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Share Market Crashed Today: आज फिर शेयर बाजार में इतनी बड़ी गिरावट, निवेशकों में कोहराम

निफ्टी ने पिछले साल 18 अक्टूबर को अपना ऑल टाइम हाई छुआ था. उस दिन के कारोबार में यह 18,600 अंक के पार निकलने में कामयाब हुआ था. तब से अभी की तुलना करें तो इस इंडेक्स में 15 फीसदी से भी ज्यादा की गिरावट आ चुकी है. बिकवाली के इस दौर में टेक शेयरों का ज्यादा ही बुरा हाल है.

कंगाल हो गए इन्वेस्टर्स कंगाल हो गए इन्वेस्टर्स
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 19 मई 2022,
  • अपडेटेड 5:32 PM IST
  • 7 महीने में 15 फीसदी से ज्यादा गिरा निफ्टी
  • आज इन्वेस्टर्स के डूबे 6 लाख करोड़ रुपये

पिछले साल अक्टूबर में ऑल टाइम हाई (All Time High) छूने के बाद शेयर बाजार (Share Market) में बिकवाली का दौर जारी है. तब से अब तक घरेलू शेयर बाजार 15 फीसदी से ज्यादा टूट चुके हैं. पिछले सप्ताह से तो गुरुवार का दिन बाजार के लिए डरावना (Black Thursday) साबित हो रहा है. आज लगातार दूसरा गुरुवार ऐसा है, जब बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) और एनएसई निफ्टी (NSE Nifty) दोनों ने इन्वेस्टर्स को तगड़ा झटका दिया है. भारी बिकवाली के प्रेशर में आज के कारोबार में सेंसेक्स 1,540 अंक तक टूट गया.

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पूरे दिन रेड जोन में रहा बाजार

आज बाजार ने कारोबार की शुरुआत ही भारी नुकसान के साथ की. प्री-ओपन में ही सेंसेक्स 1,500 अंक गिरा हुआ था. जब बाजार खुला तब नुकसान कुछ कम हुआ और सेंसेक्स करीब 950 अंक की गिरावट में रहा. पूरे दिन बाजार पर बिकवाली का जबरदस्त प्रेशर हावी रहा. इस दौरान सेंसेक्स एक समय करीब 1,540 अंक गिरकर 52,669.51 अंक पर आ गया. अंत में सेंसेक्स 1,416.30 अंक यानी 2.61 फीसदी के नुकसान के साथ 52,792.23 अंक पर बंद हुआ. निफ्टी भी 430.90 अंक (2.65 फीसदी) की बड़ी गिरावट के साथ 15,829.05 अंक पर रहा.

ऑल टाइम हाई से इतना गिरा मार्केट

निफ्टी ने पिछले साल 18 अक्टूबर को अपना ऑल टाइम हाई छुआ था. उस दिन के कारोबार में यह 18,600 अंक के पार निकलने में कामयाब हुआ था. तब से अभी की तुलना करें तो इस इंडेक्स में 15 फीसदी से भी ज्यादा की गिरावट आ चुकी है. बिकवाली के इस दौर में टेक शेयरों का ज्यादा ही बुरा हाल है. आज के कारोबार में टेक शेयर 6 फीसदी तक टूटे हुए हैं. चौतरफा हो रही बिकवाली का आलम ऐसा रहा कि सेंसेक्स की 30 कंपनियों में से महज 2 के शेयर ग्रीन जोन में रह पाए. आईटीसी के शेयर सबसे ज्यादा 3.53 फीसदी की बढ़त में रहे.

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पिछले गुरुवार को भी हुआ था ऐसा हाल

इससे पहले पिछले सप्ताह गुरुवार को भी सेंसेक्स और निफ्टी में 2-2 फीसदी से ज्यादा की गिरावट आई. आज की भारी गिरावट के कारण बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों का एमकैप 255.77 लाख करोड़ रुपये से कम होकर 249.70 लाख करोड़ रुपये के पास आ गया. इस तरह एक झटके में इन्वेस्टर्स के 6 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा डूब गए. पिछले गुरुवार को बाजार में इन्वेस्टर्स के करीब 4 लाख करोड़ रुपये स्वाहा हुए थे.

इन्वेस्टर्स को डरा रहे ये फैक्टर्स

इन्वेस्टर्स को अभी महंगाई, कमजोर रुपया, महंगे होते कर्ज, मंदी की आशंका जैसे फैक्टर्स प्रभावित कर रहे हैं. अमेरिका में महंगाई के ताजा आंकड़ों के अनुसार, अप्रैल महीने में खुदरा महंगाई मार्च के 8.5 फीसदी से कम होकर 8.3 फीसदी पर आ गई है. हालांकि यह 8.1 फीसदी के अनुमान से ज्यादा है और करीब 3 दशक के हाई पर है. अमेरिकी करेंसी डॉलर लगातार मजबूत हो रहा है. इसके कारण रुपये में गिरावट आ रही है. सिर्फ इस साल रुपया अब तक करीब 4 फीसदी कमजोर हो चुका है. कई एनालिस्ट इस साल के अंत तक या अगले साल की शुरुआत तक मंदी आने की आशंका जता रहे हैं. इस कारण इन्वेस्टर्स बाजार से पैसे निकालकर कैश जमा कर रहे हैं.

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ग्लोबल मार्केट में भी मचा है हाहाकार

इनके अलावा कमजोर ग्लोबल ट्रेंड (Weak Global Cues) से भी बाजार पर असर पड़ रहा है. अमेरिकी बाजार में कल करीब दो साल की सबसे बड़ी गिरावट देखने को मिली थी. डाउ जोन्स इंडस्ट्रियल एवरेज 3.2 फीसदी की गिरावट में रहा. एसएंडपी500 में 3.6 फीसदी और Nasdaq Composite Index में 4.3 फीसदी की गिरावट देखने को मिली. इसके बाद आज एशियाई बाजार भी नुकसान में रहे. जापान का निक्की 1.75 फीसदी गिरकर बंद हुआ तो हांगकांग का हैंगसेंग 2.25 फीसदी और दक्षिण कोरिया का कोस्पी 1.34 फीसदी के नुकसान में रहा. फॉरेन पोर्टफोलियो इन्वेस्टर्स पिछले कुछ महीनों से भारतीय बाजार में बिकवाल बने हुए हैं. एफपीआई इस महीने अब तक भारतीय बाजार से करीब 40 हजार करोड़ रुपये निकाल चुके हैं.

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