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अंबानी-अडानी को मिलेगी टक्‍कर? एनर्जी सेक्‍टर में अब इस कंपनी की एंट्री, 1200 करोड़ का होगा निवेश

महिंद्रा ग्रुप (Mahindra Group) रिन्‍यूएबल एनर्जी सेक्‍टर में साल 2030 तक 150 मेगावाट की हाइब्रिड आरई परियोजना डेवलप करेगा. कंपनी ने आगे कहा कि वह 'प्लैनेट पॉजिटिव' व्यवसायों के संचालन के लिए प्रतिबद्ध है.

महिंद्रा ग्रुप करेगा एनर्जी में बड़ा निवेश महिंद्रा ग्रुप करेगा एनर्जी में बड़ा निवेश
aajtak.in
  • नई दिल्‍ली ,
  • 15 अप्रैल 2024,
  • अपडेटेड 9:34 PM IST

मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) की कंपनी रिलायंस इंडस्‍ट्रीज (Reliance Industries) और गौतम अडानी (Gautam Adani) ग्रुप ने पहले ही रिन्‍यूएबल एनर्जी सेक्‍टर में बड़ा निवेश का ऐलान करने की बात कह चुके हैं. साल 2030 तक ये दोनों ग्रुप इस सेक्‍टर में हजारों करोड़ रुपये निवेश करेंगे. इस बीच, भारत की एक और बड़ा ग्रुप रिन्‍यूएबल एनर्जी सेक्‍टर में निवेश करने जा रहा है. Mahindra Group ने कहा है कि वह 1,200 करोड़ रुपये का निवेश करेगा. 

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महिंद्रा ग्रुप (Mahindra Group) रिन्‍यूएबल एनर्जी सेक्‍टर में साल 2030 तक 150 मेगावाट की हाइब्रिड आरई परियोजना डेवलप करेगा. कंपनी ने आगे कहा कि वह 'प्लैनेट पॉजिटिव' व्यवसायों के संचालन के लिए प्रतिबद्ध है और अलग-अलग व्यवसायों में 2030 तक 100 प्रतिशत नवीकरणीय ऊर्जा को अपनाने वाली पहली कंपनियों में से एक थी. 

महिंद्रा ग्रुप की कंपनी पूरा करेगी ये प्रोजेक्‍ट 
हाइब्रिड परियोजना महिंद्रा सस्टेन डेवलप किया जाएगा. यह महिंद्रा ग्रुप का हिस्‍सा है और नवीकरणीय स्वतंत्र बिजली उत्पादक (आईपीपी) क्षेत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी है. इस परियोजना में ग्‍लोबल निवेशक ओंटारियो टीचर्स पेंशन प्लान बोर्ड एक रणनीतिक भागीदार के रूप में होगा. सोमवार को इस ऐलान के बाद महिंद्रा एंड महिंद्रा लिमिटेड (M&M) के शेयर 0.90 प्रतिशत की गिरावट के साथ 2,051.50 रुपये पर कारोबार कर रहे थे. काउंटर पर टर्नओवर 7.17 करोड़ रुपये था, जिसका एम-कैप 2,55,085.07 करोड़ रुपये था. 

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प्रोजेक्‍ट में क्‍या-क्‍या होगा डेवलप 
कंपनी द्वारा एक्सचेंज फाइलिंग में बताया गया कि स्थापना में 101 मेगावाट पवन क्षमता और 52 मेगावाट सौर क्षमता शामिल होगी. इससे 460 मिलियन kWh ऊर्जा पैदा होने की उम्मीद है, जिससे कंपनी को 420,000 टन CO2 उत्सर्जन में कमी आने की उम्मीद है. अगले दो साल के अंदर ये प्रोजेक्‍ट चालू कर दिया जाएगा. महिंद्रा ग्रुप के सीईओ और एमडी डॉ. अनीश शाह ने कहा कि जलवायु परिवर्तन से निपटने के लिए ऊर्जा परिवर्तन एक प्रमुख वैश्विक और राष्ट्रीय प्राथमिकता है. यह परियोजना अपने ग्रीन पोर्टफोलियो के निर्माण और विस्तार में महिंद्रा समूह के निरंतर निवेश में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है. 

41.20 मेगावाट के लिए हुआ डील 
महिंद्रा के ऑटो और फार्म सेक्टर ने इस परियोजना के तहत 41.20 मेगावाट पवन और 25.90 मेगावाट सौर क्षमता के लिए कंट्रैक्‍ट डील किया है. इस परियोजना से सालाना 197 मिलियन kWh ऊर्जा पैदा होने और CO2 उत्सर्जन में 184,000 टन की कमी आने का अनुमान है. इस पहल से वित्त वर्ष 2023 में एमएंडएम की रिन्‍यूएबल एनर्जी (आरई) हिस्सेदारी 34 प्रतिशत से बढ़कर वित्त वर्ष 26 में 60 प्रतिशत होने का अनुमान है. 

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