
अडानी ग्रुप (Adani Group) की कंपिनयों के गिरते शेयरों के बीच शुक्रवार को फिच के बाद ग्लोबल एजेंसी मूडीज (Moody's) ने भी अपनी रिपोर्ट जारी की है. मूडीज ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद वह अडानी ग्रुप के फाइनेंसियल फ्लेक्सिबलटी का मूल्यांकन कर रहा है. मूडीज की इकाई ICRA ने कहा कि वह अडानी समूह पर हाल के घटनाक्रमों के प्रभाव पर नजर बनाए हुए और इसका वैल्यूएशन कर रही है.
मूडीज के अनुसार, अडानी ग्रुप के पास 2025 तक कर्ज चुकाने का मौका होगा. इन घटनाओं से अगले 1-2 वर्षों में प्रतिबद्ध कैपेक्स या कर्ज चुकाने के लिए पूंजी जुटाने की समूह की क्षमता कम हो सकती है.
फिच ने अपनी रिपोर्ट में कही ये बात
इससे पहले फिच ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप का क्रेडिट प्रोफाइल तत्काल रूप से प्रभावित नहीं हुआ है. मूडीज ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि वर्तमान हालात में अडानी के लिए फंड जुटाना मुश्किल होगा. अडानी की वित्तीय स्थिति का आंकलन किया जाएगा.
मार्केट कैप में गिरावट
गौरतलब है कि जिस दिन से अडानी ग्रुप को लेकर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सामने आई है, उसी दिन से अडानी ग्रुप के शेयरों में तेज गिरावट देखी जा रही है. अडानी ग्रुप की कंपनियों का मार्केट कैप घटने से गौतम अडानी की नेटवर्थ में भी भारी गिरावट आई है. जिससे अडानी टॉप-10 अमीरों की लिस्ट से बाहर हो गए हैं. जबकि हफ्तेभर पहले अडानी दुनिया के चौथे सबसे अमीर शख्स थे.
डाउ जोंस ने दिया झटका
अमेरिका के डाउ जोंस सस्टेनिबिलिटी इंडेक्स से अडानी एंटरप्राइजेज के शेयर को बाहर करने का ऐलान किया है. अडानी एंटरप्राइजेज के शेयरों में लगातार आ रही भारी गिरावट की वजह से डाउ जोंस सस्टेनिबिलिटी ने इसे बाहर किया है.
हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में अडानी ग्रुप को लेकर स्टॉक हेरफेर-अकाउंटिंग फ्रॉड समेत कई तरह के दावे किए गए हैं. इन तमाम आरोपों को लेकर इंडेक्स ने मीडिया स्टेकहोल्डर एनालिसिस के बाद कार्रवाई करते हुए अडानी की कंपनी को हटाने का फैसला लिया है. रिपोर्ट के मुताबिक, 7 फरवरी को इसे डाउ जोंस से हटा दिया जाएगा.
अमेरिका से पहले अपनी संपत्ति में गिरावट के सबसे बुरे दौर का सामना कर रहे गौतम अडानी को नेशनल स्टॉक एक्सचेंज की ओर से भी बड़ा झटका लगा था. गुरुवार को Stock Market के NSE ने Adani Group की तीन कंपनी अडानी एंटरप्राइजेज, अडानी पोर्ट्स और अंबुजा सीमेंट्स को एडिशनल सर्विलांस मेजर्स (ASM) के तहत रखने का बड़ा फैसला लिया है. ये सेबी का कंपनियों की निगरानी करने का एक तरीका है, जो निवेशकों की रक्षा के लिए उठाया जाता है.