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जीवनसाथी को मिलेगा हर महीने 50 हजार पेंशन, करना होगा बस इतना निवेश

पहले यह स्कीम सिर्फ सरकारी कर्मचारियों के लिए ही उपलब्ध थी, लेकिन अब सरकार ने इसे सभी के लिए खोल दिया है. कुछ बुनियादी शर्तों को पूरा कर कोई भी भारतीय नागरिक एनपीएस का लाभ उठा सकता है. यह आपको टैक्स सेविंग में भी मदद करता है.

 National Pension Scheme National Pension Scheme
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 23 दिसंबर 2021,
  • अपडेटेड 7:13 PM IST
  • NPS निवेश पर सालाना 10 फीसदी रिटर्न
  • आत्मनिर्भरता के लिए करें गिफ्ट

National Pension Scheme: हर कोई चाहता है कि उसके परिजन कभी असहाय न हों. इस दिशा में प्लानिंग करने के लिए कई मददगार स्कीम उपलब्ध हैं. न्यू पेंशन सिस्टम (NPS) ऐसी ही एक स्कीम है, जिसमें इन्वेस्ट कर आप अपने जीवनसाथी सा किसी भी परिजन को बुढ़ापे की आत्मनिर्भरता गिफ्ट कर सकते हैं.

पहले यह स्कीम सिर्फ सरकारी कर्मचारियों के लिए ही उपलब्ध थी, लेकिन अब सरकार ने इसे सभी के लिए खोल दिया है. कुछ बुनियादी शर्तों का पूरा कर कोई भी भारतीय नागरिक एनपीएस का लाभ उठा सकता है. यह आपको टैक्स सेविंग में भी मदद करता है. इसके अलावा अभी तक एनपीएस ने 10 फीसदी से अधिक का औसत रिटर्न दिया है, जो बाजार में उपलब्ध अन्य साधनों की तुलना में बेहतर है.

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मंथली 50 हजार पेंशन के लिए कितना करना होगा निवेश

मान लीजिए आप चाहते हैं कि आपके जीवनसाथी या किसी परिजन को 60 साल की उम्र के बाद हर महीने 50 हजार का पेंशन मिले. आप जिन्हें पेंशन देना चाह रहे है उनकी उम्र अगर अभी 35 साल है तो आपको 25 साल तक के लिए निवेश करना होगा. इस स्थिति में अगर आप हर महीने 15 हजार रुपये एनपीएस में लगाते हैं तो आज के 25 साल बाद उन्हें हर महीने 50 हजार से अधिक पेंशन मिल पाएगा.

एनपीएस ट्रस्ट कलकुलेटर के अनुसार, हर महीने 15 हजार लगाकर आप अगले 25 साल में कुल 45 लाख रुपये इन्वेस्ट करेंगे. औसत रिटर्न 10 फीसदी मान लेते हैं तो मैच्योर होने के बाद कुल अमाउंट दो करोड़ रुपये हो जाएगा. मैच्योरिटी के बाद अगर आप 50 फीसदी एन्युटी लेते हैं और एन्युटी की दर छह फीसदी मान लेते हैं तो इस हिसाब से मासिक पेंशन 50,171 रुपये बैठता है.

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किसी भी पेंशन स्कीम में एन्युटी काफी अहम फैक्टर होता है. एनपीएस के मामले में मिनिमम 40 फीसदी एन्युटी लेने की बाध्यता है. यह मैच्योरिटी के बाद बची कुल रकम का वह हिस्सा होता है, जो आप पेंशन की तरह लेते हैं. बाकी रकम का पेमेंट मैच्योरिटी के बाद एकमुश्त कर दिया जाता है.

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