
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण देश का आगामी बजट 2025 पेश करने वाली हैं, जिसमें आम लोगों के लिए भी कई बड़े ऐलान हो सकते हैं. खासकर टैक्स और इंश्योरेंस को लेकर सरकार कुछ अलग कर सकती है. ऐसे ही शेयर बाजार को भी बजट से खास उम्मीद है.
पिछली बार जब बजट में शॉर्ट टर्म और लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स बढ़ाया गया था तो शेयर बाजार में भारी गिरावट आई थी. लेकिन अगर इस बार कुछ टैक्स को घटाकर निवेशकों को राहत दी जाती है तो मार्केट में अच्छी-खासी तेजी देखने को मिल सकती है.
दरअसल, बाजार में लगने वाले कुछ टैक्स की कटौती की बात इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि केंद्रीय बजट 2025 से पहले बाजार निवेशकों को सिक्योरिटी ट्रांजेक्शन टैक्स (STT) को समाप्त करने के मामले में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से कुछ राहत की उम्मीद है, जबकि वे लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन (LTCG) टैक्स के मामले में छूट सीमा बढ़ाने की भी उम्मीद कर रहे हैं, ताकि विदेशी निकासी के बीच रिटेल निवेशकों को राहत मिल सके.
क्या होता है STT और कितना लगता है?
केंद्रीय बजट 2024 में इक्विटी और इंडेक्स ट्रेडर्स के लिए STT को 0.01 प्रतिशत से बढ़ाकर 0.02 प्रतिशत कर दिया गया, जिससे बाजार निवेशकों पर बढ़ते टैक्स बोझ के बारे में चिंताएं बढ़ गई हैं. यह टैक्स भारतीय स्टॉक एक्सचेंजों पर कारोबार किए जाने वाले शेयरों और अन्य सिक्योरिटी की खरीद और बिक्री पर लगाया जाता है.
सीए सुरेश सुराणा ने कहा, 'कुछ उद्योग निकायों की ओर से भी एसटीटी को पूरी तरह समाप्त करने की मांग की गई है. उनका तर्क है कि एलटीसीजी टैक्स को 10 प्रतिशत से बढ़ाकर 12.5 प्रतिशत करने से निवेशकों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ा है.'
कितना लगता है लॉन्ग टर्म कैपिटल गेन टैक्स?
वर्तमान में, लिस्टेड शेयरों और इक्विटी म्यूचुअल फंड की बिक्री से 1.25 लाख रुपये से अधिक के प्रॉफिट पर LTCG टैक्स लागू है यानी 1.25 लाख तक के प्रॉफिट पर कोई टैक्स नहीं है. बजट 2024 में किए गए हालिया संशोधनों के बाद अब LTCG पर 12.5 प्रतिशत टैक्स लगाया जाता है. लेकिन एलटीसीजी के लिए सीमा को बढ़ाकर 2 लाख रुपये या उससे अधिक किए जाने की उम्मीद है. ऐसे में सरकार की ओर से यह भी बदलाव होता है तो शेयर बाजार का सेंटीमेंट पॉजिटिव होगा और बाजार में तेजी देखने को मिल सकती है.
इकोनॉमिक लॉज प्रैक्टिस के पार्टनर राहुल चरखा को उम्मीद है कि बजट 2025 में इक्विटी शेयरों की खरीद या बिक्री पर एसटीटी को खत्म कर दिया जा सकता है और एलटीसीजी टैक्स को भी पहले की तरह घटाकर 10 प्रतिशत किया जा सकता है. इसी तरह, स्टॉक्सबॉक्स के मनीष चौधरी को उम्मीद है कि इकोनॉमी के नजरिए से शेयर बाजार निवेशकों को राहत देने के लिए STCG, LTCG और STT टैक्स में कटौती की जा सकती है.
गौरतलब है कि अगर ये तीनों तरह के टैक्स बजट 2025 के दौरान कम किए जाते हैं तो निवेशकों का बाजार में निवेश करने का उत्साह और बढ़ सकता है और शेयर बाजार में शानदार तेजी देखने को मिल सकती है.
(नोट- यह एक जानकारी मात्र है, इसे निवेश की सलाह ना माना जाए. आजतक निवेश की सलाह नहीं देता है. कोई भी निवेश से पहले वित्तीय सलाहकार की मदद जरूर लें.)