
LIC IPO: भारतीय जीवन बीमा निगम (LIC) के आरंभिक सार्वजनिक निर्गम (IPO) में विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) को 20 फीसदी हिस्सेदारी दी जा सकती है. मोदी सरकार इस पर विचार कर रही है.
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने एक वरिष्ठ सरकारी सूत्र के हवाले से यह खबर दी है. गौरतलब है कि एलआईसी का आईपीओ लाने के लिए जोर-शोर से तैयारी चल रही है. इस वित्त वर्ष के अंत यानी जनवरी से मार्च 2022 के बीच एलआईसी का आईपीओ आ सकता है.
सबसे बड़ा आईपीओ हो सकता है
यह भारत का अब तक का सबसे बड़ा आईपीओ हो सकता है और इससे एलआईसी कम से कम 90,000 करोड़ रुपये जुटा सकती है. अब सरकारी सूत्रों का कहना है कि इस आईपीओ में ऑफर होने वाले शेयर का कम से कम 20 फीसदी हिस्सा विदेशी संस्थागत निवेशकों (FII) को दिया जा सकता है.
सरकार एलआईसी की ज्यादा से ज्यादा 10 फीसदी हिस्सेदारी बेचने के लिए आईपीओ लाने की तैयारी कर रही है. अभी इसमें सरकार की 100 फीसदी हिस्सेदारी है.
लिस्टिंग का विरोध
उधर एलआईसी से जुड़े कर्मचारी यूनियन ने इस आईपीओ का विरोध किया है. ऑल इंडिया एलआईसी एम्प्लॉईज फेडरेशन (AILICEF) के महासचिव राजेश कुमार ने कहा कि आईपीओ के बाद एलआईसी का फोकस लोगों के निवेश पर ज्यादा से ज्यादा मुनाफा देने पर हो सकता है, बजाय अपने पूर्व निर्धारित लक्ष्य के.
कुमार ने कहा कि एलआईसी का गठन ग्रामीण, सामाजिक और आर्थिक रूप से पिछड़े लोगों को बीमा सुविधाएं प्रदान करने के लिए हुआ था. इस ट्रेड यूनियन ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सांसदों का लेटर लिखकर एलआईसी की लिस्टिंग का विरोध किया है.