
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने देश से फरार विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चौकसी जैसे भगौड़ा व्यवसायियों से वसूली के लिए उनकी एसेट्स को जब्त करने का काम किया है. इन एसेट्स को उसने अलग-अलग बैंकों को सौंपा है. हाल में SBI ने ऐसे ही एसेट्स सेल से करोड़ों रुपये हासिल किए हैं.
SBI ने बेचे Kingfisher Airlines के शेयर
SBI के नेतृत्व वाले बैंक कंसोर्टियम के लिए डेब्ट रिकवरी ट्रिब्यूनल (DRT) ने शुक्रवार को Kingfisher Airlines के शेयर बेचकर 792.11 करोड़ रुपये हासिल किए हैं. बैंक समूह को ये शेयर ED ने सौंपे थे.
पहले मिल चुके हैं 7,181.50 करोड़
SBI इससे पहले इसी तरह एसेट लिक्विडेशन से कुल 7,181.50 करोड़ रुपये हासिल कर चुका है. इसके लिए उसने दो अलग-अलग किस्तों में एसेट लिक्विडेशन किया. इसमें एक किस्त में उसे 1,357 करोड़ रुपये और दूसरी किस्त में 5,824.50 करोड़ रुपये हासिल हुए.
अब तक 81% फंसे कर्ज की वसूली
विजय माल्या पर SBI का कुल 9,900 करोड़ रुपया बकाया है. इसमें से करीब 81% ऋण की वसूली अब SBI कंसोर्टियम कर चुका है.
विजय माल्या के ऋण धोखाधड़ी मामले में मनी लॉन्ड्रिंग की जांच करते वक्त ईडी ने कई परिसंपत्तियां जब्त की थीं. इनमें माल्या की कंपनी यूनाइटेड बेवरेजेस लिमिटेड (UBL) और किंगफिशर एयरलाइन्स समेत 7 कंपनियों के एसेट्स शामिल थे.
ED ने अब तक वसूले 13,109 करोड़
ED ने विजय माल्या, नीरव मोदी और मेहुल चौकसी के मामले में अब तक कुल 13,109.17 करोड़ रुपये की वसूली की है. इसके लिए उसने जो परिसंपत्तियां जब्त की थीं, वो या तो संबंधित बैंक समूहों को सौंप दी गईं या वह सरकार के पास हैं.
जल्द स्वदेश लौटेंगे माल्या
बैंकों के साथ ऋण धोखाधड़ी मामले में फंसे विजय माल्या लंबे समय से फरार हैं और ब्रिटेन में रह रहे हैं. भारत सरकार ने उनके स्वदेश प्रत्यपर्ण के लिए वहां की अदालत में केस लड़ा और अब विजय माल्या का भारत प्रत्यर्पित होना लगभग तय हो चुका है. विजय माल्या को इस संबंध में ब्रिटेन की सर्वोच्च अदालत में अपील दायर करने से रोक दिया गया है.
बैंकों के फंसे 22,000 करोड़ रुपये
माल्या के अलावा मेहुल चौकसी और नीरव मोदी के मामले में भी पीएनबी के साथ 13,500 करोड़ रुपये की कथित ऋण धोखाधड़ी की गई है. इन दोनों मामलों में मिलाकर भारतीय बैंकों का 22,585.83 करोड़ रुपये फंसा हुआ है. इस मामले की जांच में ED अब तक 18,217.27 करोड़ रुपये की परिसंपत्तियां जब्त कर चुकी है.
ये भी पढ़ें: