
देश की सबसे बड़ी डिजिटल पेमेंट प्रोवाइडर पेटीएम (Paytm) की पैरेंट कंपनी वन 97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (One 97 Communications) बोर्ड की बैठक आज होने वाली है. कंपनी पिछले साल अपना IPO लेकर आई थी और इसके शेयरों की स्टॉक मार्केट (Stock Market) में लिस्टिंग डिस्काउंट के साथ हुई थी. इससे पेटीएम का शेयर उबर नहीं पाया और अब तक ये 70 फीसदी से अधिक टूट चुका है. रिकॉर्ड गिरावट के बाद कंपनी शेयर बायबैक कर सकती है. इसके लिए ही आज बोर्ड की बैठक होने वाली है.
कितना हो सकता है बायबैक साइज?
बोर्ड की बैठक में पेटीएम के शेयरों को फिर से खरीदने की संख्या और कीमत पर बातचीत होने वाली है. मार्केट के जानकारों का अनुमान है कि पेटीएम का बायबैक साइज 800 करोड़ रुपये से 1,000 करोड़ रुपये के बीच हो सकता है. कहा जा रहा है कि पेटीएम ओपन मार्केट में शेयर खरीदने के लिए तैयार है. पेटीएम का IPO बेहद जोरदार तरीके से लॉन्च हुआ था, लेकिन लिस्टिंग नेगेटिव रही थी.
बायबैक के खबर से उछला था शेयर
पेटीएम कभी देश का सबसे वैल्यूएबल स्टार्टअप था. लेकिन अब ये पिछले एक दशका का सबसे खराब आईपीओ साबित हुआ है. लिस्टिंग के बाद पहले साल में इशके शेयरों में 75 फीसदी की गिरावट आई है. बायबैक प्रस्ताव की घोषणा के बाद पिछले शुक्रवार को स्टॉक 7.2 फीदी का उछाल आया था. शेयर बायबैक प्रक्रिया के तहत एक कंपनी अपने शेयरों को निवेशकों या शेयरधारकों से वापस खरीदती है. आमतौर इसकी कीमत मार्केट प्राइस से अधिक होती है.
कितना था प्राइस बैंड?
Paytm IPO का इश्यू साइज 18,300 करोड़ रुपये था और इसके लिए प्राइस बैंड 2080 रुपये से 2150 रुपये तक तय किया गया था. लेकिन पेटीएम के स्टॉक्स शेयर बाजार में नवंबर 2021 में 9 फीसदी के डिस्काउंट के साथ 1,950 रुपये पर लिस्ट हुए थे. सोमवार को देर दोपहर एनएसई पर पेटीएम के शेयर 2.70 फीसदी गिरकर 529.90 प्रति शेयर पर आ गए थे.
फंस सकता है ये पेंच
रिपोर्ट्स के अनुसार, ईमेल से भेजे गए एक बयान में पेटीएम ने कहा- 'भारतीय कंपनियां आईपीओ से जुटाई गई रकम का इस्तेमाल शेयर बायबैक के लिए नहीं कर सकती हैं. कंपनी ने कहा कि बोर्ड द्वारा प्रस्ताव को मंजूर किए जाने के बाद कंपनी शेयरों को बायबैक के लिए बहीखाते में मौजूद नकदी का इस्तेमाल करेगी.' अर्निंग रिपोर्ट के अनुसार, पेटीएम के पास 9,182 करोड़ रुपये की लिक्विडिटी है. किसी फर्म की लिक्विडिटी को उसकी संपत्ति को नकदी में बदलने की क्षमता से मापा जाता है.
क्या होता है बायबैक?
कंपनियां जब अपने ही शेयरों को पब्लिक से खरीदती हैं उसे बायबैक कहा जाता है. जो शेयरहोल्डर मुनाफा कमाकर कंपनी के शेयर को बेचना चाहते हैं वो बिक्री के लिए ऑफर कर सकते हैं.