
रिलायंस के जियो प्लेटफॉर्म्स और फेसबुक के बीच हुई डील में डेटा शेयरिंग को लेकर भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) ने सवाल उठाये थे. सीसीआई का कहना था कि इन कंपनियों को एक-दूसरे से जो डेटा हासिल होगा उससे बाजार में प्रतिस्पर्धा विरोधी आचरण बढ़ेगा. हालांकि फेसबुक ने भरोसा दिया है कि रिलायंस से डेटा का 'सीमित आदान-प्रदान' ही होगा.
क्या कहा फेसबुक ने
फेसबुक का कहना है कि अभी जो शुरुआती करार हुआ है उसके मुताबिक न तो जियो प्लेटफॉर्म्स और न ही फेसबुक इंडिया एक-दूसरे के डेटा हासिल करने वाले हैं. यह समझौता सिर्फ जियोमार्ट पर 'ई-कॉमर्स लेनदेन' को सुविधाजनक बनाने के लिए ही है. गौरतलब है कि जियोमार्ट रिलायंस जियो प्लेटफॉर्म्स लिमिटेड की सब्सिडियरी है.
सौदे को दी मिल गई है मंजूरी
सीसीआई ने इस सौदे को जून में ही मंजूरी दे दी थी. लेकिन सीसीआई ने डेटा शेयरिंग को लेकर सवाल उठाये थे. इकोनॉमिक टाइम्स के अनुसार, फेसबुक से जुड़ी कंपनी Jaadhu Holdings ने अपने जवाब में कहा था, 'डेटा का इस्तेमाल सीमित, समानुपाती और केवल प्रस्तावित कॉमर्शियल एग्रीमेंट को लागू करने के लिए है.'
कंपनी का कहना है कि दोनों के बीच जो मास्टर सर्विसेज एग्रीमेंट हुआ है, उसमें महत्वपूर्ण और गोपनीय डेटा को अपने फायदे के लिए इस्तेमाल या किसी तीसरे पक्ष को देने की इजाजत नहीं है.
सीसीआई ने फेसबुक और रिलायंस के बीच इस सौदे को मंजूरी दे दी है, लेकिन उसने डेटा शेयरिंग के कई पहलुओं को लेकर सवाल उठाये हैं. गौरतलब है कि रिलायंस जियो प्लेटफार्म्स (Reliance Jio Platforms) को फेसबुक से कंपनी में 9.99 फीसदी हिस्सेदारी के लिए 43,574 करोड़ रुपये मिले हैं.
अप्रैल में हुई थी डील
जियो प्लेटफार्म्स और फेसबुक के बीच डील की घोषणा 22 अप्रैल को की गई थी. जियो प्लेटफार्म्स लिमिटेड को फेसबुक की पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी जाधू होल्डिंग्स, एलएलसी (Jaadhu Holdings) से 43,574 करोड़ रुपये की राशि मिली है. फेसबुक ने जियो प्लेटफार्म्स में 4.62 लाख करोड़ रुपये के एंटरप्राइज वैल्यू पर 9.99 फीसदी हिस्सेदारी ली है.