
टीवी रियलटी शो Shark Tank India में इन दिनों शार्क की भूमिका में नजर आ रहे अश्नीर ग्रोवर (Ashneer Grover) की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं. कंपनी में वित्तीय गड़बड़ियों को लेकर चल रही जांच में जैसे-जैसे नए खुलासे हो रहे हैं, उससे BharatPe के को-फाउंडर और मैनेजिंग डायरेक्टर अश्नीर ग्रोवर के खिलाफ शिकंजा कसता नजर आ रहा है. हाल में उनका कोटक वेल्थ मैनेजमेंट (Kotak Wealth Management) के एक कर्मचारी को फोन पर गालियां देने का ऑडियो काफी वायरल हुआ था.
अब ताजा मामला रिस्क एडवाइजरी कंपनी अल्वारेज एंड मार्सल (Alvarez & Marsal) की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट में सामने आई जानकारियों का है. इससे पता चलता है कि ग्रोवर की पत्नी माधुरी जैन और उनके भाई (अश्नीर के साले) श्वेतांक जैन ने कंपनी में कई घोटाले किए. BharatPe ने कंपनी में गड़बड़ियों की जांच कराने के लिए ही अल्वारेज और मार्सल को नियुक्त किया है.
माधुरी का ‘पानीपत कनेक्शन’
अल्वारेज एंड मार्सल की प्रारंभिक रिपोर्ट मे कहा गया है कि कंपनी में फर्जी बिलों के माध्यम से कई गड़बड़ियां की गईं. इसमें माधुरी जैन और श्वेतांक जैन की संलिप्तता नजर आती है. रिपोर्ट में ‘पानीपत कनेक्शन’ (Panipat Connection) का भी जिक्र है. फर्जी बिलों में जितने भी वेंडर हैं वो सब पानीपत से हैं. अश्नीर ग्रोवर की पत्नी भी पानीपत से हैं.
इस रिपोर्ट में भारतपे के हेड ऑफिस पर अक्टूबर 2021 में मारे गए डायरेक्टरेट जनरल ऑफ जीएसटी इंटेलीजेंस (DGGI) के छापे का भी जिक्र है. तब डीजीजीआई ने कंपनी के ऑथराइज सिग्नेटरी को 1 नवंबर 2021 को उसके सामने पेश होने के लिए समन किया था. समन में कंपनी से परचेज बिल और इन वेंडर्स को पेमेंट करने हुआ है, ये दिखाने वाली बैंक स्टेटमेंट देने के लिए कहा गया था.
10.97 करोड़ के फर्जी बिल
रिपोर्ट में कहा गया है कि कंपनी में 10.97 करोड़ रुपये के फर्जी बिल लगाए गए. जबकि कुल 30 वेंडर्स को 53.25 करोड़ रुपये के पेमेंट की बात कही गई है.
नौकरी के नाम पर घोटाला
रिपोर्ट में BharatPe में नौकरी के नाम पर घोटाले करने की बात भी कही गई है. इसके हिसाब से कंपनी ने अलग-अलग कंसल्टेंट के माध्यम से कई लोगों को नौकरी पर रखा. इसके लिए उन कंपनियों को रिक्रूटमेंट फीस दी गई. रिपोर्ट में 5 सैंपल केस का उदाहरण दिया गया है कि नौकरी पर रखे गए एम्प्लॉइज ने उनकी कंपनी में ज्वॉइनिंग डेट कंफर्म की, इसका जिक्र कंसल्टेंट ने अपने बिल में किया, लेकिन बाद में कंपनी ने दिखाया कि इन एम्प्लॉइज को कंसल्टेंट के माध्यम से रिक्रूट ही नहीं किया गया. वही इन 5 मामलों में से 3 के बिल सीधे माधुरी के पास भेजे गए जिन्होंने उसे अकाउंट डिपार्टमेंट के पास भेज दिया.
खबरों के मुताबिक अभी तक कंपनी में से 15 पुराने कर्मचारियों को निकाला जा चुका है. इसमें माधुरी जैन भी शामिल हैं. हालांकि कंपनी की ओर से इसका खंडन किया गया है.
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