
मोदी सरकार ने टाटा कम्युनिकेशंस की अपनी 26.12 फीसदी हिस्सेदारी बेची है. इस बिक्री से सरकार को कुल 8,846 करोड़ रुपये मिले हैं.
निवेश एवं लोक संपत्ति प्रबंधन विभाग (DIPAM) के सचिव तुहिन कांत पांडे ने बताया कि सरकार ने दो हिस्सों में टाटा कम्युनिकेशंस (Tata Communications-TCL) में अपनी हिस्सेदारी बेची है. इस बिक्री से सरकार को 8,846 करोड़ रुपये मिले हैं.
इससे सरकार को इस वित्त वर्ष में विनिवेश लक्ष्य पूरा करने में मदद मिलेगी. सरकार ने कोरोना संकट को देखते हुए इस वित्त वर्ष के लिए विनिवेश के लक्ष्य को संशोधित कर महज 32,000 करोड़ रुपये कर दिया है, जो कि पहले 1.75 लाख करोड़ रुपये था.
DIPAM सचिव ने बताया
DIPAM के सचिव तुहिन कांत पांडे ने ट्वीट कर बताया, 'टीसीएल में सरकार की 16.12 फीसदी हिस्सेदारी का विनिवेश ओएफएस के द्वारा कर 5,457 करोड़ रुपये जुटाए गए. इसी तरह 10 फीसदी हिस्सेदारी एक रणनीति साझेदार को 3,389 करोड़ रुपये में बेची गई. इस तरह सरकार को TCL में हिस्सेदारी बेचने से कुल 8,846 करोड़ रुपये हासिल हुए.'
गौरतलब है कि इस बिक्री से पहले टाटा कम्युनिकेशंस में सरकार की हिस्सेदारी 26.12 फीसदी, पैंटोन फिनवेस्ट की हिस्सेदारी 34.80 फीसदी और टाटा सन्स की हिस्सेदारी 14.07 फीसदी थी. बाकी बची 25.01 फीसदी हिस्सेदारी शेयर मार्केट के माध्यम से आम जनता के पास थी.
इस तरह हुई बिक्री
अब सरकार ने अपनी पूरी 26.12 फीसदी हिस्सेदारी बेच दी है. इसमें से 16.12 फीसदी हिस्सेदारी शेयर मार्केट में ओपन फॉर सेल के द्वारा 1,161 रुपये प्रति शेयर के भाव से निवेशकों को बेची गई है. इसका 25 फीसदी हिस्सा म्यूचुअल फंडों और बीमा कंपनियों के लिए आरक्षित रखा गया था.
बाकी 10 फीसदी हिस्सा सरकार ने टाटा सन्स की सब्सिडियरी पैंटोन फिनवेस्ट को बेचा है. पैंटोन के पास पहले से ही कंपनी में 34.80 फीसदी हिस्सेदारी थी जो अब बढ़कर 44.80 फीसदी हो गई. इस तरह से कंपनी में अब टाटा समूह की कुल हिस्सेदारी करीब 59 फीसदी हो गई है.