
केंद्र की नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के नेतृत्व वाली एनडीए सरकार के लिए एक साथ दो गुड न्यूज आई हैं. ये दोनों ही विदेशों से आई हैं और भारतीय अर्थव्यवस्था बढ़ती रफ्तार को दर्शा रही हैं. जी हां, एक ओर वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (WEF) के मुख्य अर्थशास्त्रियों ने Indian Economy का लोहा मानते हुए इसे मजबूत स्थिति में बताया है, तो वहीं दूसरी ओर एशियन डेवलपमेंट बैंक (ADB) ने भी जो आंकड़े पेश किए हैं, वे उत्साहित करने वाले हैं.
भारत पर विदेशी एजेंसियों को भरोसा
भारत दुनिया में सबसे तेजी से आगे बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था बना हुआ है और इस बात पर बीते दिनों आईं तमाम रिपोर्ट्स ने मुहर लगाई है. मूडीज (Moody's) हो या फिर एसएंडपी (S&P) सबसे ने इंडियन इकोनॉमी का लोहा माना है और अपने पूर्वानुमानों को संशोधित करते हुए देश की जीडीपी ग्रोथ (India's GDP Growth) के अनुमान को बढ़ाया है. लेकिन भारत की तारीफ का सिलसिला यहीं नहीं रुक रहा, बुधवार को विदेश से एक साथ दो अच्छी खबरें आईं, जिनसे भारतीय अर्थव्यवस्था की पूरी तस्वीर साफ हो जाती है.
WEF से मिली पहली गुड न्यूज
मोदी सरकार और इंडियन इकोनॉमी के लिए पहली अच्छी खबर वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम की ओर से आई है, जिसके मुख्य अर्थशास्त्रियों ने Indian Economy को मजबूत बताया है. WEF ने अपनी रिपोर्ट में एक ओर जहां दुनिया भर की अर्थव्यवस्थाओं पर बढ़ते कर्ज और राजकोषीय चुनौतियों के कारण पड़ने वाले दबावों पर चिंता जताई, जिसके चलते वे संभावित भविष्य के संकटों के प्रति संवेदनशील हो गए हैं. तो वहीं ग्लोबल इकोनॉमिक आउटलुक में साउथ एशिया की बेहतर स्थिति के पीछे भारत के मजबूत प्रदर्शन को प्राथमिक चालक के रूप में प्रदर्शित किया है. इकोनॉमिस्ट्स ने कहा है कि भारतीय अर्थव्यवस्था मजबूत बनी हुई है.
भारत पर भरोसा, चीन को झटका
रिपोर्ट के मुताबिक, WEF के सर्वे से पता चला है कि लगभग 90 फीसदी मुख्य अर्थशास्त्री वर्ष 2024 और 2025 के लिए अमेरिका में मध्यम या मजबूत ग्रोथ (US Economic Growth) की उम्मीद कर रहे हैं. वहीं दूसरी ओर इसमें शामिल करीब तीन-चौथाई लोगों ने पूरे यूरोप में ग्रोथ रेट सुस्त रहने की आशंका जताई है. इसमें खास ये है कि ड्रैगन यानी चीन की चुनौतियां बरकरार हैं. अर्थशास्त्रियों ने कहा है कि China Economy चुनौतियों से जूझ रही है. लगभग 40 फीसदी अर्थशास्त्रियों ने 2024 और 2025 दोनों के लिए चीन की कमजोर या बहुत कमजोर ग्रोथ की भविष्यवाणी की है.
जहां ड्रैगन को WEF ने बड़ा झटका दिया है, तो वहीं इससे उलट दक्षिण एशिया के लिए अनुमान सबसे अलग है, जहां 70 फीसदी से अधिक अर्थशास्त्रियों ने भारत के मजबूत प्रदर्शन (Indian Economy Strong) के कारण 2024 और 2025 में मजबूत या बहुत मजबूत Growth Rate की भविष्यवाणी की है.
मोदी सरकार के लिए यहां ये भी गुड न्यूज
एक ओर जहां वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के अर्थशास्त्रियों ने भारत पर अपना भरोसा बरकरार रखा है, तो वहीं एशियाई डेवलपमेंट बैंक यानी ADB की ओर से भी मोदी सरकार के लिए अच्छी खबर आई है. दरअसल, एडीबी ने बुधवार को जारी अपनी रिपोर्ट में चालू वित्त वर्ष 2024-25 के लिए India Growth Rate के अनुमान को 7 फीसदी पर बरकरार रखा. इसके साथ ही कहा है कि बेहतर एग्रीकल्चर प्रोडक्शन और सरकारी खर्च से आने वाली तिमाहियों में इकोनॉमी में और तेजी आने की उम्मीद है.
सितंबर के अपने एशियाई डेवलपमेंट आउटलुक (ADO) में एडीबी ने कहा कि चालू वित्त वर्ष में निर्यात (Export) पहले के अनुमान से अधिक रहेगा. गौरतलब है कि भारतीय अर्थव्यवस्था वित्त वर्ष 2023-24 में 8.2 फीसदी की ताबड़तोड़ रफ्तार से आगे बढ़ी थी. वहीं भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने चालू वित्त वर्ष में 7.2 फीसदी की ग्रोथ रेट का अनुमान जताया है.