
Share Market Update: विदेशी निवेशकों (FPI) ने करीब तीन महीने बाद फिर से भारतीय बाजार (Indian Share Market) का रुख किया है. एफपीआई की इस वापसी ने बाजार के माहौल को सुधार दिया और इसके दम पर सोमवार को घरेलू बाजार में एक फीसदी से ज्यादा की तेजी रही. एनएसई का निफ्टी इस बदले माहौल में फिर से 18 हजार अंक के स्तर को पार करने में सफल हो गया.
बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी प्री-ओपन सेशन से ही मजबूत दिख रहे थे. सेशन शुरू होने के कुछ ही मिनट बाद दोनों इंडेक्स करीब 0.70 फीसदी की तेजी में आ गए. जब बाजार बंद हुआ तो सेंसेक्स 650.98 अंक (1.09 फीसदी) चढ़कर 60,395.63 अंक पर बंद हुआ. निफ्टी 190.60 अंक (1.07 फीसदी) की बढ़त के साथ 18,003.30 अंक पर रहा.
इससे पहले पिछले सप्ताह के अंतिम दिन शुक्रवार को सेंसेक्स 142.81 अंक (0.24 फीसदी) की बढ़त के साथ 59,744.65 अंक पर और निफ्टी 66.80 अंक (0.38 फीसदी) चढ़कर 17,812.70 पर बंद हुआ था. पिछले सप्ताह के पांच सेशन में चार में बाजार में तेजी आई. सिर्फ एक दिन गुरुवार को बाजार गिरकर बंद हुआ था. गुरुवार को दोनों सूचकांक एक फीसदी से ज्यादा की गिरावट में बंद हुए थे.
एफपीआई करीब तीन महीने तक बिकवाल रहने के बाद वापस खरीदारी की राह पर लौट आए हैं. डिपॉजिटरी के आंकड़ों के अनुसार, जनवरी के पहले सप्ताह में एफपीआई ने भारतीय बाजार में 3,202 करोड़ रुपये की खरीदारी की. इससे पहले एफपीआई ने अक्टूबर से दिसंबर के दौरान घरेलू बाजार से 38,521 करोड़ रुपये निकाल लिए थे.
आज एशियाई बाजारों में गिरावट देखी गई. जापान का निक्की सार्वजनिक अवकाश के चलते बंद रहा. दूसरी ओर दक्षिण कोरिया के कोस्पी में एक फीसदी से ज्यादा की गिरावट रही. Kosdaq भी करीब एक फीसदी गिरकर बंद हुआ. दुनिया भर में कोरोना के मामलों में रिकॉर्ड तेजी आने का असर बाजार की धारणा पर पड़ रहा है. भारत में भी कोरोना के नए मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं. बाजार के ऊपर इसका प्रेशर देखने को मिल सकता है.
इस सप्ताह कई बड़ी कंपनियों के तिमाही परिणाम जारी होने वाले हैं. आईटी सेक्टर की दो दिग्गज कंपनियां TCS और इंफोसिस इस सप्ताह परिणाम जारी करने वाली हैं. इसके अलावा कुछ माइक्रोइकोनॉमिक डेटा भी इस सप्ताह जारी होंगे. आने वाले समय में बाजार को ये फैक्टर भी प्रभावित कर सकते हैं.