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इस दिवालिया कंपनी को खरीदने की रेस से बाहर हुए Adani-Ambani, मैदान में बचे ये दावेदार

Big Bazar वाली फ्यूचर रिटेल को खरीदने के लिए बीते अप्रैल महीने में खरीदरों की होड़ सी लगी थी. सिर्फ गौतम अडानी या मुकेश अंबानी की कंपनियां ही नहीं, बल्कि कुल 49 कंपनियों ने इसे खरीदने में दिलचस्पी दिखाई थी. अब फाइनल राउंड में सिर्फ 6 कंपनियां ही रह गई हैं.

फ्यूचर रिटेल को खरीदने की दौड़ में अब बची हैं छह कंपनियां फ्यूचर रिटेल को खरीदने की दौड़ में अब बची हैं छह कंपनियां
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 17 मई 2023,
  • अपडेटेड 4:23 PM IST

दिवालिया हो चुकी किशोर बियानी (Kishor Biyani) के नेतृत्व वाली कंपनी फ्यूचर रिटेल लिमिटेड (Future Retail Ltd) की खरीदारी के मामले में एक नया मोड़ आया है. बीते दिनों खबर आई थी देश के दिग्गज उद्योगपति मुकेश अंबानी और गौतम अडानी इस कंपनी को अपने पोर्टफोलियो में शामिल करने के लिए आमने-समाने हैं. वहीं अब ये Adani-Ambani दोनों ने ही अपने कदम पीछे खीच लिए हैं. बिग बाजार (Big Bazar) वाली ये कंपनी भारी कर्ज में डूबी है और इसे बेचने के लिए दूसरी बार बोलियां मांगी गई थीं. 

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49 कंपनियों ने दिखाई थी दिलचस्पी
Big Bazar वाली फ्यूचर रिटेल को खरीदने के लिए बीते अप्रैल महीने में खरीदरों की होड़ सी लगी थी. सिर्फ गौतम अडानी या मुकेश अंबानी की कंपनियां ही नहीं, बल्कि कुल 49 कंपनियों ने इसे खरीदने में दिलचस्पी दिखाई थी. ईटी की रिपोर्ट के मुताबिक, इस दिवालिया कंपनी की खरीदारी की रेस से अडानी और रिलायंस ग्रुप बाहर हो गया है. इसके अलावा ज्यादातर कंपनियों ने भी इस रेस में भागीदारी न करने का फैसला किया है. रिपोर्ट की मानें तो फाइनल राउंड के लिए अब छह कंपनियों की बीच मुकाबला देखने को मिलेगा. 

क्रेडिटर्स की 21000 करोड़ की देनदारी
Future Retail को खरीदने के लिए अब जो छह कंपनियां रेस में रह गई हैं, उनमें स्पेस मंत्रा, पिनेकल एयर, पलगुन टेक एलएलसी, लहर सॉल्यूशंस, गुडविल फर्नीचर और सर्वभिष्ट ई-वेस्ट मैनेजमेंट कंपनी शामिल है. इनमें से किशोर बियानी की कंपनी के लिए सबसे ज्यादा बोली स्पेस मंत्रा ने लगाई है. गौरतलब है कि एनसीएलटी (NCLT) ने फ्यूचर ग्रुप को इस दिवाला समाधान के लिए 90 दिनों का वक्त दिया है.  बिग बाजार (Big Bazar) वाली कंपनी फ्यूचर रिटेल (Future Retail) पर अलग अलग क्रेडिटर्स के 21,000 करोड़ रुपये की देनदारी है. 

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बीते साल टूटी थी फ्यूचर-रिलायंस डील
कभी देश के ज्यादातर बड़े शहरों में इसकी रिटेल चेन बिग बाजार (Big Bazar) डंका बजता था, फिर इसके बुरे दिन शुरू हुए और ये फर्म दिवालिया हो गई है. कंपनी की नीलामी प्रक्रिया एक बार पहले भी शुरू हुई थी. लेकिन तब बात नहीं बन पाई थी. अब इसे एक बार फिर से बेचने की प्रक्रिया शुरू हुई है. पिछले साल 2022 में फ्यूचर रिटेल और मुकेश अंबानी की रिलायंस रिटेल (Reliance Retail) के बीच सौदा लगभग पूरा होने वाला ही था, लेकिन अमेजन के विरोध के बाद डील खटाई में पड़ गई और रिलायंस ने हाथ पीछे खींच लिए थे.

ऐसे हुई थी बिग बाजार की शुरुआत
दरअसल, Big Bazaar फ्यूचर रिटेल का फ्लैगशिप ब्रांड है. इसके शुरू होने की कहानी काफी पुरानी है. 1987 में Manz Wear Private Limited नाम से कंपनी की शुरुआत हुई थी. 1991 में कंपनी का नाम बदलकर Pantaloon Fashions (India) Limited कर दिया. 1992 में कंपनी का IPO आया. 1994 में Pantaloon Shoppe के नाम से देशभर में एक्सक्लूसिव मेन्सवियर स्टोर की शुरुआत की गई. Pantaloon Retail ने 2001 में महज 22 दिनों के भीतर कोलकाता, बेंगलुरु और हैदराबाद में तीन बिग बाजार स्टोर्स (Big Bazaar Stores) की शुरुआत की. 2002 में फूड बाजार सुपरमार्केट चेन की शुरुआत हुई. 

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