
Petrol Price Today 3 April 2023: इंटरनेशनल मार्केट में ब्रेंट क्रूड ऑयल एक बार फिर 85 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच गया है. इस बीच देश के कई हिस्सों में पेट्रोल की कीमत 100 रुपये प्रति लीटर के पार है तो वहीं, डीजल का भाव भी अधिकांश जगहों पर 90 रुपये प्रति लीटर के पार है. हालांकि, भारतीय बाजार में पेट्रोल और डीजल की कीमतें लगातार स्थिर हैं. केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने जनवरी में तेल कंपनियों से पेट्रोल-डीजल के रेट्स में कटौती करने की अपील की थी लेकिन फिर भी तेल की कीमतें अभी तक अपरिवर्तित हैं.
कच्चे तेल का भाव
अंतरराष्ट्रीय बाजार में मार्च की शुरुआत में कच्चे तेल के भाव में नरमी देखने को मिली. ब्रेंट क्रूड ऑयल के रेट में अब फिर उछाल देखने को मिल रहा है, जिसकी कीमत 85 डॉलर प्रति बैरल के करीब पहुंच गई है. वहीं, डब्ल्यूटीआई क्रूड ऑयल (WTI Crude Oil Price) की बात करें तो यह 79.90 डॉलर प्रति बैरल है. हालांकि, राष्ट्रीय बाजार में तेल की कीमतें स्थिर हैं.
दिल्ली-मुंबई में क्या है पेट्रोल का भाव?
देश के महानगरों की बात करें तो दिल्ली में आज (सोमवार), 3 अप्रैल को भी पेट्रोल 96.72 रुपये प्रति लीटर और डीजल 89.62 रुपये प्रति लीटर ही बिक रहा है. मुंबई में पेट्रोल 106.31 रुपये प्रति लीटर एवं डीजल 94.24 रुपये प्रति लीटर है. कोलकाता में पेट्रोल 106.03 रुपये और डीजल की कीमत 92.76 रुपये प्रति लीटर बिक रहा है.
प्रमुख शहरों में पेट्रोल-डीजल का रेट
प्रतिदिन अपडेट होती हैं पेट्रोल-डीजल की कीमतें
अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल (Crude Oil) के आधार पर ऑयल मार्केटिंग कंपनियां कीमतों की समीक्षा के बाद रोज पेट्रोल (Petrol) और डीजल (Diesel) के दाम तय करती हैं. आप एक SMS के जरिए रोज अपने शहर में पेट्रोल-डीजल की कीमत जान सकते हैं. इसके लिए इंडियन ऑयल (IOCL) के ग्राहकों को RSP कोड लिखकर 9224992249 नंबर पर भेजना होगा. अपने शहर का RSP कोड जानने के लिए यहां क्लिक करें.
कब तक स्थिर रहेंगी पेट्रोल-डीजल की कीमतें?
बता दें कि अंतरराष्ट्रीय मार्केट में कच्चे तेल की कीमत (Crude Oil Price) में उतार-चढ़ाव देखने को मिलता है. मई 2022 से अभी तक राष्ट्रीय स्तर पर पेट्रोल और डीजल की कीमतें अपरिवर्तित हैं. ऐसे में सवाल है कि कच्चा तेल सस्ता होने के बाद भी आखिर भारत में पेट्रोल डीजल के दामों में गिरावट क्यों नहीं आई और अब कच्चे तेल के भाव में एक बार फिर उछाल के बीच महंगा होगा या तेल कंपनियां अभी कीमतें स्थिर ही रखेंगी?