
देश में रईसों की पहचान सिर्फ उनकी दौलत को लेकर नहीं, बल्कि उनके रहन-सहन से लेकर उनके आलीशान घर से भी होती है. अब एशिया के सबसे अमीर इंसान मुकेश अंबानी का ही उदाहरण ले लीजिए, उनका एंटीलिया (Mukesh Ambani Antilia) हमेशा चर्चा में रहता है. लेकिन यहां हम एक ऐसे शख्स की बात कर रहे हैं, जिसे राजा-महाराजाबनने और नाम कमाने का शौक ऐसा चढ़ा की अपने गांव में ही चार-पांच मंजिला नहीं, बल्कि पूरी 14 फ्लोर की बिल्डिंग खड़ी कर दी. हालांकि, स्थानीय लोगों की शिकायत के बाद इस बिल्डिंग का काम रोक दिया गया.
पेशे से डॉक्टर, राजशाही शौक
ये मामला उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर का है, जहां के एक डॉक्टर ने अपना अलग नाम और पहचान कायम करने के लिए बिल्डिंग बनवाने का अजीब शौक पाला. उसने अपने गांव के पुस्तैनी घर पर 1200 स्क्वायर फीट में 14 मंजिला इमारत खड़ी कर दी. डॉक्टर का ये शौक अब उसके आस-पास रहने वाले निवासियों के लिए किसी मुसीबत से कम नहीं है. इस बिल्डिंग का काम आज से करीब दो दशक पहले शुरू किया गया था और साल-दर-साल इसकी ऊंचाई में इजाफा होता चला गया.
लोगों ने पुलिस थाने में दर्ज कराई है शिकायत
मिर्जापुर की चुनार तहसील में अदलहाट के श्रुतिहार गांव के रहने वाले सियाराम सिंह पटेल पेशे से डॉक्टर हैं, लेकिन उन्हें अपने प्रोफेशन की दम पर नहीं बल्कि अन्य तरीकों से चर्चित होने का नशा चढ़ा है. जिसका उदाहरण ये 14 मंजिला अंडर कंस्ट्रक्शन इमारत है. स्थानीय लोगों की मानें तो सियाराम को शानो-शौकत और नाम कमाने का बड़ा शौक है.उसने सपना पाल रखा है कि हर कोई इलाके में उसे जाने, इसके लिए उसने गांव में आसमान छूती इमारत खड़ी कर दी. हालांकि, लोगों ने लोगो ने इसके विरोध में अदलहाट थाने में शिकायत दर्ज करवाई, तब इस पर ब्रेक लगा.
लोगों को सता रहा इसके गिरने का डर
भले ही पुलिस के हस्तक्षेप के बाद इस बिल्डिंग का निर्माण कार्य रुक गया हो, लेकिन ये ऊंची इमारत जर्जर हालत में आज भी खड़ी है, जिससे लोगों में दहशत बरकरार है. स्थानीय निवासी रामेश्वर गोंड का कहना है कि सियाराम सिंह पटेल की बिल्डिंग पूरी तरह से बंद है. यह जर्जर हो चुकी है और इसकी ऊंचाई से डर लगता है. कभी भी इसके गिरने के कारण बड़ा हादसा हो सकता है. लोग प्रशासन से इस बिल्डिंग को गिराने की मांग भी कर रहे हैं.
इस वजह से भी रुका है निर्माण कार्य
स्थानीय लोगों की मानें तो यह बिल्डिंग लगभग 28 साल पहले बनना शुरू हुई थी और इससे डरने की एक बड़ी वजह ये भी है कि इसे 14 मंजिला तक बना दिया गया और वो भी ये बिना किसी पिलर के बनी हुई है. रामेश्वर गोंड की मानें तो ये निर्माण कार्य स्थानीय लोगों की शिकायत के अलावा एक और वजह से रुका है. उन्होंने बताया कि सियाराम सिंह पटेल की तीसरी पत्नी के बच्चे गुजारा भत्ता के लिए कोर्ट गए थे, इसके बाद से ही बिल्डिंग पूरी तरह से बंद है.
चार शादियां और छह बच्चे
फिलहाल, मिर्जापुर के इस गांव के अंबानी बनने को उत्सुक सियाराम सिंह पटेल 10 साल पहले ही गांव से छोड़ कर सोनभद्र में बस गए हैं. लेकिन फिर भी अपने इस शौक का दीदार करने के लिए वे अक्सर गांव में आते-जाते रहते हैं. खास बात ये है कि रईसी और राजशाही शौक रखने वाले इस डॉक्टर को बिल्डिंग ही नहीं बल्कि शादियों का भी शौक है. उसने अपनी इसी बिल्डिंग में रहने के लिए एक-एक कर 4 शादियां भी की हैं, जिनसे उसे छह बच्चे हैं.