
रूस और यूक्रेन के बीच महीनों से लड़ाई (Russia Ukraine War) जारी है. इस लड़ाई ने न सिर्फ भारी तबाही मचाई है और जान-माल का व्यापक नुकसान हुआ है, बल्कि इसने ग्लोबल ग्रोथ (Global Growth) पर भी खतरा उत्पन्न कर दिया है. हालांकि इस प्रतिकूल स्थिति से भी कई लोगों को फायदा पहुंच रहा है. भारत के दो शीर्ष उद्योगपति गौतम अडानी (Gautam Adani) और मुकेश अंबानी (Mukesh Ambani) इन्हीं लोगों में से शामिल हैं. पूर्वी यूरोप (Eastern Europe) में जारी जंग इन दोनों धनकुबेरों की दौलत और बढ़ा रही है.
गौतम अडानी को मिल रही ये मदद
दोनों उद्योगपति भले ही ग्रीन एनर्जी (Green Energy) पर बड़ा दांव चल चुके हैं, लेकिन जंग के चलते पैदा हुए हालात में दोनों ही पारंपरिक ईंधनों का भरपूर दोहन कर रहे हैं. रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग ने कई कमॉडिटीज की कीमतें बढ़ा दी है. इनमें गेहूं जैसे अनाज से लेकर कच्चा तेल और कोयला तक शामिल है. आसमान छूती कोयला की कीमतों का लाभ उठाने के लिए गौतम अडानी ऑस्ट्रेलिया स्थित विवादित खदान की कैपेसिटी बढ़ा रहे हैं, ताकि बढ़ी मांग पूरी की जा सके.
ऐसे हो रहा अंबानी को फायदा
दूसरी ओर मुकेश अंबानी को देखें तो उनकी कंपनी कच्चा तेल से फायदा कमा रही हैं. रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड (RIL) क्रूड ऑयल के फंसे कार्गो को डिस्काउंट पर खरीद रही है और अपनी रिफाइनरी में उनका इस्तेमाल कर रही है. कंपनी के पास जामनगर में जो रिफाइनरी है, उसकी क्षमता दुनिया में सबसे ज्यादा है. बदले हालात में मौके का भरपूर फायदा उठाने के लिए रिलायंस ने इस रिफाइनरी के मेंटनेंस को भी टाल दिया है. इससे अंबानी की कंपनी डीजल और पेट्रोल पर 3 साल में सबसे ज्यादा मिल रहे मार्जिन का पूरा-पूरा फायदा उठा रही है.
ग्रीन एनर्जी पर इतना इन्वेस्ट कर रहे दोनों
अडानी और अंबानी ने हाल ही में ग्रीन एनर्जी में बड़ा इन्वेस्टमेंट करने का ऐलान किया था. दोनों मिलकर अगले कुछ दशक में ग्रीन एनर्जी सेक्टर में 142 बिलियन डॉलर का निवेश करने वाले हैं. दोनों उद्योगपतियों ने इन्वेस्टमेंट का ऐलान करते हुए बताया था कि ग्रीन एनर्जी कोयला और क्रूड का विकल्प बनेगी. हालांकि अभी जब रूस-यूक्रेन की जंग ने कोयला और कच्चे तेल की कीमतों में आग लगा दी है, तो दोनों उद्योगपति इसका जमकर फायदा उठा रहे हैं.
मार्च में दोनों की कंपनियों को बंपर मुनाफा
बदले हालात से दोनों उद्योगपतियों को किस तरह फायदा हो रहा है, यह आंकड़ों में भी साफ है. कोयला की कीमतें बढ़ने से अडानी एंटरप्राइजेज लिमिटेड का प्रॉफिट मार्च तिमाही में 30 फीसदी बढ़ गया था. यह पिछली छह तिमाहियों में कंपनी का सबसे ज्यादा मुनाफा भी था. इसी तरह पेट्रोलियम की कीमतें बढ़ने से रिलायंस इंडस्ट्रीज को मार्च तिमाही में अब तक के सबसे ज्यादा प्रॉफिट में से एक दर्ज करने में मदद मिली थी.
इतनी बढ़ी अडानी-अंबानी की नेटवर्थ
रूस ने यूक्रेन के ऊपर 24 फरवरी को हमला किया था. तब से लेकर अप्रैल के अंत तक अडानी एंटरप्राइजेज (Adani Enterprises) के शेयर के भाव 42 फीसदी और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर के भाव 19 फीसदी ऊपर गए थे. अप्रैल के बाद स्टॉक मार्केट की बिकवाली ने इन दोनों कंपनियों के शेयरों को भी अपनी चपेट में ले लिया था. ब्लूमबर्ग बिलियनेयर्स इंडेक्स के अनुसार, जब से दोनों देशों के बीच जंग की शुरुआत हुई है, अडानी की दौलत (Gautam Adani Networth) करीब 25 बिलियन डॉलर बढ़ी है. इसी तरह अंबानी की नेटवर्थ (Mukesh Ambani Networth) करीब 8 बिलियन डॉलर बढ़ी है.