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Petrol-Diesel Price: तेल कंपनियों का बुरा हाल, दाम नहीं बढ़ने से लगा 10700 करोड़ का चूना

कच्चे तेल में तेजी और देश में स्थिर Petrol-Diesel के दाम, अब तेल विपणन कंपनियों के लिए परेशानी बन गए हैं. पेट्रोल-डीजल की खुदरा बिक्री के 90 फीसदी कारोबार पर नियंत्रण रखने वाली कंपनियों IOC, BPCL, HPCL को जून तिमाही में 10,700 करोड़ का घाटा होने अनुमान है.

तेल कंपनियों को जून तिमाही में भारी घाटा तेल कंपनियों को जून तिमाही में भारी घाटा
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 12 जुलाई 2022,
  • अपडेटेड 7:53 AM IST
  • कंपनियों के पेट्रोल-डीजल पर 12-14 रुपये/लीटर का घाटा
  • सोमवार को भी देश में स्थिर रहीं तेल की कीमतें

देश में Petrol-Diesel के दाम में स्थिरता तेल कंपनियों (Oil Companies) के लिए मुसीबत का सबब बनती जा रही है. बीते दिनों अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑयल की कीमतें फिर बढ़ी, लेकिन देश में पेट्रोल-डीजल के भाव में बदलाव नहीं हुआ. एक रिपोर्ट में कहा गया कि लागत से कम कीमत पर ईंधन की बिक्री के चलते सार्वजनिक क्षेत्र की तेल कंपनियों को जून तिमाही में 10,000 करोड़ रुपये से ज्यादा का घाटा झेलना पड़ सकता है. 

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पीटीआई के मुताबिक, आईसीआईसीआई सिक्योरिटीज ने सोमवार को जारी अपनी रिपोर्ट में कहा, कि अप्रैल-जून तिमाही में कच्चे तेल के दाम चढ़े, लेकिन पेट्रोल और डीजल के दाम में स्थिरता जारी रही. इससे तेल कंपनियों को विपणन के स्तर पर भारी नुकसान हुआ है. रिपोर्ट में संभावना जताई गई कि इससे इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (IOC), भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (BPCL) और हिंदुस्तान पेट्रोलियम कॉरपोरेशन (HPCL) को चालू वित्त वर्ष की जून तिमाही में सामूहिक रूप से करीब 10,700 करोड़ रुपये का नुकसान हो सकता है.

रिपोर्ट में कहा गया कि दाम में बदलाव न होने के कारण कंपनियों को पेट्रोल और डीजल पर 12 से 14 रुपये प्रति लीटर का घाटा झेलना पड़ रहा है. इसके चलते अनुमान है कि कुल रिफाइनिंग मार्जिन (GRMs) 17 से 18 डॉलर प्रति बैरल पर मजबूत बना रहेगा. विपणन मात्रा में वृद्धि 17 से 20 फीसदी रहने की आशंका है. गौरतलब है कि सार्वजनिक क्षेत्र की इन तीनों कंपनियों का पेट्रोल-डीजल की खुदरा बिक्री के 90 फीसदी कारोबार पर नियंत्रण है. 

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IOC, BPCL और HPCL की खुद की रिफाइनरियां हैं, जहां कच्चे तेल को पेट्रोल-डीजल में बदला जाता है. हालांकि, कच्चे तेल को ईंधन में बदलने का मार्जिन ऊंचा है, लेकिन ईंधन के स्थिर दाम से कंपनियों को नुकसान हो रहा है. रिपोर्ट के मुताबिक, खुदरा बिक्री में बड़े नुकसान से चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही अप्रैल-जून में कर पूर्व कमाई (EBITDA) के मामले में 6,600 करोड़ रुपये का घाटा होगा. 

फिलहाल, देश के प्रमुख शहरों में तेल की कीमतें सोमवार को भी स्थिर रहे. राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत 96.72 रुपये प्रति लीटर और डीजल 89.62 रुपये प्रति लीटर पर यथावत रहा. आर्थिक राजधानी मुंबई में एक लीटर पेट्रोल 111.35 रुपये व डीजल 97.28 रुपये में बिक रहा है. इसके अलावा, चेन्नई की बात करें तो यहां पेट्रोल 102.63 रुपये और डीजल 94.24 रुपये में मिल रहा है. पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता में पेट्रोल 106.03 रुपये व डीजल 92.76 रुपये में बिक रहा है. 

 

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