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मकर संक्रांति तक बेहतरीन मौका, महज 4,736 रुपये में खरीदें सरकार से सोना

Sovereign Gold Bond Scheme के तहत आप न्यूनतम 1 ग्राम सोने की खरीदारी कर सकते हैं. वहीं, व्यक्तिगत निवेशक और HUF किसी एक वित्त वर्ष में अधिकतम 4 किलोग्राम सोना खरीद सकते हैं.

SGB की यह नौवीं सीरीज है SGB की यह नौवीं सीरीज है
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 10 जनवरी 2022,
  • अपडेटेड 1:11 PM IST
  • निवेश के लिहाज से Gold Bond ज्यादा मुफीद
  • एक ग्राम Gold की भी कर सकते हैं खरीदारी

Gold की खरीददारी को भारत में काफी शुभ माना जाता है. दूसरी ओर, लोग इसे निवेश के एक प्रमुख इंस्ट्रुमेंट के तौर पर भी देखते हैं. यही वजह है कि Gold को सेफ एसेट माना जाता है. किसी भी उथल-पुथल वाली परिस्थिति में सोने के भाव में वृद्धि देखी जाती है. हालांकि, अगर आप केवल निवेश के उद्देश्य से Gold खरीदना चाहते हैं तो आपके लिए बढ़िया मौका है. Sovereign Gold Bond Scheme (SGB) की नौवीं सीरीज आज (सोमवार) से सब्सक्रिप्शन के लिए खुल रही है. इस बॉन्ड को आज से पांच दिन तक यानी 14 जनवरी 2022 तक सब्सक्राइब किया जा सकता है.

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कीमत (SGB Price)

भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने एक बयान जारी कर बताया है कि इस सीरीज के लिए SGB Price 4,786 रुपये प्रति 10 ग्राम तय किया गया है. केंद्रीय बैंक ने यह भी बताया है कि इस बॉन्ड को ऑनलाइन सब्सक्राइब करने वालों को 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट मिलेगी. इसका मतलब है कि अगर आप ऑनलाइन SGB को सब्सक्राइब करते हैं और ऑनलाइन पेमेंट करते हैं तो आपको 4,736 रुपये प्रति ग्राम की दर से भुगतान करना होगा. 

फिजिकल गोल्ड से ऐसे बेहतर होता है बॉन्ड

फाइनेंशियल प्लानर की मानें तो इंवेस्टमेंट के लिए फिजिकल गोल्ड की खरीददारी की जगह गोल्ड बॉन्ड की खरीददारी काफी फायदे का सौदा होता है. इसके मुख्य कारण इस प्रकार हैंः

1. सस्ताः गोल्ड ज्वेलरी की खरीद पर आपको मेकिंग चार्ज और 3% की दर से जीएसटी का भुगतान करना होता है. गोल्ड बॉन्ड खरीदने पर आपका यह खर्च बच जाता है.

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2. रखरखाव पर कोई खर्च नहींः सोने के गहनों की सुरक्षा चिंता का कारण बन जाती है. ऐसे में या तो आप घर में कैमरे या लॉकर लगवाते हैं या फिर बैंक के लॉकर में रखते हैं, ऐसे में आपको हर साल एक निश्चित रकम देनी पड़ती है. गोल्ड बॉन्ड में आपका यह खर्च भी बच जाता है.

3. ब्याजः सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड की मेच्योरिटी अवधि 8 साल होती है. इस अवधि में आपको आपके निवेश पर 2.50 प्रतिशत की सालाना दर से निश्चित ब्याज मिलता है. 

4. सुरक्षाः गोल्ड बॉन्ड को सरकार की ओर से आरबीआई जारी करता है, इसलिए आपको इसकी सिक्योरिटी को लेकर किसी तरह की चिंता करने की जरूरत नहीं होती. दूसरी ओर, फिजिकल गोल्ड में शुद्धता को लेकर लोगों को काफी टेंशन रहती है.

ऐसे तय होती है कीमत

Sovereign Gold Bond Scheme की हर सीरीज के लिए कीमतों के निर्धारण का तरीका काफी सरल है. इंडिया बुलियन एंड ज्वेलर्स एसोसिएशन (IBJA) द्वारा जारी किए जाने वाले 999 शुद्धता वाले सोने के 3 दिन के बंद भाव के सामान्य औसत के हिसाब से कीमतों का निर्धारण होता है. आरबीआई ने बताया है कि SGB के लिए सब्सक्रिप्शन की शुरुआत से पहले की तीन कारोबारी सत्र के दाम के औसत के आधार पर कीमतें तय की जाती हैं.

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कर सकते हैं इतनी खरीददारी

Sovereign Gold Bond Scheme के तहत आप न्यूनतम 1 ग्राम सोने की खरीदारी कर सकते हैं. वहीं, व्यक्तिगत निवेशक और HUF किसी एक वित्त वर्ष में अधिकतम 4 किलोग्राम सोना खरीद सकते हैं. वहीं ट्रस्ट और इस तरह के अन्य संगठन अधिकतम 20 किलोग्राम सोना खरीद सकते हैं.

 

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