
फूड डिलीवरी कंपनी जोमैटो (Zomato) से लेकर जीवन बीमा निगम (LIC), फिनटेक कंपनी पेटीएम (Paytm) और फैशन और कॉस्मेटिक्स नायका (Nykaa) के आईपीओ का जबरदस्त बज था. लेकिन शेयर बाजार में लिस्टेड होने के बाद इन कंपनियों के शेयर ऐसे धड़ाम हुए कि निवेशकों की लाखों करोड़ की पूंजी स्वाहा हो गई. इन चारों कंपनियों के अलावा पॉलिसी बाजार की पैरेंट कंपनी पीबी फिनटेक (PB Fintech) के शेयरों ने भी निवेशकों को भारी नुकसान कराया है. इनमें से एक एलआईसी को छोड़कर बाकी चारों कंपनियों के शेयरों में पिछले एक साल में 50 फीसदी से अधिक की गिरावट आई है.
पॉलिसी बाजार के शेयर में भारी गिरावट
पॉलिसी बाजार की पैरेंट कंपनी पीबी फिनटेक के शेयर अपने ऑल टाइम हाई प्राइस से 74 फीसदी गिरे हैं. पॉलिसी बाजार का स्टॉक 17 नवंबर 2021 को 1,470 रुपये के ऑल टाइम हाई रेट पर पहुंचा था. 25 अक्टूबर को बीएसई पर इसका शेयर 386 रुपये पर कारोबार कर रहा था. इस अवधि के दौरान पीबी फिनटेक के शेयर में 1,084 रुपये या 73.74 प्रतिशत की गिरावट आई.
1,150 रुपये की लिस्टिंग प्राइस की तुलना में पॉलिसी बाजार के शेयरों में अब तक 66.43 प्रतिशत की गिरावट आई है. स्टॉक ने 15 नवंबर 2021 को आईपीओ इश्यू प्राइस 980 रुपये से 17 प्रतिशत के प्रीमियम पर मार्केट में अपनी शुरुआत की थी. अगर सालाना आधार पर देखें, तो इसके शेयरों में 67.98 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई.
दमदार एंट्री के बाद टूटे जोमैटो के शेयर
जोमैटो की स्टॉक मार्केट में एंट्री धमाकेदार रही थी. लेकिन लिस्टिंग के कुछ महीनों के बाद इसके शेयरों ने ऐसा गोता लगाया कि निवेशक अभी तक संभल नहीं पाए हैं. जोमैटो के शेयर पिछले एक साल में 52.15 फीसदी गिरे हैं. हालांकि, पिछले एक महीने में इसके शेयरों में रिकवरी देखने को मिली है और जोमैटो के शेयर 9.60 फीसदी तक चढ़े हैं.
जोमैटो का आईपीओ 14 जुलाई से 16 जुलाई के 2022 के बीच ओपन हुआ था. आईपीओ को निवेशकों से शानदार प्रतिक्रिया मिली थी. इसे 38.25 गुना से अधिक सब्सक्राइब किया था. Zomato IPO का प्राइस बैंड 72 रुपये से 76 रुपये था.
बीएसई में इसकी लिस्टिंग इश्यू प्राइस के मुकाबले 65.59 फीसदी अधिक 125.80 रुपये पर हुई थी. लिस्टिंग के बाद जोमैटो के शेयर 16 नवंबर 2021 को बीएसई पर 169.10 रुपये पर पहुंचे थे, जो इसका 52 वीक का हाई प्राइस है. 27 जुलाई 2022 को शेयर 52 सप्ताह के सबसे निचले स्तर 40.55 रुपये को छू गया था.
पेटीएम के निवेशकों को नुकसान
पेटीएम का आईपीओ 8 से 10 नवंबर 2021 को ओपन हुआ था. कंपनी ने इसका प्राइस बैंड 2080 से 2150 रुपये के बीच रखा था. लेकिन इसकी लिस्टिंग ही इश्यू प्राइस से कम पर हुई थी. लिस्टिंग के दिन बीएसई पर ये शेयर खुला ही 9 फीसदी टूटकर और शाम आते-आते ये 27 फीसदी टूटकर 1,564 रुपये पर बंद हुआ था.
पेटीएम के शेयर पिछले एक साल में 57.91 फीसदी तक गिरे हैं. मंगलवार को पेटीएम के शेयर 3.04 फीसदी की तेजी के साथ 656.90 रुपये पर क्लोज हुए थे. कंपनी के आईपीओ में निवेश करने वाला हर निवेशक अभी प्रति शेयर करीब 1,494 रुपये के नुकसान में है.
30 फीसदी से अधिक गिरा एलआईसी का शेयर
एलआईसी का आईपीओ इस साल 4 से 9 मई के बीच ओपन हुआ था. इसका प्राइस बैंड 902 रुपये से 949 रुपये बीच था. लेकिन स्टॉक मार्केट में इसकी लिस्टिंग इश्यू प्राइस से 8.11 फीसदी कम 872 रुपये पर हुई. हालांकि बाद में मई के महीने में ये ऊपर गया, लेकिन अब भी अपने इश्यू प्राइस नीचे बना हुआ है.
लिस्टिंग से लेकर अब तक एलआईसी के शेयर के आंकडों पर नजर डालें, तो पिछले एक साल में इसके शेयर में करीब 31.88 फीसदी की गिरावट आई है. लिस्टिंग के समय एलआईसी का MCap 6,00,242 करोड़ रुपये था. ये अब घटकर 3.77 लाख करोड़ रुपये पर आ गया है. मंगलवार को भी इसके शेयर 0.60 फीसदी की गिरावट के साथ 596.20 रुपये पर क्लोज हुआ.
नयका के शेयर में बड़ी गिरावट
फैशन और कॉस्मेटिक्स ऑनलाइन रिटेलर नायका (Nykaa) की पैरंट कंपनी FSN ई-कॉमर्स वेंचर्स लिमिटेड का आईपीओ बड़ी-जोर शोर के साथ लॉन्च हुआ था. FSN ई-कॉमर्स की पिछले साल नवंबर में लिस्टिंग हुई थी. इसका इश्यू प्राइस 1,125 रुपये था. मंगलवार को इसके शेयर में करीब तीन फीसदी की गिरावट देखने को मिली. पिछले एक महीने में इसके शेयरों में 13 फीसदी से अधिक की गिरावट दर्ज की गई है.
इसके अलावा अपने हाई प्राइस से FSN का शेयर 50 फीसदी से अधिक गिर चुका है. पिछले साल 26 नवंबर को FSN का शेयर 2574 रुपये के रिकॉर्ड लेवल तक पहुंचा था. अगर पिछले तीन महीने के आंकड़े को देखें, तो कंपनी के शेयर 23 फीसदी तक गिरे हैं. एनएसई पर इसके शेयर 79 फीसदी की प्रीमियम के साथ 2018 रुपये पर लिस्ट हुए थे, जबकि बीएसई पर यह करीब 78 फीसदी प्रीमियम के साथ 2001 रुपये पर लिस्ट हुए थे.