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रिलायंस ने दिया अरब देशों को तगड़ा झटका, रूस के साथ मिलाया हाथ

रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) ने रूस से जमकर क्रूड ऑयल की खरीदारी की है. सस्ते तेल की वजह से भारतीय रिफाइनिंग कंपनियों ने रूस की ओर रुख किया है. हालांकि, रूस से क्रूड ऑयल के इंपोर्ट पर लागत बढ़ गई है.

रिलायंस इंडस्ट्रीज ने बढ़ाया रूस से कच्चे तेल का आयात रिलायंस इंडस्ट्रीज ने बढ़ाया रूस से कच्चे तेल का आयात
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 14 जून 2022,
  • अपडेटेड 12:29 PM IST
  • रूस से बढ़ाया क्रूड ऑयल का इंपोर्ट
  • सस्ते दर पर तेल बेच रहा है रूस

यूक्रेन से छिड़ी जंग (Russia-Ukraine War) के बाद रूस ने अपने क्रूड ऑयल (Russia Crude Oil) को ग्लोबल रेट के मुकाबले कम दर पर बेचने का ऐलान किया था. इसके बाद से भारतीय रिफाइनिंग कंपनियों ने तेल के आयात (India Crude Oil Import) के लिए रूस की तरफ रुख किया. लेकिन रूस से क्रूड ऑयल के इंपोर्ट पर अधिक लागत की वजह से भारत की रिफाइनरियों को कुछ खास फायदा नहीं हुआ. हालांकि, रूस का क्रूड ऑयल पहली बार अप्रैल में भारत के कुल तेल आयात का 5 फीसदी हिस्सा बन था. अब खबर है कि रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) ने रूस से जमकर क्रूड ऑयल की खरीदारी की है.

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रिलायंस ने बढ़ाया इंपोर्ट

मई में रिलायंस इंडस्ट्रीज के कुल क्रूड ऑयल के इंपोर्ट में पांचवा हिस्सा रूस से आया है. व्यापार के आंकड़ों के मुताबिक यूक्रेन पर आक्रमण के बाद पश्चिमी देशों ने रूस पर प्रतिबंध लगा दिए थे. इसके  बाद रूस ग्लोबल रेट से कम पर क्रूड ऑयल इंपोर्ट करने लगा. आंकड़ों से पता चलता है कि रिलायंस ने मई में प्रति दिन लगभग 1.4 मिलियन बैरल तेल का आयात किया, जो अप्रैल के मुकाबले 9.1 फीसदी अधिक है. 

मिडिल ईस्ट से घटा आयात

मिडिल ईस्ट से रिलायंस ने अपने आयात को कम किया और ये 67 फीसदी से घटकर अप्रैल में 61 फीसदी रह गया. वहीं, रूस के नेतृत्व वाले C.I.S. देशों से क्रूड ऑयल का निर्यात 13 फीसदी से बढ़कर 23 फीसदी हो गया. आंकड़ों से पता चलता है कि निजी रिफाइनरी ने मई में लगातार दूसरे महीने अमेरिकी तेल के इंपोर्ट से दूरी बनाए रखी. 

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रूस कम कीमतों पर बेच रहा तेल

खबरों के मुताबिक, रूस इस वक्त ग्लोबल रेट के मुकाबले 35 फीसदी के कम रेट पर क्रूड ऑयल बेच रहा है. भारतीय रिफाइनिंग कंपनियों ने मई के मई में लगभग 2.5 करोड़ बैरल रूसी क्रूड ऑयल की खरीदारी की है. यह भारत के कुल क्रूड ऑयल आयात का  16 प्रतिशत है.

भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा क्रूड ऑयल इंपोर्ट करने वाला देश है. मई में भारत ने ईराक से सबसे अधिक क्रूड ऑयल का आयात किया. भारती की सरकारी और प्राइवेट रिफाइनरियों ने सस्ते क्रूड ऑयल की वजह से रूस का रुख किया, क्योंकि ग्लोबल मार्केट में कच्चे तेल की कीमतें लगातार तेजी से ऊपर जा रही हैं. अमेरिका और चीन के बाद भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल उपभोक्ता देश है.

भारत के लिए महंगा पड़ा रूसी तेल

भारत को रूस से क्रूड ऑयल के आयात महंगा पड़ रहा है, क्योंकि शिपिंग और इंश्योरेंस कॉस्ट के रूप में बड़ी रकम का भुगतान करना पड़ता है. रूस-यूक्रेन के बीच जारी युद्ध की वजह से शिपिंग  इंश्योरेंस कॉस्ट में तेजी से बढ़ोतरी हुई है. साथ ही कच्चे तेल का कारोबार करने वाले व्यापारियों ने अपना मार्जिन कॉस्ट भी बढ़ा दिया है. 
 

 

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