
दिग्गज निवेशक और बिगबुल (Big Bull) के नाम से पहचाने जाने वाले राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) का Tata समूह की कंपनी के शेयरों से मोहभंग हो रहा है. इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने इसके 30 लाख से ज्यादा Stocks बेच दिए हैं.
0.09 फीसदी हिस्सेदारी घटायी
बिजनेस टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, कंपनी के ताजा शेयरहोल्डिंग पैटर्न से पता चलता है, जहां मार्च 2022 में राकेश झुनझुनवाला के पास टाटा मोटर्स (Tata Motors) में 1.18 फीसदी की हिस्सेदारी थी. लेकिन जून 2022 के अंत में यह हिस्सेदारी कम होकर 1.09 फीसदी रह गई. यानी बिग बुल ने कंपनी में अपनी हिस्सेदारी 0.09 फीसदी घटा दी.
बिग बुल ने 30.19 लाख Stocks बेचे
रिपोर्ट की मानें तो 0.09 फीसदी हिस्सेदारी की कटौती करके राकेश झुनझुनवाला ने टाटा मोटर्स के 30.19 लाख शेयर बेच दिए हैं. मार्च 2022 के अंत में उनके पास 3,92,50,000 शेयर थे, जो अब कम होकर 3,62,50,000 रह गए हैं. फिलहाल, राकेश झुनझुनवाला के पोर्टफोलियो (Portfolio) की बात करें तो इसमें सबसे ऊपर टाइटन कंपनी (Titan) का शेयर हैं, जबिक Tata Motors चौथे नंबर पर है.
शेयरों में गिरावट के चलते फैसला
झुनझुनवाला ने दरअसल, कंपनी के शेयरों में गिरावट के चलते इन्हें बेचने का फैसला किया है. मंगलवार को टाटा मोटर्स के स्टॉक में गिरावट के साथ में 448.65 के स्तर पर बंद हुआ. बता दें साल 2022 में अब तक कंपनी के शेयरों में 7.55 फीसदी की गिरावट आ चुकी है. इसके चलते बीएसई पर कंपनी का मार्केट कैप गिरकर 1.48 लाख करोड़ रुपये रह गया है.
कंपनी के स्टॉक ने बीते 17 नवंबर, 2021 को 52 सप्ताह के उच्च स्तर 536.50 रुपये को छुआ था, जबकि 24 अगस्त, 2021 को यह 52 सप्ताह के निचले स्तर 268.50 रुपये पर पहुंच गया था.
प्रोमोटरों की होल्डिंग में बदलाव नहीं
टाटा समूह (Tata Group) की फर्म के प्रोमोटरों की होल्डिंग पिछले वित्त वर्ष की मार्च तिमाही की तुलना में जून तिमाही में 46.40 प्रतिशत या 154.08 करोड़ पर अपरिवर्तित रही. जहां मार्च तिमाही में 579 एफआईआई के पास 47.98 करोड़ शेयर थे. वहीं जून तिमाही में भी 582 एफआईआई के पास 45.52 करोड़ शेयर देखे गए.
इसके अलावा पिछले वित्त वर्ष की मार्च तिमाही में 48 म्यूचुअल फंडों (Mutual Funds) के पास 21.49 करोड़ शेयर थे, जो कि इस साल की जून तिमाही में 22.67 करोड़ ही हुए.