
केपीआईटी टेक्नोलॉजीज (KPIT Technologies) के शेयरों में सोमवार को बड़ी गिरावट देखने को मिली. ये शेयर कारोबार के दौरान 10 फीसदी से अधिक टूटा और इसके पीछे की वजह विदेशी ब्रोकरेज जेपी मॉर्गन की स्टॉक पर दी गई रेटिंग है. जेपी मॉर्गन ने केपीआईटी टेक्नोलॉजीज के स्टॉक को 'अंडरवेट' रेटिंग दी है.
ब्रोकरेज फर्म ने कहा है कि अगले 12 महीने में ये स्टॉक 43.78 फीसदी तक टूट सकता है. जेपी मॉर्गन ने केपीआईटी टेक्नोलॉजीज के शेयरों के लिए नया टार्गेट प्राइस 540 रुपये तय किया है. सोमवार को ये स्टॉक 12.01 फीसदी की गिरावट के साथ 814.00 रुपये पर क्लोज हुआ. ब्रोकिंग फर्म जेपी मॉर्गन द्वारा अंडरवेट रेटिंग के बाद KPIT Tech के शेयर 17.8 फीसदी तक टूट गए थे.
20 फीसदी तक घट सकती है ग्रोथ
जेपी मॉर्गन ने कहा कि मौजूदा वित्त वर्ष में KPIT के ग्रोथ में गिरावट आ सकती है. इससे उनकी इनकम 20 फीसदी तक घट सकती है. इसके पीछे का कारण टाटा टेक्नोलॉजी के आईपीओ को बताया जा रहा है. विदेशी ब्रोकरेज ने कहा कि केपीआईटी टेक को अगर आने वाले वर्षों में 20 फीसदी से ऊपर के ग्रोथ को हासिल करना है, तो उसे बड़े ऑर्डर हासिल करने होंगे. हालांकि, हालात में ऐसा करना काफी मुश्किल होगा.
क्यों आएगी इस स्टॉक में गिरावट?
रिपोर्ट में कहा गया है कि टाटा टेक्नोलॉजी की कुल कमाई का 88 फीसदी हिस्सा ऑटो सेक्टर से आता है. KPIT टेक की आमदानी का भी मुख्य सोर्स ऑटो सेक्टर ही है. ऐसे में कॉम्पिटिशन बढ़ने से KPIT के इनकम पर दबाव बढ़ेगा. जेपी मॉर्गन ने कहा कि ER&D सर्विसेज में फिलहाल तेजी देखने को मिल रही है. ये तेजी इलेक्ट्रिक ऑटोनोमस और कनेक्टेड व्हकील्स में हो रहे बदलाव के कारण है. फरवरी के एक नोट में ब्रोकरेज फिलिपकैपिटल ने केपीआईटी टेक के शेयरों के लिए 680 रुपये का टार्गेट प्राइस तय किया था.
कैसा रहा है प्रदर्शन?
कमाई के मोर्चे पर KPIT Tech ने दिसंबर तिमाही (Q3 FY23) में 104 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट दर्ज किया था. जबकि एक साल पहले इसी अवधि के दौरान ये आंकड़ा 70.3 करोड़ रुपये रहा था. वित्तीय वर्ष 23 की तीसरी तिमाही में ऑपरेशन से कंपनी का राजस्व 917.11 करोड़ रुपये रहा, जो वित्त वर्ष 22 की तीसरी तिमाही में 622.36 करोड़ रुपये रहा था. कुल मिलाकर कंपनी का प्रदर्शन दिसंबर की तिमाही में ठीक रहा है. लेकिन अब सामने आने वाली चुनौतियों को देखते हुए संभवत: जेपी मॉर्गन ने इस स्टॉक के लिए नया टार्गेट प्राइस सेट किया है.
क्या करती है कंपनी?
कंपनी ऑटोमोटिव कंपनियों को एम्बेडेड सॉफ्टवेयर और प्रोडक्ट इंजीनियरिंग सर्विसेज प्रदान करती है. इसके इंजीनियरिंग सेंटर यूरोप, अमेरिका, जापान, चीन, थाईलैंड और भारत में हैं. अगर इस शेयर के पिछले कुछ महीने के आंकड़ों को देखें, तो पांच दिनों में ये सात फीसदी से अधिक टूटा है. महीने भर में इसमें 2.54 फीसदी की गिरावट आई है. हालांकि, पिछले छह महीने में ये स्टॉक 24.28 फीसदी उछला है. वही, पिछले एक साल में KPIT Tech के शेयरों में 30 फीसदी से अधिक की तेजी दर्ज की गई है.