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Tata ग्रुप तक पहुंची छंटनी की आंच... 3000 कर्मचारियों की जाएगी नौकरी!

Tata Steel Layoffs: टाटा ग्रुप की कंपनी अब 3000 कर्मचारियों को निकाल सकती है, क्‍योंकि यह अपने दो ब्‍लास्‍ट फर्नेस को बंद करने जा रही है.

Tata Group से होगी छंटनी! Tata Group से होगी छंटनी!
aajtak.in
  • नई दिल्‍ली ,
  • 19 जनवरी 2024,
  • अपडेटेड 11:21 AM IST

छंटनी की आंच अब टाटा ग्रुप (Tata Group) की कंपनी तक आ चुकी है. टाटा ग्रुप की दिग्‍गज कंपनी टाटा स्‍टील (Tata Steel) हजारों लोगों को नौकरी से निकालेगी, क्‍योंकि यूके में यह कंपनी दो ब्‍लास्‍ट फर्नेस को चलाने के लिए आर्थिक समस्‍या से गुजर रही है. ऐसे में यहां से 3000 हजार लोगों की छंटनी जल्‍द ही की जा सकती है. 

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टाटा स्‍टील यह छंटनी (Tata Steel Layoffs) अपनी यूके यूनिट में करने वाली है. एपी की रिपोर्ट के मुताबिक, टाटा स्‍टील अपने पोर्ट टालबोट स्टीलवर्क्स यूनिट में दो ब्‍लास्‍ट फर्नेस को बंद करने वाली है. यूके में टाटा की यह दोनों फर्नेस वेल्‍स में है. इन दोनों फर्नेस के बंद हो जाने के बाद करीब 3000 कर्मचारियों की नौकरी जाने का अनुमान है. 

इस दिन हो सकता है छंटनी का ऐलान 
कंपनी ने अभी तक अधिकारिक तौर पर स्‍पष्‍ट नहीं किया है. छंटनी के बारे में कंपनी की ओर से कोई जानकारी नहीं दी गई है. रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्कर्स यूनियन का भी इस छंटनी को लेकर कोई अधिकारिक बयान भी नहीं आया है. दावा है कि कंपनी अपने दो ब्‍लास्‍ट फर्नेस को बंद करने का ऐलान शुक्रवार यानी आज कर सकती है. इसके अलावा कंपनी की ओर से कर्मचारियों की छंटनी (Employees Layoffs) को लेकर भी जानकारी दी जाएगी. 

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टाटा स्‍टील क्‍यों बंद कर रहा ब्‍लास्‍ट फर्नेस 
टाटा ग्रुप की कंपनी ने अपने दोनों ब्‍लास्‍ट फार्नेस को बंद करने से पहले वर्कर्स यूनियन के साथ बैठक भी की है. इसके बाद यह नियर्ण लिया गया है. कंपनी को ग्रीनर मेटल प्रोडक्शन के ऑपरेशन को फाइनेंस करने में मुश्किलें आ रही हैं. परिचालन में होने वाली दिक्‍कतों के कारण हजारों कर्मचारियों की छंटनी संभव है; 

सरकार ने किया था सपोर्ट 
हालांकि कंपनी को सरकार की ओर से सपोर्ट मिलता रहा है. इसके परिचालन बनाए रखने और कर्मचारियों को छंटनी की मार से बचाए रखने के लिए ब्रिटेन सरकार की ओर से सरकारी मदद पहुंचाई जा रही थी. सरकार ने पिछले साल के अंत में यूनिट को 500 मिलियन पाउंड यानी करीब 5,300 करोड़ रुपये की मदद की थी.

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