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चंदा मामा अब अपने घर के... चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग, इन कंपनियों को मत भूलें... जिन्होंने आसान की राह!

चंद्रयान-3 (Chandrayaan-3) ने चंद्रमा के साउथ पोल पर सफल सॉफ्ट लैंडिंग करते हुए इतिहास रच दिया है. इसमें देश की कई कंपनियों ने अहम भूमिका निभाई है. रॉकेट इंजन और थ्रस्टर से लेकर अन्य कंपोनेंट्स का निर्माण इन कंपनियों द्वारा किया गया है. इनमें गोदरेज एयरोस्पेस, टाटा स्टील, एल एंड टी, बीएचईएल समेत अन्य कंपनियां शामिल हैं.

स्पेस सेक्टर से जुड़ी भारतीय कंपनियों के लिए मील का पत्थर साबित होगी चंद्रयान-3 मिशन की सफलता स्पेस सेक्टर से जुड़ी भारतीय कंपनियों के लिए मील का पत्थर साबित होगी चंद्रयान-3 मिशन की सफलता
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 23 अगस्त 2023,
  • अपडेटेड 6:37 PM IST

चंद्रयान-3 के विक्रम लैंडर (Chandrayaan Vikram Lander) के चंद्रमा की सतह पर उतरने के साथ ही भारत ने इतिहास रच दिया है. 14 जुलाई 2023 को आंध्रप्रदेश के श्रीहरिकोटा स्थित सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र से रवाना हुआ Chandrayaan-3 ने आज शाम 6.04 बजे चांद के साउथ पोल पर सफल सॉफ्ट लैंडिंग की है. इस ऐतिहासिक मिशन की सफलता पर उम्मीदें पूरे देश की लगी हुई थीं, इसके साथ ही चंद्रयान-3 में अपनी भूमिका निभाने वाली इस सेक्टर की भारतीय कंपनियों (Indian Space Sector Companies) के लिए भी इस मिशन की सफलता मील का पत्थर साबित हुई है. 

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इंजन-थ्रस्टर से लेकर तमाम कंपोनेंट बनाए 
देश की तमाम बड़ी कंपनियों ने चंद्रयान-3 के लॉन्च में अपनी अहम भूमिका निभाई है. रॉकेट इंजन और थ्रस्टर से लेकर अन्य कंपोनेंट्स का निर्माण इन कंपनियों द्वारा किया गया है. इनमें गोदरेज एयरोस्पेस, टाटा स्टील, एल एंड टी, बीएचईएल समेत अन्य कंपनियां शामिल हैं. स्पेस सेक्टर सर्विसेज के मामले में भारत फिलहाल पांचवें पायदान पर है और Chandrayaan-3 की सफलता का असर इस रैंकिंग पर भी पड़ेगा. आइए इस मिशन में अहम रोल निभाने वाली देश की 10 बड़ी कंपनियों और उनके द्वारा किस तरह का योगदान दिया गया है. 

Larsen and Toubro Ltd
इंजीनियरिंग एंड कंस्ट्रक्शन कंपनी लार्सन एंड टूब्रो की एयरोस्पेस यूनिट ने चंद्रयान-3 मिशन के लॉन्च व्हीकल के लिए जरूरी कंपोनेंट्स की सप्लाई की है. यान का Booster Segment इस कंपनी के द्वारा ही तैयार किया गया है. जिसमें हेड एंड सेगमेंट, मिडिल सेगमेंट और नोजल बकेटफ्लेंज शामिल हैं. चंद्रयान मिशन के लैंडिंग से पहले ही कंपनी के शेयरों में जोरदार तेजी देखने को मिलने लगी थी. बुधवार को Share Market में कारोबार खत्म होने पर कंपनी का शेयर 1.47 फीसदी चढ़कर 2718.10 रुपये के लेवल पर क्लोज हुआ. 

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Tata Steel
देश के सबसे पुराने कारोबारी घराने Tata Group की ओर से चंद्रयान-3 की सफल लॉन्चिंग में अहम भूमिका निभाई गई है. दरअसल, टाटा स्टील द्वारा तैयार की गई क्रेन (Crane) ने आंध्र प्रदेश के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र में लॉन्च वाहन LVM3 M4 (Fat Boy) को असेंबल करने में योगदान दिया है. बुधवार को कंपनी की ओर से जारी किए गए बयान में इस सहयोग का जिक्र किया गया है. बता दें टाटा स्टील ने इस क्रेन का निर्माण जमशेदपुर स्थित टाटा ग्रोथ शॉप (Tata Growth Shop) में किया गया था. मिशन मून (Mission Moon) की कामयाबी से पहले ही टाटा स्टील के शेयर 1.11 फीसदी चढ़कर 118.85 रुपये पर बंद हुए. 

