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महाराष्ट्रः महंगाई के बीच बड़ी राहत, CNG और PNG की कीमतों में इतनी गिरावट

सरकारी गैस वितरण कंपनी महानगर गैस लिमिटेड (Mahanagar Gas Limited) ने मुंबई में सीएनजी और पीएनजी के दाम कम करने का ऐलान मंगलवार की रात को किया. कंपनी ने कहा कि शहर में सीएनजी के दाम 6 रुपये प्रति किलो और पीएनजी के दाम 4 रुपये प्रति एससीएम कम किए गए हैं.

कम हुआ सीएनजी का रेट कम हुआ सीएनजी का रेट
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 17 अगस्त 2022,
  • अपडेटेड 8:40 AM IST

महंगे ईंधन की मार झेल रहे लोगों को स्वतंत्रता दिवस के एक दिन बाद ही राहत भरी खबर मिली है. ग्लोबल मार्केट (Global Market) में क्रूड ऑयल (Crude Oil) और गैस की नरम होती कीमतों (Rising Gas Prices) के बीच सरकारी आपूर्ति बढ़ने के बाद महानगर गैस लिमिटेड ने सीएनजी (CNG) और पीएनजी (PNG) के दाम कम करने का ऐलान किया है. इसका फायदा देश की आर्थिक राजधानी कहे जाने वाले शहर मुंबई (Mumbai) के लोगों को मिलने वाला है. कंपनी ने कहा कि सीएनजी और पीएनजी के नए दाम मंगलवार रात से ही प्रभावी हो गए हैं.

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इतने कम हो गए सीएनजी-पीएनजी के दाम

सरकारी गैस वितरण कंपनी महानगर गैस लिमिटेड (Mahanagar Gas Limited) ने मुंबई में सीएनजी और पीएनजी के दाम कम करने का ऐलान मंगलवार की रात को किया. कंपनी ने कहा कि शहर में सीएनजी के दाम 6 रुपये प्रति किलो और पीएनजी के दाम 4 रुपये प्रति एससीएम कम किए गए हैं. कंपनी ने कहा कि गैस के मामले में सरकारी आपूर्ति बढ़ने के चलते उसे सीएनजी-पीएनजी के दाम घटाने में मदद मिली है. इसके अलावा ग्लोबल मार्केट में कीमतों में आई नरमी ने भी कंपनी की मदद की है.

अब इतना हो गया सीएनजी-पीएनजी का रेट

महानगर गैस लिमिटेड के एक आधिकारिक बयान के अनुसार, दाम कम किए जाने के बाद मुंबई और आस-पास के इलाकों में अब सीएनजी की कीमत 80 रुपये प्रति किलो हो गई है. इसी तरह पीएनजी की नई कीमत 48.50 रुपये प्रति स्टैंडर्ड क्यूबिक मीटर हो गई है. कंपनी ने कहा कि दाम घटाए जाने के बाद सीएनजी पर चलने वाले वाहनों का ईंधन खर्च 48 फीसदी कम हो जाएगा, जबकि पीएनजी यूजर्स को एलपीजी की तुलना में 18 फीसदी तक बचत करने में मदद मिलेगी.

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गैस की कीमतों, सप्लाई पर सरकार का कंट्रोल

आपको बता दें कि उदारीकरण के बाद भी नेचुरल गैस की कीमतों (Natural Gas Prices) और सप्लाई पर बड़े हद तक सरकार का कंट्रोल है. सरकार साल में दो बार गैस की कीमतें और आपूर्ति की मात्रा निर्धारित करती है. इससे पहले सीएनजी और पीएनजी के दाम में लगातार तेजी देखने को मिल रही थी. दरअसल केंद्र सरकार ने एक अप्रैल के बाद घरेलू और आयातित नेचुरल गैस की कीमतें 110 फीसदी से ज्यादा बढ़ा दी थी. इसके चलते राज्य सरकारों के द्वारा एक अप्रैल के बाद वैट में की गई कमी बेअसर हो गई थी. राज्य सरकारों ने इस दौरान गैस पर वैट (VAT) की दरें 3.5 फीसदी से 13.5 फीसदी तक कम की थी.

 

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