
शेयर बाजार (Share Market) के लिए आज इस साल का आखिरी ट्रेडिंग डे है. इसके बाद बाजार दो दिन बाद नए साल में खुलेगा. यह साल शेयर मार्केट के लिए ऐतिहासिक रहा है. अंत के दो-तीन महीनों के करेक्शन से पहले घरेलू बाजार (Indian Stock Market) ने अपने जीवन का हाई लेवल (All Time High) हासिल किया. इस साल मार्केट में करीब 24 फीसदी की तेजी आई है. एक्सपर्ट मानते हैं कि मार्केट का बुल रन (Share Market Bull Run) अभी खत्म नहीं हुआ है और नए साल में भी बाजार ऊपर की ओर उड़ान भरता रहेगा. बाजार के जानकारों (Market Experts) को 2022 में नए रिकॉर्ड बनने की उम्मीद है.
अक्टूबर में 18,500 के करीब पहुंचा निफ्टी
साल 2021 की शुरुआत निफ्टी (Nifty) ने 14 हजार के स्तर के नीचे से की और यह 17,500 अंक के आस-पास इसका समापन करने जा रहा है. अक्टूबर महीने में निफ्टी ने असंभव लगने वाले 18 हजार अंक के स्तर को भी हासिल किया. 18 अक्टूबर को तो यह 18,500 अंक के बेहद करीब पहुंच गया था. इस साल अभी तक निफ्टी 23.77 फीसदी की बढ़त में है. इस दौरान रिकॉर्ड आईपीओ (IPO) आए और इन्वेस्टर्स को कमाई करने के बंपर मौके मिले.
इस साल आईपीओ मार्केट भी बनाएगा नए रिकॉर्ड
सेबी के पास जमा हो रहे पेपर्स और कंपनियों की तैयारियों को देखें तो नए साल में आईपीओ मार्केट (IPO Market) 2021 के भी पार निकल जाने वाला है. इस साल करीब 70 आईपीओ को मिलाकर 1.25 लाख करोड़ रुपये कंपनियों ने ओपन मार्केट से जुटाए. अगले साल 100 से अधिक कंपनियां आईपीओ लाने जा रही हैं. इनमें एलआईसी (LIC IPO) का भारी-भरकम आईपीओ भी शामिल है. शुरुआती आकलन से पता चल रहा है कि इस साल ओपन मार्केट से कंपनियां दो लाख करोड़ रुपये से भी अधिक रकम जुटा सकती हैं.
सीएनआई रिसर्च को मुश्किल नहीं लगता 21 हजार का स्तर
सीएनआई रिसर्च (CNI Research) के किशोर ओस्तवाल (Kishore Ostwal) का मानना है कि 2022 में निफ्टी 21 हजार का नया रिकॉर्ड बना सकता है. उन्होंने कहा कि साल की शुरुआत भले ही ओमिक्रॉन के साये में हो रही है, लेकिन यह शॉर्ट टर्म रिस्क फैक्टर है. लॉन्ग टर्म में सुपर बजट, कंपनियों की उम्मीद से बेहतर तिमाही कमाई और जीडीपी ग्रोथ रेट (GDP Growth Rate) जैसे फैक्टर असर डालेंगे. इकोनॉमी को सहारा देने के लिए इस बार सरकार सुपर बजट ला सकती है. कंपनियों की तिमाही कमाई उम्मीद से बेहतर हो रही है. जीडीपी के कई इंडिकेटर प्री-कोविड लेवल को पार कर चुके हैं. इन सब फैक्टर को देखकर 21 हजार का स्तर मुश्किल नहीं लगता है.
मोतीलाल ओसवाल को 15 फीसदी तक रिटर्न की उम्मीद
ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल (Motilal Oswal) को निफ्टी से नए साल में 12 से 15 फीसदी तक रिटर्न की उम्मीद है. फर्म ने 2022 के आउटलुक को लेकर कहा है कि लॉन्ग टर्म के लिए लगभग सारे बड़े फैक्टर सपोर्टिव हैं. पाबंदियां हटने और ओपनिंग शुरू होने के बाद अर्थव्यवस्था लगातार मजबूत हो रही है. कई हाई फ्रीक्वेंसी इंडिकेटर कोविड से पहले के स्तर को पार कर चुके हैं. कंपनियों की अर्निंग सितंबर 2021 तिमाही के बाद उम्मीद से बेहतर है. कमॉडिटीज की बढ़ी लागत को लेकर कंपनियों ने दाम बढ़ाने का उपाय किया है. ये सब बाजार के लिए अच्छे संकेत हैं. मोतीलाल ओसवाल की राय में ओमिक्रॉन नियर टर्म रिस्क फैक्टर है. निकट भविष्य में ओमिक्रॉन और ग्लोबल मार्केट की चाल से बाजार कुछ वोलेटाइल रह सकता है, लेकिन लॉन्ग टर्म में बाजार को कॉरपोरेट अर्निंग और मैक्रो-इकोनॉमिक डेटा जैसे फैक्टर ही प्रभावित करेंगे.