
नारायण मूर्ति (Narayana Murthy) ने युवाओं को सप्ताह में 70 घंटे काम करने का सुझाव दिया था, जिसके बाद से ही इसे लेकर बहस जारी है. कई अरबपतियों ने नारायण मूर्ति (Narayana Murthy) के इस बयान को सपोर्ट किया, तो वहीं कई ने इसे लेकर नाराजगी जाहिर की. वहीं माइक्रोसॉफ्ट के को-फाउंडर बिल गेट्स (Bill Gates) का कहना है कि सप्ताह में तीन दिन काम और चार दिन आराम करना चाहिए. अब कांग्रेस नेता शशि थरूर ने इन दोनों की बातों के बीच का रास्ता ढूंढ़ निकाला है.
शशि थरूर ने सुझाया ये तरीका
कांग्रेस सांसद शशि थरूर (Shashi Tharoor) ने एक्स सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट करते हुए कहा कि इंफोसिस (Infosys) के नारायण मूर्ति और माइक्रोसॉफ्ट के बिल गेट्स की चल रही बहस में बीच का रास्ता खोजने के लिए सहयोग करना चाहिए. उन्होंने कहा कि बिल गेट्स और नारायण मूर्ति एक साथ बैठते हैं और समझौता करते हैं, तो हम पांच दिवसीय कार्य सप्ताह तक पहुंच जाएंगे, जो हम अभी भी वहीं हैं. शशि थरूर के इस बयान के बाद माइक्रोब्लॉगिंग साइट पर कमेंट की बाढ़ आ गई और लोगों ने तरह-तरह के रिएक्शन दिए.
'एलन मस्क बोल देते सप्ताह में 10 दिन करें काम'
एक यूजर्स ने मजाकिया अंदाज में लिखा कि अगर नारायण मूर्ति (Narayana Murthy) और बिल गेट्स की जगह एलन मस्क होते तो वे सप्ताह में 10 दिन काम करने को कह देते. दूसरे यूजर्स ने कहा कि जब आपको कोई काम पसंद आता है तो आप ये नहीं देखते कि आप कितने घंटे या दिन काम कर रहे हैं, लेकिन ज्यादातर लोगों को वे जो काम कर रहे है, वह पसंद नहीं है.
नारायण मूर्ति ने क्या कहा था
इंफोसिस के फाउंडर नारायण मूर्ति ने कुछ समय पहले टीवी के साथ एक पॉडकस्ट में सुझाव दिया था कि भारत में युवाओं को देश के विकास में योगदान देने के लिए हर सप्ताह 70 घंटे काम करना चाहिए. मूर्ति के इस बयान के बाद सोशल मीडिया पर तूफान मच गया. कई लोगों ने नारायण मूर्ति के इस बयान को समर्थन दिया तो कई लोगों ने इसकी आलोचना की.
हफ्ते में चार दिन आराम
दूसरी तरह माइक्रोसॉफ्ट के सह संस्थापक बिल गेट्स ने हफ्ते में सिर्फ तीन दिन काम करने का प्रस्ताव पेश किया था. बाकी के चार दिन लोगों को आराम करने का प्रस्ताव दिया. उन्होंने कहा कि जीवन का लक्ष्य काम से परे हैं और एआई की मदद से तीन दिवसीय कार्य सप्ताह को संभव बनाया गया है.