Advertisement

कोरोना इम्पैक्ट: स्पाइसजेट ने कर्मचारियों की 50 फीसदी तक सैलरी रोकी 

स्पाइसजेट ने पायलट और केबिन क्रू के अप्रैल के वेतन में 10 से 50 फीसदी तक हिस्सा रोक दिया है और उसे बाद में देने को कहा है. कोरोना वायरस की दूसरी लहर की वजह से ऐसा किया गया है और कंपनी ने कहा है कि वह यह हिस्सा बाद में देगी.

स्पाइसजेट के कर्मचारियों को नहीं मिली पूरी सैलरी (फाइल फोटो) स्पाइसजेट के कर्मचारियों को नहीं मिली पूरी सैलरी (फाइल फोटो)
aajtak.in
  • नई दिल्ली ,
  • 02 मई 2021,
  • अपडेटेड 10:48 AM IST
  • एविएशन सेक्टर पर कोरोना का कहर
  • कंपनी ने मजबूरी में उठाया कदम बताया

कोरोना का कहर अब कॉरपोरेट सेक्टर की नौकरियों पर आता दिख रहा है. देश की दिग्गज एयरलाइन स्पाइसजेट ने अपने कर्मचारियों की अप्रैल महीने की 10 से 50 फीसदी सैलरी रोक ली है.

न्यूज एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से खबर दी है कि कोरोना वायरस की दूसरी लहर की वजह से ऐसा किया गया है और कंपनी ने कहा है कि वह यह हिस्सा बाद में देगी. स्पाइसजेट ने पायलट और केबिन क्रू के अप्रैल के वेतन में 10 से 50 फीसदी तक हिस्सा रोक दिया है और उसे बाद में देने को कहा है. 

Advertisement

CMD ने नहीं ली कोई सैलरी 

एयरलाइन ने कहा कि खुद स्पाइसजेट के चेयरपर्सन और मैनेजिंग डायरेक्टर (CMD) अजय सिंह ने अप्रैल में कोई सैलरी नहीं लिया. गौरतलब है कि एविएशन सेक्टर कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित सेक्टर्स में से है. कोरोना के पहले दौर में ही एविएशन सेक्टर को भारी नुकसान हुआ था. अब कोरोना की दूसरी लहर ने तो इस सेक्टर की कमर ही तोड़ दी है. कोरोना की वजह से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर तो रोक है ही, घरेलू उड़ानें भी काफी सीमित हो गई हैं. 

क्या कहा कंपनी ने 

कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, 'कर्मचारियों के वेतन में कटौती नहीं की जा रही. काफी विपरीत परिस्थितियों की वजह से हम कुछ कर्मचारियों के वेतन को टालने पर मजबूर हो रहे हैं.'

एयरलाइन का कहना है कि निचले तबके के कर्मचारियों सहित उसके ज्यादातर कर्मचारियों पर इसका असर नहीं है और उन्हें पूरी सैलरी मिलेगी.' प्रवक्ता ने कहा, 'सीएमडी ने अपनी पूरी सैलरी छोड़ देने का निर्णय लिया है. यह एक अस्थायी कदम है और हालात सुधरने के बाद कर्मचारियों की अप्रैल महीने की बकाया सैलरी पूरी तरह से दी जाएगी.' 

Advertisement


 

 

Read more!
Advertisement

RECOMMENDED

Advertisement