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इस कंपनी ने कर्मचारियों को दी'वफादारी की कीमत',  गिफ्ट की BMW Car

सॉफ्टवेयर सेक्टर से जुड़ी एक कंपनी ने अपने पांच कर्मचारियों को बीएमडब्ल्यू कार गिफ्ट की है. ये कर्मचारी कंपनी की शुरुआत से इसके साथ बने हुए हैं. कंपनी ने इसी Loyalty के लिए कर्मचारियों को ये तोहफा दिया है.

Kissflow Inc ने अपने पांच कर्मचारियों को BMW Car गिफ्ट में दी Kissflow Inc ने अपने पांच कर्मचारियों को BMW Car गिफ्ट में दी
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 09 अप्रैल 2022,
  • अपडेटेड 7:08 PM IST
  • कंपनी ने कर्मचारियों को एक करोड़ की कार गिफ्ट में दी
  • ये एग्जीक्यूटिव्स शुरुआत से रहे हैं सीईओ के साथ

कॉरपोरेट वर्ल्ड में वफादारी (Loyalty) बिरले देखने को मिलती है. लेकिन वफादारी दिखाने वालों को कई बार इस चीज का वाजिब इनाम मिलता है. ऐसा ही कुछ उदाहरण आईटी कंपनी Kissflow Inc ने सेट किया है. कंपनी ने अपने पांच कर्मचारियों को महंगी बीएमडब्ल्यू कार (BMW Car) गिफ्ट में दी है. Kissflow ने कंपनी में ग्रोथ में लगातार सपोर्ट करने और कोविड-19 की मुश्किल परिस्थितियों में भी कंपनी का साथ देने के लिए ये इनाम अपने पांच स्टाफ को दिया है. 

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एक करोड़ की कार गिफ्ट में दी

ग्लोबल सॉफ्टवेयर-ऐज-अ-सर्विस कंपनी Kissflow Inc ने शुक्रवार को अपने सीनियर मैनेजमेंट के पांच एग्जीक्यूटिव को एक-एक करोड़ रुपये मूल्य की BMW Car की चाबी सौंपी. Kissflow ने Loyalty और कंपनी के प्रति कमिटमेंट के रिवॉर्ड के रूप में ये कार अपने एग्जीक्यूटिव्स को दी है.

कंपनी ने दिया सरप्राइज गिफ्ट

कंपनी ने कार हैंडओवर करने की सेरेमनी की भनक अंतिम वक्त तक इन पांच एग्जीक्यूटिव्स को नहीं लगने दी थी. इन पांचों कर्मचारियों को इवेंट से कुछ घंटे पहले ही यह जानकारी मिली कि वे इस लग्जरी ब्रांड के मालिक बनने वाले हैं. 

कंपनी की शुरुआत से हैं सीईओ के साथ

Kissflow Inc के सीईओ सुरेश सम्बंदम (Suresh Sambandam) ने कहा कि ये पांच कर्मचारी कंपनी की शुरुआत के समय से उनके साथ हैं. उन्होंने कहा कि कंपनी की ग्रोथ की पूरी यात्रा में ये पांचों एग्जीक्यूटिव्स उनके साथ रहे. 

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सम्बंदम ने कहा कि गिफ्ट में कार पाने वाले कई लोग काफी Humble Background से हैं और कंपनी ज्वाइन करने से पहले उन्हें कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ा था. 

मुश्किल समय में दिया कंपनी का साथ

सम्बंदम ने बताया कि इस ग्रोथ जर्नी में कंपनी को कई बार अलग-अलग तरीके की चुनौतियों का सामना करना पड़ा. उन्होंने बताया कि कोविड-19 के समय कुछ निवेशकों ने कंपनी के अस्तित्व पर सवाल उठाया था. इस वक्त भी इन कर्मचारियों ने कंपनी का साथ दिया. उन्होंने कहा, "वह मुश्किल वक्त था. महामारी के दौरान इंवेस्टर्स भी इस बात को लेकर आश्वस्त नहीं थे कि कंपनी टिकी रह पाएगी और फ्यूचर बनाएगी. आज हम इस बात को लेकर खुश हैं कि हमने निवेशकों का पूरा पैसा चुका दिया है और यह अब पूरी तरह से निजी स्वामित्व वाली कंपनी बन गई है."

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