
रिलायंस इंडस्ट्रीज (RIL) ने अपने कारोबार में बड़े बदलाव का ऐलान किया है. इसके मुताबिक अब इसके O2C (ऑयल टु केमिकल) यानी तेल से लेकर रसायन तक के कारोबार को एक पूर्ण स्वामित्व वाली सब्सिडियरी के रूप में अलग किया जाएगा, यानी इसका डिमर्जर किया जाएगा. ऐसा माना जा रहा है कि सऊदी अरब की दिग्गज तेल कंपनी अरामको (Aramco) से सौदा करने के लिए रिलायंस ने यह पूर्व तैयारी की है.
शेयरधारकों और कर्जदाताओं की मंजूरी मांगी
सोमवार को देर रात को जारी एक नोटिस में रिलायंस ने कंपनी की इस डिमर्जर योजना पर शेयरधारकों और कर्जदाताओं की मंजूरी मांगी है. RIL ने कहा कि अलग कंपनी को स्वतंत्र तरीके से आगे बढ़ाने से तेल से लेकर रसायन तक के कारोबार में अवसरों पर ध्यान केंद्रित किया जा सकेगा. यह रणनीतिक साझेदारी को बढ़ावा देगी और इससे खास तरह के निवेशकों को भी आकर्षित किया जा सकेगा.
शेयर में तेजी
कंपनी ने उम्मीद जताई है कि उसे अगले वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही तक इसके लिए जरूरी मंजूरी मिल जाएगी. इस ऐलान के बाद आज रिलायंस के शेयर करीब 2 फीसदी चढ़कर 2049.95 रुपये तक पहुंच गए.
जानकारों का मानना है कि इस डिमर्जर से सऊदी अरब की दिग्गज तेल कंपनी अरामको से सौदे की तैयारी के लिए ही है. इस सौदे की कोशिश काफी समय से चल रही है, लेकिन कोरोना की वजह से यह अभी रंग नहीं ले पाया है.
साल 2019 में मुकेश अंबानी ने यह ऐलान किया था कि वह अपने तेल से लेकर रसायन कारोबार का करीब 20 फीसदी हिस्सा बेचने के लिए बातचीत कर रहे हैं. इसके तहत गुजरात के जामनगर में दो तेल रिफाइनरी और एक पेट्रोकेमिकल एसेट अरामको को बेचे जा सकते हैं.
पहले मार्च 2020 तक ही यह सौदा हो जाने की उम्मीद थी, लेकिन कोरोना की वजह से यह रुक गया. रिलायंस के इस कारोबार में करीब 3.26 लाख करोड़ रुपये का लॉन्ग टर्म एसेट और 1.38 लाख करोड़ रुपये की कैश एवं अन्य संपत्ति है. (www.businesstoday.in के इनपुट पर आधारित)