
शेयर बाजारों (Share Market) की हालिया गिरावट का आईपीओ मार्केट (IPO Market) पर कोई असर नहीं हुआ है. एक के बाद एक कर कंपनियां आईपीओ पेश किए जा रही हैं. अब ओपन मार्केट से पैसा जुटाने जा रही कंपनियों की लिस्ट में स्नैपडील (Snapdeal IPO) का भी नाम जुड़ने जा रहा है. कंपनी जल्दी ही आईपीओ लेकर आ रही है, जिससे 1,250 करोड़ रुपये तक जुटाने की योजना है.
आईपीओ में फ्रेश इश्यू और ओएफएस दोनों शामिल
स्नैपडील ने अपने प्रस्तावित आईपीओ को लेकर सेबी (SEBI) को जरूरी कागजात सौंप दिया है. ड्राफ्ट रेड हेरिंग प्रोस्पेक्टस (DRHP) के अनुसार, प्रस्तावित स्नैपडील आईपीओ में इक्विटी शेयरों का फ्रेश इश्यू (Fresh Issue) और ऑफर फोर सेल (OFS) दोनों शामिल होंगे. कंपनी की योजना 1,250 करोड़ रुपये के फ्रेश इक्विटी शेयर इश्यू करने और 3.07 करोड़ इक्विटी शेयरों का ओएफएस लाने की है.
अपनी हिस्सेदारी नहीं घटा रहे हैं फाउंडर्स
कंपनियां मौजूदा इन्वेस्टर्स (Investors) और प्रमोटर्स (Promoters) की हिस्सेदारी कम करने के लिए ओएफएस लाती हैं. हालांकि इस आईपीओ में स्नैपडील के फाउंडर (Snapdeal Founder) कुनाल बहल और रोहित बंसल अपने शेयर कम नहीं करने वाले हैं. इसमें स्नैपडील के स्टारफिश, वंडरफुल स्टार्स, ओंटारियो टीचर्स पेंशन प्लान बोर्ड, केनेथ स्टुअर्ट ग्लास, मिरियड ऑपरच्यूनिटीज मास्टर फंड, लॉरेन्ट एमोयुअल, माइलस्टोन ट्रस्टीशिप सर्विसेज जैसे इन्वेस्टर अपनी हिस्सेदारी कम करने वाले हैं.
आईपीओ से मिले फंड का यहां होगा इस्तेमाल
सेबी को सौंपे दस्तावेज में स्नैपडील ने बताया है कि प्रस्तावित आईपीओ में एक्सिस कैपिटल, बोफा सिक्योरिटीज इंडिया, सीएलएसए इंडिया और जेएम फाइनेंशियल इश्यू मैनेजर होंगी. कंपनी ने कहा है कि आईपीओ से जुटाए गए फंड से वह ग्रोथ के अलावा लॉजिस्टिक्स और टेक इंफ्रा की जरूरतों को पूरा करेगी.
छोटे शहरों से मिलते हैं ज्यादातर ऑर्डर
स्नैपडील मेट्रो शहरों के बजाय छोटे बाजारों पर फोकस करने वाली ई-कॉमर्स कंपनी है. स्नैपडील के प्लेटफॉर्म पर ज्यादातर ऐसे प्रोडक्ट बिकते हैं, जो 1000 रुपये के दायरे में होते हैं. इस कारण कंपनी को ज्यादातर ऑर्डर छोटे शहरों से मिलते हैं.