
भारतीय शेयर बाजार (Share Market) और इसके दिग्गज निवेशकों की बात होती है, तो दिवंगत राकेश झुनझुनवाला (Rakesh Jhunjhunwala) का जिक्र न हो ऐसा कैसे हो सकता है. उन्हें शेयर मार्केट का बिग बुल (Big Bull) कहा जाता था और कहा भी क्यों न जाए, आखिरकार उनका सफर ही इतना दिलचस्प रहा है. राकेश झुनझुनवाला ने महज 5,000 रुपये के साथ मार्केट में एंट्री ली थी और 50,000 करोड़ का विशाल साम्राज्य स्थापित कर दिया.
शेयर बाजार के सक्सेसफुल निवेशक
शेयर बाजार के सबसे सक्सेस की बात होती है, तो उसमें राकेश झुनझुवाला (Rakesh Jhunjhunwala) को शामिल किया ही जाता है. 80 के दशक में झुनझुनवाला ने Stock Market में एंट्री मारी थी. उस समय उनके हाथ में महज 5,000 रुपये थे और इस छोटी सी रकम को उन्होंने दलाल स्ट्रीट पर पूरी जांच-परख के बाद ऐसे शेयरों में निवेश किया, जिनके जरिए उनकी शेयर बाजार में रफ्तार पकड़ने का राह आसान हुई.
झुनझुनवाला ने जब कमाया पहला मुनाफा
साल 1985 में शेयर मार्केट में कदम रखने वाले राकेश झुनझुनवाला ने अपना शुरुआती बड़ा मुनाफा रतन टाटा (Ratan Tata) की टाटा टी के शेयर (Tata Tea Share) बेचकर कमाया था. उन्होंने तब टाटा टी के पांच हजार रुपये के शेयर 43 रुपये के भाव पर खरीदे थे. अगले तीन महीने में ही शेयर का भाव चढ़कर 143 रुपये हो गया. इन्हें बेचकर तब उन्होंने अपनी पहली मोटी कमाई की थी.
शेयरों को चुनने का तरीखा था खास
धीरे-धीरे उन्हें शेयर बाजार की सभी बारीकियों का ज्ञान हो गया और वे शेयरों की खरीद-फरोख्त के इस कारोबार में बिग बुल बन गए. यहां तक कि राकेश झुनझुनवाला को भारत का वॉरेन बफे तक कहा जाने लगा. शेयर बाजार में नए निवेशकों के दिवंगत बिग बुल किसी प्रेरणा से कम नहीं हैं, मुनाफे वाला शेयर चुनने का उनका तरीका भी खास था, जिसके बारे में वे अक्सर जिक्र करते रहते थे. राकेश झुनझुनवाला कहते थे- 'मैं सबसे पहले भाव देखता हूं, उसके बाद कंपनी का फंडामेंटल देखता हूं और फिर कंपनी के फ्यूचर ग्रोथ को देखता हूं.' इन बातों का ध्यान रखकर राकेश झुनझुनवाला ने शेयर बाजार में अपनी कामयाबी के झंडे गाड़े थे.
बचपन से ही शेयर बाजार में रुचि
दिवंगत निवेशक राकेश झुनझुनवाला को बचपन से ही शेयर बाजार में रुचि रही, दरअसल उनके पिता टैक्स डिपार्टमेंट में अफसर थे और शेयर मार्केट के बारे में घर में चर्चाएं करते रहते थे, जिन्हें बचपन से ही राकेश झुनझुवाला सुनते आ रहे थे. पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने चार्टर्ड अकाउंटेंट की नौकरी शुरू की, लेकिन उनकी नजर शेयर बाजार पर ही थी और 1985 में 5,000 रुपये लेकर बाजार की राह पकड़ी. शुरुआती दौर में उन्होंने ब्लू चिप कंपनियों के शेयरों में जबरदस्त तरीके से निवेश किया, जिससे उनकी नेटवर्थ में खासा इजाफा हुआ.
1985 में शुरू सफर 2022 में खत्म
5 जुलाई 1960 को जन्मे और 1985 में शेयर बाजार में दस्तक देने वाले राकेश झुनझुनवाला का सफर बीते साल 14 अगस्त 2022 को खत्म हो गया. जब उनका निधन हुआ था, तो उनकी कुल नेटवर्थ 5.8 बिलियन डॉलर या करीब 48,000 करोड़ रुपये थी. Rakesh Jhunjhunwala के निधन के बाद उनके पोर्टफोलियो को पत्नी रेखा झुनझुनवाला मैनेज कर रही हैं. फोर्ब्स की इंडियन बिलेनियर्स लिस्ट में भी Rekha Jhunjhunwala शामिल हैं.