
महाराष्ट्र के कोल्हापुर की साड़ी बेचने वाली कंपनी ने शेयर बाजार (Stock Market) में जोरदार डेब्यू किया है और पहले ही दिन अपने निवेशकों को ताबड़तोड़ कमाई कराई है. हम बात कर रहे हैं सरस्वती साड़ी डिपो (Saraswati Saree Depot) की, जिसके शेयर मंगववार को स्टॉक मार्केट में लिस्ट हुए. BSE पर इसकी लिस्टिंग 25 फीसदी प्रीमियम के साथ हुई है और निवेशकों को हर एक शेयर पर 40 रुपये का प्रॉफिट हुआ है.
आईपीओ को मिला था जबरदस्त रिस्पांस
सरस्वती साड़ी डिपो का आईपीओ (Saraswati Saree Depot) इसी महीने 12 अगस्त को ओपन हुआ था और निवेशकों ने इसमें 14 अगस्त तक पैसे लगाए थे. इस इश्यू के जरिए कंपनी ने 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले 10,000,800 शेयरों के लिए बोली मांगी थी. IPO को निवेशकों का जबरदस्त रिस्पांस मिला था और ये अंतिम दिन 107.39 गुना सब्सक्राइब्ड किया गया था. रिटेल इन्वेस्टर्स का कोटा 61.88 फीसदी, NII कैटेगरी 358.65 फीसदी और QIB कैटेगरी को 64.12 गुना से ज्यादा सब्सक्रिप्शन मिला था.
NSE पर इस प्राइस पर हुआ लिस्ट
कंपनी के शेयरों का आईपीओ प्राइस बैंड 152-160 रुपये था. मंगलवार को इसकी तुलना में BSE पर ये 200 रुपये पर लिस्ट हुआ, जबकि नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) पर सरस्वती साड़ी डिपो के शेयरों की लिस्टिंग 21.25 फीसदी प्रीमियम के साथ 194 रुपये पर हुई है. इससे पहले मार्केट एक्सपर्ट्स भी इस कंपनी के शेयरों की जोरदार लिस्टिंग की उम्मीद जता रहे थे और 200 से 210 रुपये के बीच लिस्ट होने का अनुमान जाहिर किया था.
निवेशकों को झटके में इतना मुनाफा
Saraswati Saree ने आईपीओ के तहत 90 शेयरों का लॉट साइज सेट किया था और अपर प्राइस बैंड के हिसाब से निवेशकों को कम से कम 14,400 रुपये का इन्वेस्टमेंट करना था. लिस्टिंग पर मुनाफे का कैलकुलेशन देखें तो हर एक लॉट पर निवेशकों को 3600 रुपये का फायदा हुआ है. वहीं आईपीओ के तहत जिन निवेशकों ने अधिकतम 13 लॉट के लिए बोली लगाई थी और 1170 शेयरों के लिए 1,87,200 रुपये का निवेश किया था, तो ये पहले ही दिन बढ़कर 2,34,000 रुपये हो गया. इस हिसाब से उन्हें 46,800 रुपये की कमाई एक झटके में हो गई है.
क्या करती है सरस्वती साड़ी डिपो
साड़ी प्रोडक्शन से जुड़ी कोल्हापुर की ये कंपनी इसके अलावा महिलाओं के अन्य कपड़ों की भी सप्लाई करती है, इनमें लहंगा, कुर्तियों समेत अन्य शामिल हैं. इस कंपनी की स्थापना साल 1966 में हुई थी और देशभर में इसका कारोबार फैला हुआ है. इस कंपनी का 90 फीसदी से ज्यादा रेवेन्यू सिर्फ साड़ियों की बिक्री से आता है.
(नोट- शेयर बाजार में किसी भी तरह के निवेश से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें.)