
नेशनल कंपनी लॉ ट्रिब्यूनल (NCLT) की मुंबई पीठ ने कर्ज में डूबी रोल्टा इंडिया (Rolta India) के लिए दोबारा बोली लगाने की मंजूरी दे दी है, जिससे बाबा रामदेव (Baba Ramdev) की पतंजलि आयुर्वेद (Patanjali Ayurved) को पेशकश करने की अनुमति मिल गई है. कुछ दिन पहले ही पतंजलि ने इस कंपनी के लिए 830 करोड़ रुपये की बोली पेश की थी.
पुणे स्थित एशडन प्रॉपर्टीज की 760 करोड़ रुपये की पेशकश को बैंकों ने सबसे अधिक बोली लगाने वाला घोषित किया था, जिसके बाद पतंजलि ने 830 करोड़ रुपये की पेशकश की. NCLT ने कहा कि यह सबसे अच्छा है कि रुचि व्यक्त करने वाले सभी आवेदकों को एक अवसर दिया जाना चाहिए.
क्या करती है रोल्टा इंडिया?
1989 में कमल के सिंह ने रोल्टा इंडिया कंपनी की स्थापना की थी. रक्षा क्षेत्र के लिए GIS और भू-स्थानिक सर्विसेज में काम करता है. कंपनी सरकार की स्वामित्व वाली भारत इलेक्ट्रॉनिक्स के साथ एक कंसोर्टियम का हिस्सा है और 2015 में रक्षा मंत्रालय द्वारा 50,000 करोड़ रुपये से अधिक की वार एरिया मैनेजमेंट सिस्टम परियोजना के लिए एक विकास एजेंसी के रूप में चुना था.
कंपनी पर कितने रुपये का कर्ज
यह परियोजना 2018 में बंद कर दी गई, जिससे रोल्टा इंडिया कर्ज के बोझ तले दब गई. रोल्टा इंडिया सितंबर 2018 में दिवालिया कोर्ट में पहुंच गया, जब यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने एनसीएलटी मुंबई के पास याचिका दायर की. रोल्टा इंडिया पर कुल करीब 14,000 करोड़ रुपये का कर्ज बकाया है. इस पर यूनियन बैंक ऑफ इंडिया के नेतृत्व वाले कंसोर्टियम का कुल 7,100 करोड़ रुपये और सिटीग्रुप के असुरक्षित विदेशी बांड धारकों का 6,699 करोड़ रुपये बकाया है.
क्यों इस आईटी कंपनी को खरीदना चाहते हैं बाबा रामदेव?
पतंजलि ने रोल्टा के कदम को रणनीतिक बताया है. रोल्टा इंडिया की रियल-एस्टेट परिसंपत्तियां इसके सॉफ्टवेयर डिवीजन की तुलना में ज्यादा कीमत की हैं. कंपनी के पास मुंबई, कोलकाता और वडोदरा में प्रमुख रियल-एस्टेट प्रोपर्टीज हैं. एक रिपोर्ट के मुताबिक, मुंबई में इसके पास करीब 40 हजार वर्ग फुट की एक फ्री होल्ड बिल्डिंग, एमआईडीसी, अंधेरी ईस्ट में 1 लाख वर्ग फुट से ज्यादा एरिया की चार लीजहोल्ड इमारतें हैं.
रोल्टा इंडिया के पास SEEPZ, अंधेरी वेस्ट (मुंबई) में कुल 65,000 वर्ग फुट से अधिक आठ लीजहोल्ड यूनिट्स भी हैं. अन्य प्रॉपर्टी में इस कंपनी के पास लेक होम्स कॉम्प्लेक्स, पवई में करीब 1300 वर्ग फुट के छह फ्लैट हैं. इसके अलावा इसकी लॉर्ड सिन्हा रोड, कोलकाता में कमर्शियल ऑफिस और आरसी दत्त रोड, वडोदरा में दो अन्य ऑफिस है.