
कहने को तो वे दुनिया के सबसे दिग्गज अमीरों की लिस्ट में शामिल हैं, लेकिन अपनी सरकार को टैक्स देने से बचने के लिए तरह-तरह के रास्ते तलाश रहे हैं. जी हां, एक हैरान करने वाली यह रिपोर्ट सामने आई है कि जेफ बेजोस, एलन मस्क सहित अमेरिका के 23 सबसे धनी लोगों ने साल 2014 से 2018 के बीच संघीय टैक्स (federal tax) के रूप में बहुत मामूली रकम दी है.
अमेरिका की एक स्वयंसेवी संस्था ProPublica ने कई दिग्गजों की टैक्स फाइलिंग का विश्लेषण किया है. रिपोर्ट के अनुसार इन 23 दिग्गज अमीरों ने 401 अरब US डॉलर की कमाई की, लेकिन टैक्स महज 13.6 अरब डॉलर का दिया. यह तो चार फीसदी से भी कम है.
गौरतलब है कि एमेजॉन के प्रमुख जेफ बेजास (Jeff Bezos) का अपना नेटवर्थ ही 190 अरब डॉलर का है. इसी तरह टेस्ला के सीईओ एलन मस्क (Elon Musk) का नेटवर्थ करीब 167 अरब डॉलर है.
भारी असमानता का खुलासा
न्यूयॉर्क टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार, इन दस्तावेजों से अमेरिकी टैक्स व्यवस्था में भारी असमानता का खुलासा हुआ है. जेफ बेजोस, एलन मस्क, वारेन बफेट और माइकल ब्लूमबर्ग जैसे दिग्गजों ने अमेरिकी टैक्स संहिता में कमजोरी का फायदा उठाया है.
असल में अमेरिका में अमीरों की काफी संपत्ति एवं आमदनी जैसे वैकेशन के लिए बने मकान, याट और अन्य निवेश को तब तक 'टैक्सेबल इनकम' नहीं माना जाता, जब तक कि इनकी बिक्री और इससे कोई गेन न हो.
खामियों का फायदा उठाया
रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका के टैक्स सिस्टम में इतनी खामियां हैं कि अमीर इसका फायदा उठाते हुए बड़ी मात्रा में टैक्स देने से बच जाते हैं. अब राष्ट्रपति जो बाइडेन टैक्स कोड में बदलाव की कोशिश कर रहे हैं ताकि कंपनियों और अमीरों पर टैक्स बढ़ाया जा सके. बाइडेन ने टॉप इनकम टैक्स रेट को 37 फीसदी से बढ़ाकर 39.6 फीसदी करने का प्रस्ताव रखा है. ProPublica ने जो विश्लेषण पेश किया है उससे राष्ट्रपति बाइडेन वेल्थ टैक्स लगाने को प्रेरित हो सकते हैं.