Advertisement

क्या सच में गायब हुए 88 हजार करोड़ रुपये के 500 के नोट? रिजर्व बैंक ने बताई पूरी बात

पिछले दिनों एक आरटीआई रिपोर्ट में दावा किया गया कि देश की इकोनॉमी से भारी संख्या में 500 रुपये के नोट गायब हैं. रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने इस रिपोर्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए साफ-साफ इस रिपोर्ट को खारिज कर दिया है.

एक रिपोर्ट में 500 के नोट को लेकर किया गया था बड़ा दावा. एक रिपोर्ट में 500 के नोट को लेकर किया गया था बड़ा दावा.
ऐश्वर्या पालीवाल
  • नई दिल्ली,
  • 18 जून 2023,
  • अपडेटेड 10:06 AM IST

पिछले दिनों एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि 88,032.5 करोड़ रुपये के मूल्य के 500 रुपये के नोट रहस्यमय ढंग से देश की इकोनॉमी से गायब हैं. अब रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने इस रिपोर्ट को खारिज कर दिया है. रिपोर्ट के अनुसार, सूचना के अधिकार (RTI) के तहत एक जवाब से पता चला कि नासिक के करेंसी नोट प्रेस द्वारा नए डिजाइन के साथ 500 रुपये के 375.450 मिलियन नोट छापे गए थे. रिपोर्ट में दावा किया गया कि आरबीआई के रिकॉर्ड से पता चलता है कि अप्रैल 2015 और दिसंबर 2016 के बीच केंद्रीय बैंक को केवल 345.000 मिलियन प्रिंटेड नोट ही प्राप्त हुए थे.

Advertisement

सूचना की गलत व्याख्या

इस मामले पर रिजर्व बैंक ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि सूचना की गलत व्याख्या की गई है. रिजर्व बैंक के पास प्रिंटिंग प्रेस से आरबीआई को आपूर्ति किए गए सभी बैंक नोटों का उचित हिसाब है. केंद्रीय बैंक ने कहा कि मीडिया में छपी कुछ रिपोर्टस में ये कहा जा रहा है कि कि 500 रुपये बैंकनोट गायब हुए हैं. लेकिन ये सही नहीं है. रिजर्व बैंक ने कहा कि ये रिपोर्ट सूचना के अधिकार अधिनियम, 2005 के तहत प्रिंटिंग प्रेसों से एकत्र की गई जानकारी की गलत व्याख्या पर आधारित है. 

नोटों के लिए मजबूत सिस्टम उपलब्ध

केंद्रीय बैंक ने कहा कि ये ध्यान देने वाली बात है कि प्रिंटिंग प्रेस से आरबीआई को आपूर्ति किए गए सभी बैंक नोटों का सही हिसाब रखा जाता है. रिजर्व बैंक ने कहा कि नोटों छपाई, स्टोरेज और वितरण की निगरानी के लिए प्रोटोकॉल सहित प्रेस में छपे और आपूर्ति किए गए बैंक नोटों के मिलान के लिए उसके पास मजबूत सिस्टम उपलब्ध हैं. इसलिए लोगों से अनुरोध है कि ऐसे मामले में रिजर्व बैंक द्वारा समय-समय पर प्रकाशित होने वाली सूचनाओं पर ही भरोसा करें.

Advertisement

रिपोर्ट का दावा

आरटीआई रिपोर्ट में दावा किया गया था कि 88,032.50  करोड़ रुपये के 500 के नोट गायब हैं. 500 रुपये के 8,810.65 मिलियन नए नोट जारी किए गए थे. RTI के अनुसार, रिजर्व बैंक ने 7260 मिलियन नोट ही प्राप्त किए. आंकड़ों के अनुसार, 1760.65 मिलियन नोट भारतीय इकोनॉमी से गायब हैं, जिसकी कीमत 88,032.50 करोड़ रुपये है.  बता दें कि भारत के पास तीन यूनिट हैं, जहां नोटों की छपाई होती है. 

नासिक स्थित प्रिंटिंग प्रेस से 2016-17 के दौरान 1662 मिलियन नोट रिजर्व बैंक को भेजे गए थे. बेंगलुरु यूनिट से 5195.65 और देवास से 1953 मिलियन नोट रिजर्व बैंक को सप्लाई किए गए थे. तीनों को मिलाकर 8810.65 मिलयन नोट हुए. इसमें से सिर्फ 7260 मिलियन नोट ही रिजर्व बैंक ने रिसीव किया था. लेकिन रिजर्व बैंक ने नोट गायब होने के दावों को पूरी तरह से खारिज कर दिया है. केंद्रीय बैंक ने साफ-साफ कहा है कि उसके पास सभी नोटों का पूरा हिसाब है.
 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement