
रिलायंस इंडस्ट्रीज (Reliance Industries) ने फ्यूचर रिटेल (Future Retail) के ऑपरेशन्स (Operations) की जिम्मेदारी अपने हाथों में ले ली है. न्यूज एजेंसी पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली कंपनी ने किशोर बियानी की अगुवाई वाले समूह के कर्मचारियों को नौकरी का ऑफर भी दिया है. यह डेवलपमेंट ऐसे समय में सामने आया है जब फ्यूचर ग्रुप (Future Group) अपना कारोबार रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) को बेचने को लेकर Amazon से कानूनी लड़ाई लड़ रहा है.
इन स्टोर्स से पजेशन लेने की शुरुआत
Reliance Retail ने फ्यूचर रिटेल के उन परिसरों का पजेशन अपने हाथ में लेना शुरू कर दिया है, जहां किशोर बियानी के नेतृत्व वाला समूह Big Bazaar जैसे स्टोर को ऑपरेट कर रहा है. रिलांयस रिटेल ने Big Bazaar जैसे स्टोर को अपने ब्रैंड स्टोर के रूप में बदल दिया है. रिपोर्ट में कहा गया है कि रिलायंस रिटेल ने फ्यूचर रिटेल स्टोर्स के कर्मचारियों को जॉब और रिलायंस रिटेल के Payroll पर लाने की पेशकश की है.
परिसर मालिकों ने रिलायंस से किया था संपर्क
रिलायंस रिटेल और फ्यूचर ग्रुप के बीच डील के बाद कई परिसर मालिकों ने रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) से संपर्क किया था क्योंकि फ्यूचर रिटेल रेंट इन परिसर मालिकों को रेंट नहीं दे पा रही थी. इसके बाद जहां भी संभव हो पाया रिलायंस ने इन परिसर मालिकों के साथ लीज साइन किए. इसके बाद ये परिसर फ्यूचर रिटेल को रिलायंस रिटेल ने सब-लीज पर दे दिया. इस कदम का लक्ष्य कारोबार को जारी रखना था.
घाटे में चल रहे स्टोर्स का टेकओवर
रिलायंस ने घाटे में चल रहे स्टोर्स को टेक ओवर किया है. वहीं, बाकी स्टोर्स का परिचालन FRL द्वारा जारी रहेगा. इससे FRL के परिचालन घाटे में कमी आएगी. हालांकि, अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि रिलायंस रिटेल ने वास्तव में Future Retail के कितने स्टोर्स को टेक ओवर किया है.
प्रॉफिट देने वाले स्टोर ही चलाएगी रिलायंस रिटेल
इंडस्ट्री से जुड़े एक सोर्स के हवाले से पीटीआई ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि Reliance Retail अब Future Retail के ऐसे परिसरों का मूल्यांकन करेगी. कंपनी ऐसे ही परिसरों का ही इस्तेमाल करेगी, जो कॉमर्शियल रूप से प्रॉफिट देने वाले हों. रिलायंस रिटेल इस प्रक्रिया में 30,000 स्टोर स्टाफ को नौकरी पर रखेगी, जो ऐसा नहीं होने पर अपनी नौकरी खो देते.