Advertisement

SJVN से NHPC तक... 'नवरत्न' बनीं ये 4 सरकारी कंपनियां, शेयर में तूफानी तेजी

Govt New Navaratna Firms : सरकार की ओर से SJVN, NHPC, Railtel और SECI को मिनिरत्न से नवरत्न कैटेगरी में शामिल किया है. इसके बाद सरकारी नवरत्न कंपनियों की संख्या बढ़कर 25 हो गई है. इसका असर आज कंपनियों के शेयरों पर दिख सकता है.

सरकार ने चार कंपनियों को मिनीरत्न से नवरत्न कैटेगरी में शामिल किया सरकार ने चार कंपनियों को मिनीरत्न से नवरत्न कैटेगरी में शामिल किया
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 02 सितंबर 2024,
  • अपडेटेड 9:41 AM IST

केंद्र सरकार की ओर से बीते हफ्ते 4 सरकारी कंपनियों को नवरत्न का दर्जा दिया गया है. ये कंपनियां लगातार प्रॉफिट गेन कर रही हैं और मिनीरत्न से नवरत्न कैटेगरी में आने के सभी मानकों को पूरा कर चुकी हैं. इसके बाद सरकारी नवरत्न कंपनियों की संख्या बढ़कर 25 हो गई है. इनमें रेलटेल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (RailTel), राष्ट्रीय जलविद्युत ऊर्जा निगम (NHPC), भारतीय सौर ऊर्जा निगम (SECI) और सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड (SJVN) शामिल हैं. इस खबर का असर सोमवार को कंपनियों के शेयरों पर दिखाई दिया और ये मार्केट खुलने के साथ ही तूफानी तेजी से भागते हुए नजर आए. 

Advertisement

RailTel ने सालभर में पैसा किया दोगुना
सबसे पहले बात करते हैं भारतीय रेलवे से जुड़ी कंपनी रेलटेल कॉरपोरेशन इंडिया लिमिटेड की, तो बता दें कि 26 सितंबर 2000 में स्थापित Railtel Corp का शेयर अपने निवेशकों के लिए मल्टीबैगर (Multibagger Stock) बनकर उभरा है. महज एक साल में ही इस स्टॉक में पैसे लगाने वाले निवेशकों की रकम दोगुनी से ज्यादा हो गई है. बीते 4 सितंबर 2023 को Railtel Share की कीमत 231.65 रुपये थी, जो कि बीते शुक्रवार को 490 रुपये पर पहुंच गई. इस हिसाब से निवेशकों को 111 फीसदी से ज्यादा का रिटर्न हासिल हुआ है. कंपनी का मार्केट कैप 15750 करोड़ रुपये हो गया है. इस शेयर में सप्ताह के पहले दिन जबर्दस्त तेजी देखने को मिल रही है. रेलटेल शेयर 4% से ज्यादा की तेजी के साथ 512 रुपये पर ओपन हुआ और फिर रफ्तार पकड़ते हुए 516 रुपये पर जा पहुंचा. 

Advertisement

NPHC ने पांच साल में किया कमाल
वित्त मंत्रालय के डिपार्टमेंट ऑफ पब्लिक एंटरप्राइजेज (DPE) ने जिस दूसरी कंपनी को नवरत्न का दर्जा दिया है, वो है राष्ट्रीय जलविद्युत ऊर्जा निगम (NHPC) और ये कंपनी भी अपने निवेशकों के लिए फायदे का सौदा साबित हुई है. NHPC Share की परफॉर्मेंस पर नजर डालें, तो बीते शुक्रवार को ये स्टॉक 2.24 फीसदी चढ़कर 97.15 रुपये पर क्लोज हुआ था. इस PSU Stock ने बीते पांच साल में 303.95 फीसदी का मल्टीबैगर रिटर्न देते हुए निवेशकों की रकम को चार गुना कर दिया है. 6 सितंबर 2019 को एक शेयर की कीमत महज 24.05 रुपये थी, जिसमें 73.10 रुपये का उछाल आया है. इसका मार्केट कैप 96600 करोड़ रुपये है. NHPC Ltd Share के शेयर पर भी नवरत्न का दर्जा मिलने का असर साफ दिखाई दिया और सोमवार को मार्केट खुलने के साथ ही इसका भाव 100 रुपये के पार निकल गया, ये सरकारी स्टॉक 3 फीसदी की तेजी के साथ कारोबार कर रहा है. 

SJVN भी बनी फायदे का सौदा
केंद्र की ओर से नवरत्न कंपनी का दर्जा हासिल करने वाली अगली सरकारी कंपनी है सतलुज जल विद्युत निगम लिमिटेड यानी SJVN Ltd है. इसकी मार्केट वैल्यू 5243 करोड़ रुपये है और इसका शेयर भी अपने निवेशकों के लिए फायदे का सौदा साबित हुआ है. SJVN Share की कीमत में महज एक साल में 104.69 फीसदी की तेजी आई है और इसका भाव 4 सितंबर 2023 के 65 रुपये से बढ़कर 133.05 रुपये पर पहुंच गया है. वहीं पांच साल में इन्वेस्टर्स की रकम पांच गुना हो गई है. 6 सितंबर 2019 को एक शेयर 25 रुपये का था, जिसमें इस अवधि में 107.70 रुपये का इजाफा हुआ है. 

Advertisement

SECI का कारोबार बढ़ा   
सरकार की ओर से सोलर एनर्जी कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड (SECI) को भी नवरत्न का दर्जा दिया है. वित्त मंत्रालय के मुताबिक इस सरकारी कंपनी भारत में 69.25 गीगावॉट उत्पादन की क्षमता है और यह हर साल 42 अरब यूनिट से ऊपर का बिजनेस करती है. कंपनी ने पिछले वर्ष की तुलना में 20.85 फीसदी की बढ़त दर्ज करते हुए 13,118.68 करोड़ रुपये का सालाना कारोबार किया और FY24 में 34.89 फीसदी की बढ़त दर्ज करते हुए 510.92 करोड़ रुपये का प्रॉफिट कमाया है. एसजेवीएन शेयर ने भी सप्ताह के पहले कारोबारी दिन करीब 3 फीसदी से ज्यादा चढ़कर 140 रुपये पर कारोबार शुरू किया. 

नवरत्न बनने के लिए मानक और इसके फायदे
यहां ये जान लेना जरूरी है कि आखिर नवरत्न कंपनी बनने के लिए क्या मानक तय हैं और इसके क्या फायदे होते हैं. तो बता दें कि मिनिरत्न PSU को ये दर्जा दिया जाता है. इसके लिए कंपनी को लगातार 3 सालों तक 5000 करोड़ रुपये का नेट प्रॉफिट भी दर्ज करना होता है. इसके साथ ही इस अवधि में 25 हजार करोड़ रुपये से ज्यादा का औसत सालाना कारोबार करना होता है. Navratna दर्जा मिलने के बाद इन कंपनियों को बिना सरकारी मंजूरी के 1000 करोड़ रुपये तक निवेश की छूट होती है और ये कंपनियां अपनी कुल संपत्ति का 15 फीसदी तक हिस्सा निवेश करने के लिए फ्री होती है.

Advertisement

(नोट- शेयर बाजार में किसी भी तरह के निवेश से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें.)

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement