
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्लूमबर्ग न्यू इकोनॉमी फोरम को संबोधित करते हुए कहा कि कोरोना महामारी ने दुनिया को रिस्टार्ट करने से पहले रीसेट करने का मौका दे दिया है. उन्होंने कहा कि कोरोना के बाद की स्थिति में बदलाव के लिए एक मौका मिला है.
पीएम मोदी ने कहा कि मौजूदा समय में कोविड-19 महामारी ने दुनिया को दिखाया कि शहर, जो विकास के इंजन भी हैं, लेकिन सबसे कमजोर हैं. इसलिए रिस्टार्ट से शहरी केंद्रों का कायाकल्प होगा. उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि लॉकडाउन कई देशों में विरोध हुआ. लेकिन भारतीय शहरों में लॉकडाउन के नियमों का पालन हुआ, क्योंकि हमारे शहरों की सोसाइटी केवल घरों से बनी जगह नहीं, बल्कि समुदाय है.
कोरोना संकट ने दिया है मौका
पीएम मोदी ने इस फोरम पर कहा कि क्या हम टिकाऊ शहरों का निर्माण नहीं कर सकते? फिलहाल भारत इस प्रयास में जुटा है कि हम ऐसे शहर को बनाएं, जहां शहरों जैसी सुविधाएं हों, लेकिन गांवों जैसी भावना हो. उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि दोनों विश्व युद्धों के बाद पूरी दुनिया में व्यापक परिवर्तन देखने को मिले थे. कोविड-19 ने भी हर सेक्टर में नए प्रोटोकॉल विकसित करने के अवसर दिए हैं. अगर हम भविष्य के लिए मजबूत व्यवस्था विकसित करना चाहते हैं तो हमें इन मौकों को भुनाना होगा.
इसके अलावा पीएम मोदी ने कहा कि कोरोना संकट के दौरान टेक्नोलॉजी ने खूब मदद की है. कोरोना के दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये सभी तरह की मीटिंग्स हो रही हैं. क्योंकि कोरोना की वजह आम आदमी की जिंदगी बदल गई है. 'वर्क फ्रॉम होम' के दौरान से बहुत कुछ सीखने को मिली है. अब लोग कोरोना के बाद कहीं भी रह सकते हैं और कहीं से रहकर काम भी कर सकते हैं.
टेक्नोलॉजी ने खूब की मदद
उन्होंने कहा कि कोरोना की वजह से एजुकेशन, हेल्थ, शॉपिंग और 'वर्क फ्रॉम होम' के लिए डिजिटल की तरफ झुकाव बढ़ा है. इस महामारी की वजह से देश 'फिजिकल टू डिजिलट' हो गया है. भारत तरक्की की राह पर बढ़ रहा है. भारत में 100 स्मार्ट सिटी बनाने का काम चल रहा है. देश के 25 शहरों में आज मेट्रो चल रही है.
उन्होंने कहा कि कोरोना के बाद दुनिया की जरूरतों को पूरा करने के लिए तैयार है. अगर आप निवेश के लिए तैयार हैं तो भारत में आपका स्वागत है. आपको हर तरह की सुविधाएं मिलेंगी. भारत का बड़ा बाजार आपके के लिए खुला है. सरकार हर तरह से मदद के लिए तैयार है. बता दें, ब्लूमबर्ग न्यू इकोनॉमिक फोरम की स्थापना 2018 में माइकल ब्लूमबर्ग ने की थी. इस फोरम का लक्ष्य विश्व की कठिन आर्थिक चुनौतियों के समाधान को लेकर दुनियाभर के नेताओं को विचार-विमर्श के एक साझा मंच पर लाने का है.