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Supertech हो गई दिवालिया, अब 25 हजार फ्लैट खरीदारों का क्या होगा!

दिल्ली-एनसीआर समेत उत्तर भारत में सुपरटेक के कई प्रोजेक्ट पर अभी कंस्ट्रक्शन चल रहा है. 25 हजार से ज्यादा लोग कई साल से घर मिलने का इंतजार कर रहे हैं. इस बीच NCLT ने कंपनी को दिवालिया मान लिया है.

दिवालिया हुई कंपनी दिवालिया हुई कंपनी
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 25 मार्च 2022,
  • अपडेटेड 5:22 PM IST
  • दिल्ली-एनसीआर में सुपरटेक के कई प्रोजेक्ट
  • घर मिलने के इंतजार में 25000 से ज्यादा लोग

कई साल से दिक्कतों का सामना कर रहे रियल एस्टेट सेक्टर (Real Estate Sector) की मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. ताजा मामले में अब एक और बड़ी रियल एस्टेट कंपनी सुपरटेक (Supertch) को तगड़ा झटका लगा है. दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) में कई प्रोजेक्ट पर काम कर रही इस कंपनी को एनसीएलटी (NCLT) ने दिवालिया घोषित कर दिया है. इस फैसले के बाद 25 हजार से ज्यादा उन लोगों की परेशानियां बढ़ गई हैं, जिन्होंने सुपरटेक से घर खरीदा है और डिलीवरी का इंतजार कर रहे हैं.

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इस बैंक ने खटखटाया NCLT का दरवाजा

सुपरटेक के कर्जदाताओं में से एक यूनियन बैंक ऑफ इंडिया (Union Bank Of India) ने कर्ज की किस्त का भुगतान नहीं मिलने के बाद NCLT में याचिका दायर की थी. एनसीएलटी ने बैंक की याचिका शुक्रवार को स्वीकार कर ली और इन्सॉल्वेंसी की प्रक्रिया (Insolvency Process) का आदेश दे दिया. एनसीएलटी की दिल्ली बेंच ने इस मामले में इन्सॉल्वेंसी की प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए हितेश गोयल को इन्टरिम रिजॉल्यूशन प्रोफेशनल (IRP) नियुक्त किया. एनसीएलटी ने इस मामले में 17 मार्च को हुई सुनवाई के बाद अपना आदेश सुरक्षित रख लिया था. सुपरटेक ने यूनियन बैंक के सामने वन टाइम सेटलमेंट का ऑफर रखा था, जिसे बैंक ने रिजेक्ट कर दिया था.

एनसीएलटी के फैसले को चुनौती देगी सुपरटेक

एनसीएलटी के इस फैसले पर रिएक्ट करते हुए सुपरटेक ने आदेश को चुनौती देने का इरादा जाहिर किया. कंपनी ने एक स्टेटमेंट में कहा कि वह इस फैसले के खिलाफ NCLAT का दरवाजा खटखटाएगी, क्योंकि यह मामला एक फाइनेंशियल क्रेडिटर (Financial Creditor) से जुड़ा हुआ है. कंपनी का कहना है कि उसने घर खरीदारों (Home Buyers) के हितों का ध्यान रखते हुए कर्ज की किस्तें चुकाने के बजाय निर्माणाधीन प्रोजेक्ट्स को पूरा करने को वरीयता दी. प्रोजेक्ट्स का काम पूरा हो जाने के बाद बैंक को कर्ज की किस्तें दी जाने वाली थीं. चूंकि कंपनी के सारे प्रोजेक्ट्स फाइनेंशियली मुनाफे वाले हैं, इस कारण किसी भी पार्टी को कोई नुकसान होने की आशंका नहीं थी.

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कंपनी ने फैसले के बाद किया ये दावा 

सुपरटेक ने यह भी दावा किया कि एनसीएलटी के इस फैसले से समूह की किसी भी अन्य कंपनी के ऑपरेशन पर कोई असर नहीं होगा. जहां कहीं भी प्रोजेक्ट्स पर निर्माण का काम चल रहा है, वह चलता रहेगा. कंपनी ने कहा, 'घर खरीदारों को घबराने की जरूरत नहीं है. हम डिलीवरी करने के लिए प्रतिबद्ध हैं. पिछले सात साल में 40 हजार से ज्यादा यूनिट डिलीवर करने का हमारा शानदार रिकॉर्ड रहा है. हमने दिसंबर 2022 तक 7 हजार यूनिट डिलीवर करने के लिए मिशन कंप्लीशन-2022 अभियान चलाया है. हम इसके तहत घर खरीदारों को उनकी बुकिंग के बदले डिलीवरी करना जारी रखेंगे.'

 

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