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महंगाई के मोर्चे पर आम आदमी को झटका, खुदरा महंगाई बढ़कर 7 फीसदी पर पहुंची

जुलाई महीने में खुदरा महंगाई में कमी दर्ज की गई थी और यह 6.71 फीसदी पर आ गई थी. इससे पहले जून में खुदरा महंगाई दर 7.01 फीसदी, मई में 7.04 फीसदी और अप्रैल में 7.79 फीसदी रही थी. गौरतलब है कि देश में महंगाई लगातार भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के तय लक्ष्य सीमा से ऊपर बनी हुई है

खुदरा महंगाई बढ़कर 7 फीसदी हुई  खुदरा महंगाई बढ़कर 7 फीसदी हुई
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 12 सितंबर 2022,
  • अपडेटेड 7:18 PM IST

देश में महंगाई (Inflation) के मोर्चे पर एक बार फिर आम आदमी को झटका लगा है. खुदरा महंगाई (Retail Inflation) में जहां जुलाई के महीने में मामूली राहत मिली थी, तो अगस्त में एक बार फिर इसमें इजाफा हुआ है. जुलाई की तुलना में खुदरा महंगाई दर बढ़कर फिर 7 फीसदी पर पहुंच गई है. 

RBI के लक्ष्य से लगातार ऊपर     
सरकार ने सोमवार को खुदरा महंगाई के आंकड़े जारी किए. इससे पहले जुलाई महीने में खुदरा महंगाई में कमी दर्ज की गई थी और यह 6.71 फीसदी पर आ गई थी. इससे पहले जून में खुदरा महंगाई दर 7.01 फीसदी, मई में 7.04 फीसदी और अप्रैल में 7.79 फीसदी रही थी. गौरतलब है कि देश में महंगाई दर लगातार आठवें महीने भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के तय लक्ष्य सीमा से ऊपर बनी हुई है. सरकार ने महंगाई दर को दो से 6 फीसदी के दायरे में रखने का लक्ष्य निर्धारित किया है, लेकिन तमाम कोशिशों के बाद भी महंगाई इससे ऊपर बनी हुई है. 

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खाद्य वस्तुओं पर महंगाई बढ़ी
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के आंकड़ों के अनुसार, खाद्य वस्तुओं (Food Product) की महंगाई दर अगस्त में 7.62 फीसदी रही, जो कि जुलाई में 6.69 फीसदी पर थी. पिछले साल की समान अवधि में फूड प्रोडक्ट पर महंगाई दर 3.11 फीसदी थी. सबसे ज्यादा महंगाई सब्जी, मसालों, फुटवियर और ईंधन-बिजली सेक्टर में दिखाई दी है.

इन क्षेत्रों में कीमतों में सालाना आधार पर 10 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी दर्ज की गई है. दूसरी ओर अंडे पर महंगाई कम हुई, जबकि मीट और मछली जैसे खाद्य पदार्थों के दाम में कोई बदलाव नहीं देखा गया. 

औद्योगिक उत्पादन में बढ़ोतरी
राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) की तरफ से सोमवार को जारी औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) के आंकड़े भी जारी किए गए. इसके मुताबिक, जुलाई के दौरान उत्पादन में 2.4 फीसदी इजाफा हुआ है. एक साल पहले जुलाई, 2021 में आईआईपी में 11.5 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गई थी. आंकड़ों के अनुसार, जुलाई में विनिर्माण क्षेत्र का उत्पादन 3.2 फीसदी, जबकि बिजली उत्पादन 2.3 फीसदी बढ़ा है. वहीं खनन क्षेत्र के उत्पादन में 3.3 फीसदी की गिरावट आई है. 

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