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अडानी ग्रुप के लिए Fitch की रिपोर्ट 'संजीवनी', आठों कंपनियों को लेकर कही ये बड़ी बात

जिस दिन से अडानी ग्रुप को लेकर हिंडनबर्ग की रिपोर्ट सामने आई है, उसी दिन से अडानी ग्रुप के शेयरों में तेज गिरावट देखी जा रही है. अडानी ग्रुप की कंपनियों का मार्केट कैप घटने से गौतम अडानी की नेटवर्थ में भी भारी गिरावट आई है.

अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी (फाइल फोटो) अडानी ग्रुप के चेयरमैन गौतम अडानी (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 03 फरवरी 2023,
  • अपडेटेड 11:55 PM IST

अमेरिकी फर्म हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के सामने आने के बाद अडानी ग्रुप (Adani Group) की कंपनियों के शेयर पतझड़ हो गए हैं. हर रोज टूटते शेयरों के बीच शुक्रवार को अडानी ग्रुप के लिए राहत भरी खबर आई है. ग्लोबल रेटिंग एजेंसी फिच ने अडानी ग्रुप की आठ कंपनियों के लिए पॉजिटिव रेटिंग जारी की है. साथ ही इस रेटिंग एजेंसी ने कहा है कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट का असर अडानी ग्रुप के क्रेडिट प्रोफाइल पर तत्काल रूप से नहीं पड़ा है.

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लेकिन अभी भी निवेशकों की माथे पर चिंता की उभरी लकीरें खत्म नहीं हो रही हैं. क्योंकि शेयरों में कुछ खास सुधार नजर नहीं आ रहा है. हालांकि, इस मुश्किल वक्त में अडानी ग्रुप के लिए खुशखबरी लेकर आई फिच की रिपोर्ट की अहम बातें क्या हैं, जिसे निवेशकों के लिए जानना जरूरी है समझ लीजिए.   

रेटिंग एजेंसी फिच की बड़ी बातें

  • ग्लोबल रेटिंग एजेंसी फिच ने साफ-साफ कहा है कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद अडानी ग्रुप का क्रेडिट प्रोफाइल तत्काल रूप से प्रभावित नहीं हुआ है. 
  • क्रेडिट रेटिंग एजेंसी फिच का कहना है कि हम अडानी ग्रुप की कंपनियों के कैश फ्लो पर नजर बनाए हुए हैं. निकट अवधि में कोई रि-फाइनेंसिंग से जुड़ा रिस्क या लिक्विडिटी का जोखिम नजर नहीं आ रहा है. 
  • फिच ने कहा कि वो रेटेड इकाइयों की लंबी अवधि में फाइनेंसिंग की लागत में किसी बड़े बदलाव पर भी नजर बनाए हुए हैं. इसके अलवा एजेंसी का कहना है कि रेगुलेटरी या कानूनी मामलों या ESG संबंधी मामलों से भी क्रेडिट प्रोफाइल पर असर पड़ सकता है.
  • रेटिंग एजेंसी ने कहा कि स्मॉल टर्म में ऑफशोर बॉन्ड की मैच्योरिटी नहीं होने वाली है. जून 2024 में अडानी पोर्ट्स का, दिसंबर 2024 में अडानी ग्रीन एनर्जी और बाकी की कंपनियों का बॉन्ड 2026 या उसके बाद मैच्योर होगा. फिच ने फिलहाल अडानी ग्रुप की आठ कंपनियों के रेटिंग दी है. 

फिच ने अडानी ग्रुप की आठ कंपनियों को स्टेबल रेटिंग दी है. 

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  1. अडानी ट्रांसमिशन लिमिटेड- BBB/स्टेबल
  2. अडानी इलेक्ट्रिसिटी मुंबई लिमिटेड-BBB/स्टेबल
  3. अडानी ट्रांसमिशन रिस्ट्रिक्टिड ग्रुप 1 ATL RG1, BBB/स्टेबल
  4. अडानी ग्रीन रिस्ट्रिक्टिड ग्रुप 2  BBB-/स्टेबल 
  5. अडानी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड-BBB/स्टेबल
  6. अडानी इंटरनेशनल कंटेनर टर्मिनल प्राइवेट लिमिटेड-  BBB-/स्टेबल
  7. मुंबई इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड- BB+/स्टेबल
  8. अडानी ग्रीन रिस्ट्रिक्टिड ग्रुप-1 (AGEL RG1)-BB+/स्टेबल

डाउ जोंस ने दिया झटका 

हिंडनबर्ग की रिपोर्ट में अडानी ग्रुप को लेकर स्टॉक हेरफेर-अकाउंटिंग फ्रॉड समेत कई तरह के दावे किए गए हैं. इन तमाम आरोपों को लेकर अमेरिका के डाउ जोंस सस्टेनिबिलिटी इंडेक्स ने अडानी एंटरप्राइजेज को बाहर करने का ऐलान किया है. रिपोर्ट के मुताबिक, 7 फरवरी को इसे डाउ जोंस से हटा दिया जाएगा. 

मूडीज की रिपोर्ट से चिंता

दूसरी तरफ मूडीज ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि हिंडनबर्ग की रिपोर्ट के बाद वह अडानी ग्रुप के फाइनेंसियल फ्लेक्सिबलटी का मूल्यांकन कर रहा है. मूडीज की इकाई ICRA ने कहा कि वह अडानी समूह पर हाल के घटनाक्रमों के प्रभाव पर नजर बनाए हुए और इसका वैल्यूएशन कर रही है. मूडीज के अनुसार, अडानी ग्रुप के पास 2025 तक कर्ज चुकाने का मौका होगा. इन घटनाओं से अगले 1-2 वर्षों में प्रतिबद्ध कैपेक्स या कर्ज चुकाने के लिए पूंजी जुटाने की समूह की क्षमता कम हो सकती है.
 

 

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