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क्या महाराष्ट्र को मिलने वाला है बड़ा FDI निवेश?... सबसे बड़े डेटा सेंटर का मिला प्रस्ताव

महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री उदय सामंत (Uday Samant) ने हाल ही में घोषणा की थी कि कैसे महाराष्ट्र, भारत का सबसे बड़ा डेटा सेंटर हब बनकर उभर रहा है.उन्होंने कहा है कि इसका श्रेय हमारी आईटी (सूचना और प्रौद्योगिकी) नीतियों को जाता है.

नवी मुंबई में सबसे बड़ा डेटा सेंटर स्थापित करने का प्रस्ताव नवी मुंबई में सबसे बड़ा डेटा सेंटर स्थापित करने का प्रस्ताव
दीपेश त्रिपाठी
  • नई दिल्ली,
  • 18 जनवरी 2024,
  • अपडेटेड 9:22 AM IST

विपक्ष की कड़ी आलोचना के बीच कि वर्तमान महाराष्ट्र सरकार (Maharashtra Govt) अपने ज्यादातर बिजनेस प्रोजेक्ट्स और इन्वेस्टमेंट्स को गुजरात में खो रही है, अब महायुति (सीएम शिंदे शिवसेना, भाजपा और अजीत पवार एनसीपी गुट) सरकार के लिए बड़ी राहत भरी खबर आई है. सरकार के टॉप सोर्सेज ने बताया है कि नवी मुंबई (Navi Mumbai) में एक बड़ा एफडीआई निवेश (FDI Investment) आने वाला है, क्योंकि एक मल्टीनेशनल कंपनी ने एमआईडीसी (MIDC) में सबसे बड़ा डेटा सेंटर स्थापित करने का प्रस्ताव दिया है.

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प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को मिलेगा बढ़ावा
एफडीआई इन्वेस्टमेंट से महाराष्ट्र में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को काफी बढ़ावा मिल सकता है. सूत्रों ने कहा कि ना केवल एफडीआई, बल्कि इससे राज्य के खजाने में बड़ा रेवेन्यू आएगा और महाराष्ट्र में बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर भी पैदा होंगे. बीते सप्ताह ही, भारत के सबसे लंबे समुद्री पुल, बहुचर्चित अटल सेतु (Atal Setu) ब्रिज का उद्घाटन किया गया था, जिससे मुंबई और नवी मुंबई के बीच यात्रा का समय 2 घंटे से घटकर 20 मिनट हो गया और इस तरह दोनों शहरों में व्यापार और उद्योगों को बढ़ावा मिला.

एफडीआई निवेश लाने पर दिया जा रहा जोर 
ऐसा कहा जा रहा है कि भारत को 5 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था (India 5 Trillion Dollar Economy) बनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के सपने से संकेत लेते हुए, महाराष्ट्र सरकार राज्य में इस एफडीआई इन्वेस्टमेंट को लाने के लिए अतिरिक्त प्रयास कर रही है. महाराष्ट्र के उद्योग मंत्री उदय सामंत (Uday Samant) ने हाल ही में घोषणा की थी कि कैसे महाराष्ट्र, भारत का सबसे बड़ा डेटा सेंटर हब बनकर उभर रहा है.

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IT नीतियों को आगे बढ़ाया गया
उदय सामंत ने कहा था कि इसका श्रेय हमारी आईटी (सूचना और प्रौद्योगिकी) नीतियों को जाता है. यह तत्कालीन मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस थे, जिन्होंने अनुकूल आईटी नीतियां पेश की थीं. हालांकि यह 2019 (एमवीए शासन) में समाप्त हो गई. सीएम एकनाथ शिंदे (Eknath Shinde) और फड़नवीस ने मिलकर उस आईटी नीति को पुनर्जीवित किया. उन्होंने आगे कहा था कि हमने इसमें डेटा सेंटर भी शामिल किए और अब महाराष्ट्र भारत के सबसे बड़े डेटा सेंटर हब के रूप में सबसे आगे है. 

नवी मुंबई-रायगढ़ में 65% डेटा सेंटर कैपेसिटी
अटल सेतु ब्रिज के उद्घाटन के बाद, देवेंद्र फड़नवीस ने घोषणा की थी कि देश की 65 फीसदी डेटा सेंटर क्षमता नवी मुंबई और रायगढ़ क्षेत्र में तैयार की गई है. उन्होंने कहा, 'अब, नवी मुंबई और रायगढ़ क्षेत्र भारत का अगला बड़ा आर्थिक केंद्र बन जाएगा. यह क्षेत्र अब आईटी और एआई क्रांति का गवाह बनेगा.' गौरतलब है कि यह प्रमुख एफडीआई निवेश, अज्ञात बहुराष्ट्रीय कंपनी से राज्य में आता है, तो ना केवल एकनाथ शिंदे सरकार की छवि को बढ़ावा मिलेगा, तो वहीं यह आलोचकों को चुप कराने वाला भी साबित होगा.

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