
वर्ल्ड बैंक ने कारोबार सुगमता के बारे में जारी होने वाली 'डूइंग बिजनेस रिपोर्ट’ के प्रकाशन को रोक दिया है. यह फैसला पिछली कुछ रिपोर्ट के डेटा में हुई कई अनियमितताओं के बाद लिया गया है. इस पर भारत में विपक्ष को मोदी सरकार को घेरने का मौका मिल गया है.
क्या कहा वर्ल्ड बैंक ने
वर्ल्ड बैंक ने एक बयान में कहा, ‘क्रमश: अक्टूबर 2017 और 2019 में प्रकाशित डूइंग बिजनेस रिपोर्ट 2018 और डूइंग बिजनेस रिपोर्ट 2019 के डेटा में बदलाव के संबंध में कई अनियमितताएं सामने आई हैं. ये बदलाव डूइंग बिजनेस के तरीके के साथ साम्य नहीं थे.’
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क्या कहा जयराम रमेश ने
इस पर कांग्रेस नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने मोदी सरकार पर तीखी टिप्पणी की है. जयराम रमेश ने ट्वीट कर कहा, 'वर्ल्ड बैंक की सूची में सुधार पर श्री मोदी खूब ढिंढोरा पीट रहे थे. अब बैंक ने डेटा और मेथडोलॉजी में अनियमितता की वजह से इसके आगे प्रकाशन पर रोक लगा दी है. यह सरकार अपनी काफी उर्जा बोगस रैंकिंग के पीछे भागने में जाया करती है, जबकि हमारे MSME की हालत लगातार खराब है.'
भारत ने लगाई थी छलांग
भारत कारोबार सुगमता रिपोर्ट 2020 में 14 स्थानों की छलांग लगाकर 63वें पायदान पर पहुंच गया है. भारत ने पिछले पांच वर्ष (2014- 2019) में 79 स्थानों की छलांग लगाई है.
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दूसरी तरफ, वर्ल्ड बैंक ने अपने बयान में कहा है कि इन बदलावों से जो देश सर्वाधिक प्रभावित हुए थे, उनके प्राधिकरणों ने विश्व बैंक के कार्यकारी निदेशकों के बोर्ड को इससे अवगत कराया. चूंकि हम अभी अपना आकलन करेंगे, इसलिये हमने डूइंग बिजनेस रिपोर्ट के प्रकाशन को रोकने का फैसला किया है.'