरमैन भी नियुक्त किया गया है. बता दें, करण अडानी फिलहाल अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (APSEZ) के CEO हैं.
करण अडानी को बड़ी जिम्मेदारी
मालूम हो कि अडानी ग्रुप ने पिछले दिनों इन दो दिग्गज सीमेंट कंपनी का अधिग्रहण करीबन 10.5 अरब डालर में किया था. अब खबर है कि इस कारोबार को गौतम अडानी ने अपने 35 साल के बड़े बेटे करण अडानी को संभालने के लिए सौंपा है. करण अडानी के लिए सीमेंट का कारोबार संभालना एक बड़ी जिम्मेदारी है. हालांकि पिछले डेढ़ दशक से वे बंदरगाह कारोबार को बखूबी संभाल रहे हैं.
इस सौदे के पूरा होने के बाद अडानी की अंबुजा सीमेंट्स में 63.15 फीसदी और एसीसी में 56.69 फीसदी हिस्सेदारी (अंबुजा सीमेंट्स के जरिये 50.05 फीसदी हिस्सेदारी) होगी. अब अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी का संयुक्त बाजार पूंजीकरण 19 अरब डॉलर हो गया है.
डेढ़ दशक से बंदरगाह कारोबार हाथ में
वहीं करण अडानी करीब 15,934 करोड़ रुपये के पोर्ट बिजनेस को जिम्मेदारी के साथ संभाल रहे हैं. करण जनवरी 2016 में अडानी पोर्ट के CEO नियुक्त किए गए हैं, और उन्होंने इस कारोबार को तेजी से विस्तार दिया है.
रिपोर्ट की मानें तो करण अडानी की अगुवाई में अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी दोनों को अडानी इन्फ्रास्ट्रक्चर प्लेटफॉर्म के साथ तालमेल से विशेष लाभ होने वाला है. खासकर कच्चे माल, अक्षय ऊर्जा और लॉजिस्टिक के क्षेत्र में अडानी ग्रुप को महारथ हासिल है, क्योंकि अडानी ग्रुप की कंपनियों के पास इन कामों को लेकर व्यापक अनुभव है.
ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के अनुसार, अपने बेटे को लाने के अलावा, भारतीय अरबपति सीमेंट कारोबार को बढ़ाने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को भी शामिल करने की योजना बना रहे हैं.