BHEL
Chandrayaan-3 मिशन के लिए इसरो (ISRO) को बैट्री की सप्लाई भेल (BHEL) की ओर से की गई है. कंपनी की ओर से चंद्रयान के लिए बाई-मैटेलिक एडॉप्टर्स भी उपलब्ध कराए गए हैं. मिशन के सफल होने की उम्मीद के साथ इस सरकारी कंपनी के शेयरों में बीते 5 दिनों से उछाल देखने को मिल रहा है. हालांकि, बुधवार को इसके स्टॉक गिरावट के साथ बंद जरूर हुए हैं.

Godrej Aerospace
गोदरेज इंडस्ट्रीज की स्पेस सेक्टर में कार्यरत कंपनी गोदरेज एयरोस्पेस (Godrej Aerospace) ने  चंद्रयान-3 मिशन के लिए यान विकास इंजन, CE20 और सैटेलाइट थ्रस्टर्स (Satellite Thrusters) को गोदरेज एयरोस्पेस की मुंबई स्थित बिखरोली फैसिलिटी (Vikhroli facility) में तैयार किया गया है. इसके अलावा मिशन के कोर स्टेज के लिए L110 इंजन को भी गोदरेज कंपनी द्वारा ही बनाया गया है. 

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Ananth Technologies
इस मून मिशन के लिए ISRO को उपकरण और अन्य इक्विपमेंट्स सप्लाई करने वाली कंपनियों की लिस्ट में अनंत टेक्नोलॉजीज लिमिटेड (ATL) का नाम भी शामिल है. हैदराबाद हेडक्वार्टर वाली एटीएल कंपनी इसरो के लॉन्च व्हीकल, सैटेलाइट, अंतरिक्ष यान पेलोड और ग्राउंड सिस्टम के लिए विभिन्न इलेक्ट्रॉनिक्स के साथ-साथ यांत्रिक उप-प्रणालियों के निर्माण से जुड़ी है. 

Mishra Dhatu Nigam
मिश्र धातु निगम लिमिटेड ने इसरो को चंद्रयान-3 मिशन में इस्तेमाल होने वाले कई अहम मैटेरियल मुहैया कराए हैं. इनमें कोबाल्ड बेस एलॉयज, नकेल बेस एलॉयज, टाइटेनियम एलॉयज और स्पेशल स्टील्स शामिल है. गौरतलब है कि इन मैटेरियल्स का इस्तेमाल लॉन्च व्हीकल को तैयार करने में किया गया है. 

MTAR Technologies
चंद्रयान -3 मिशन में प्राइवेट सेक्टर की इस कंपनी ने इंजन और बूस्टर पंप्स सहित कई अहम कंपोनेंट उपलब्ध कराए हैं. इसके अलावा Ankit Aerospace कंपनी ने अलॉय स्टील, स्टेनलेस स्टील फास्टनर्स और खास तौर पर बनाए गए टाइटेनियम बोल्ट्स तैयार करके दिए हैं. वहीं लॉन्च व्हीकल में इस्तेमाल होने वाले बूस्टर सेगमेंट S200 को Walchandnagar Industries द्वारा तैयार करके इसरो तक पहुंचाए गए हैं. 

Hindustan Aeronautics Ltd
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) हेलीकॉप्टर मैन्युफैक्चरिंग और मेंटीनेंस से जुड़ी हुई बड़ी कंपनी है. पब्लिक सेक्टर की कंपनी ने नेशनल एयरोस्पेस लेबोरेटरीज (NAL) को मिशन के लिए उपयोगी कई जरूरी सामानों की सप्लाई की है. इस कंपनी के शेयरों में भी बुधवार को मिशन पूरा होने से पहले ही ताबड़तोड़ तेजी देखने को मिलने लगी थी. दिनभर के कारोबार के अंत में HAL Share 3.89 फीसदी चढ़कर 4,043 रुपये पर बंद हुए. 

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Paras Defence & Space Technologies
प्राइवेट सेक्टर की कंपनी पारस डिफेंस एंड स्पेस टेक्नोलॉजीज डिफेंस और स्पेस इंजीनियरिंग प्रोडक्ट्स और सॉल्यूशंस का डिजाइन, डेवलपमेंट, मेकिंग एंड टेस्टिंग के काम से जुड़ी हुई कंपनी है. चंद्रयान-3 मिशन के लिए ये कंपनी भी प्रमुख सप्लायर रही है. इसके शेयरों में बुधवार को आई तेजी चंद्रयान-3 मिशन की सफलता का संकेत देती हुई नजर आ रही थी. कारोबार खत्म होने पर कंपनी का स्टॉक 5.76 फीसदी की तेजी के साथ उछलकर 719.95 रुपये पर पहुंचकर बंद हुआ. 

Centum Electronics
जैसे पूरा देश Chandrayaan-3 मिशन की सफलता को लेकर उत्साह देखने को मिल रहा है, ठीक वैसा ही नजारा इस मून मिशन के लिए इलेक्ट्रीकल सिस्टम और क्रिटिकल कंपोनेंट का निर्माण करने वाली कंपनी सेंटम इलेक्ट्रॉनिक्स के शेयरों में भी दिख रहा है. कंपनी का शेयर बुधवार को 14.51 फीसदी की उछाल मारते हुए 1648 रुपये के लेवल पर पहुंच गया. 


 

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