
सरकारी बीमा कंपनी एलआईसी के आईपीओ (LIC IPO) को बाजार में बढ़िया रिस्पॉन्स मिल रहा है. अभी भले ही यह आईपीओ रिटेल इन्वस्टर्स (Retail Investors) के लिए नहीं खुला है, लेकिन एंकर इन्वेस्टर्स (Anchor Investors) के लिए यह सोमवार (02 मई) से ही ओपन हो चुका है. एंकर इन्वेस्टर्स ने एलआईसी के बहुप्रतीक्षित आईपीओ को हाथों-हाथ लिया भी है. इस आईपीओ में एंकर इन्वेस्टर्स के लिए जो पोर्शन रखा गया है, वह पहले ही दिन पूरी तरह से सब्सक्राइब हो गया. इस तरह एलआईसी आईपीओ को अन्य इन्वेस्टर्स के लिए ओपन होने से पहले ही करीब 5,620 करोड़ रुपये मिल गए.
एंकर इन्वेस्टर्स ने खरीदे इतने शेयर
पीटीआई की एक रिपोर्ट में एलआईसी के एक अधिकारी के हवाले से कहा गया है, 'आईपीओ एंकर इन्वेस्टर्स के लिए सोमवार को खुला और इसे शानदार रिस्पॉन्स मिला. एंकर इन्वेस्टर्स के लिए 5,620 करोड़ रुपये की अधिकतम लिमिट तय की गई थी, जो पूरी तरह से भर चुका है. एंकर इन्वेस्टर्स ने इश्यू प्राइस की अपर लिमिट यानी 949 रुपये प्रति शेयर की दर से एलआईसी के 5,92,96,853 इक्विटी शेयर खरीदे.
इन एंकर इन्वेस्टर्स ने खरीदे शेयर
एलआईसी के एंकर इन्वेस्टर्स में आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल (ICICI Prudential), एसबीआई इक्विटी हाइब्रिड फंड (SBI Equity Hybrid Fund), एसबीआई ब्लू चिप फंड (SBI Blue chip fund), एचडीएफसी हाइब्रिड इक्विटी फंड (HDFC Hybrid equity fund), आदित्य बिड़ला सन लाइफ (Aditya Birla Sun Life), एक्सिस म्यूचुअल फंड (Axis Mutual Fund), एचसीएल कॉरपोरेशन (HCL Corporation), एसबीआई फ्लेक्सी कैप फंड (SBI Flexi cap fund), निप्पॉन लाइफ (Nippon Life), कोटक महिंद्रा लाइफ इंश्योरेंस (Kotak Mahindra Life Insurance), फ्रैंकलिन इंडिया फ्लेक्सी फंड (Franklin India Flexi cap) जैसे नाम शामिल रहे.
इस फंड हाउस ने लगाए सबसे ज्यादा पैसे
एंकर इन्वेस्टर्स को हुए आवंटन के अनुसार, एसबीआई म्यूचुअल फंड ने 1000 करोड़ रुपये से ज्यादा के शेयरों को सब्सक्राइब किया. इसी तरह आईसीआईसीआई प्रूडेंशियल ने 700 करोड़ रुपये से ज्यादा और एचडीएफसी म्यूचुअल फंड ने 650 करोड़ रुपये से ज्यादा के शेयरों को सब्सक्राइब किया. विदेशी फंड हाउसेज को देखें तो सिंगापुर के सॉवरेन वेल्थ फंड जीआईसी ने 400 करोड़ रुपये से ज्यादा के शेयरों को सब्स्क्राइब किया. इसी तरह बीएनपी इन्वेस्टमेंट ने करीब 450 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे.