
देश की सबसे बड़ी बीमा कंपनी जीवन बीमा निगम (LIC) ने शेयर बाजार में लिस्टिंग के बाद पहली बार अपनी तिमाही नतीजे जारी किए हैं. मार्च तिमाही में कंपनी को मुनाफे (Profit) के मोर्चे पर झटका लगा है. वित्त वर्ष 2021-22 की चौथी तिमाही में LIC का शुद्ध मुनाफा (Net Profit) 18% घटकर 2372 करोड़ रुपये रहा.
आय में इजाफा
जबकि Life Insurance Corporation of India (LIC) को समान तिमाही में पिछले साल कुल 2,893 करोड़ रुपये का शुद्ध मुनाफा हुआ था. वहीं कंपनी को FY22 की चौथी तिमाही में नेट प्रीमियम आय (Net Premium Income) बढ़कर 1.44 लाख करोड़ रुपये हो गई है, जो कि समान तिमाही में पिछले साल 1.22 लाख करोड़ रुपये थी.
इसके साथ ही LIC ने शेयरधारकों को 1.50 रुपये प्रति शेयर डिविडेंड (LIC Dividend) देने का ऐलान किया है. उम्मीद की जा रही थी कि कंपनी बहुत बेहतरीन डिविडेंड देकर निवेशकों को खुश कर सकती है. क्योंकि कंपनी ने पिछले साल भी कोई डिविडेंड नहीं दिया था. लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
बता दें, LIC के IPO ने निवेशकों को निराश किया है. LIC के शेयर अपने IPO के इश्यू प्राइस से 14% टूट चुका है. कंपनी के शेयरों की लिस्टिंग 17 मई को हुई थी. इसके शेयरों की लिस्टिंग (LIC Share Listing) डिस्काउंट पर हुई थी. उसके बाद अब तक एलआईसी के लिए शेयर मार्केट का सफर ठीक नहीं रहा है.
IPO ने निवेशकों को दिया झटका
एलआईसी आईपीओ के लिए 902-949 रुपये का प्राइस बैंड तय किया गया था. कंपनी का शेयर बाजार में करीब 9 फीसदी के डिस्काउंट के साथ लिस्ट हुआ था. एलआईसी के आईपीओ का साइज (LIC IPO Size) 20,557 करोड़ रुपये था और इसे 2.95 गुना सब्सक्राइब किया गया था. लिस्टिंग के बाद से इसके भाव में लगातार गिरावट आई है.
अभी इतने नुकसान में LIC के इन्वेस्टर्स
सोमवार को बीएसई (BSE) पर एलआईसी के शेयर 1.89 फीसदी की बढ़त के साथ 837 रुपये पर बंद हुआ था. अभी कंपनी का एमकैप (LIC MCap) 5.29 लाख करोड़ रुपये है. आईपीओ के जरिये बड़े पैमाने में LIC पॉलिसीहोल्डर्स ने कंपनी में निवेश किया है, जो अभी नुकसान में चल रहे हैं.