
पिछले कुछ साल में आईटी सेक्टर (IT Sector) में हजारों कर्मचारियों की नौकरी गई है. नौकरी जाने पर कई कर्मचारियों (Employees) ने या तो दूसरी कंपनी ज्वाइन कर ली या फिर किसी ने अपना खुद का कारोबार शुरू किया, लेकिन टीसीएस की एक पूर्व कर्मचारी (TCS Ex Employees) ने कुछ ऐसा किया, जिसे जानकर आपके होश उड़ जाएंगे. जब कर्मचारी को पता चला कि उसे दोबारा नौकरी पर नहीं रखा जाएगा तो उसने कंपनी को फर्जी कॉल करके बम की धमकी (Bomb Threat) डे डाली. हालांकि बेंगलुरु पुलिस (Bengluru Police) ने कर्मचारी को गिरफ्तार कर लिया है.
पुलिस ने आरोपी की पहचान बी श्रुति शेट्टी के रूप में की है. ये कुछ महीने से टीसीएस के साथ काम कर रही थी और जब उसे पता चला कि टीसीएस उसे दोबारा नौकरी पर नहीं रखना चाहता है तो उसने फर्जी कॉल (Fake Call) करके कंपनी में वापस आने का फैसला किया. टीसीएस को बम की झूठी धमकी देने के बाद आरोपी को पुलिस ने 15 नवंबर को बेलगावी स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया.
बम की अफवाह से ऑफिस में मची दहशत
एक रिपोर्ट के मुताबिक, 14 नवंबर को शेट्टी ने टीसीएस के ट्रांसपोर्ट हेल्पडेस्क से संपर्क किया और कहा कि बेंगलुरु के ऑफिस में बम है. इस झूठी खबर से कर्मचारियों के बीच दहशत फैल गई. इसके बाद पुलिस को बुलाया गया. पुलिस ने जांच शुरू की और पूछताछ करने पर पता चला कि शेट्टी एक बीबीएम ग्रेजुएट है और एमबीए करने के लिए टीसीएस में अपने पद से इस्तीफा दे दिया था और इस बात से नाराज थी कि कंपनी ने उसे फिर से नौकरी पर रखने से इनकार कर दिया.
नशे में धुत होकर महिला ने की फर्जी कॉल
इसके बाद उसने दोबारा कंपनी में काम के लिए अप्लाई किया था, लेकिन फिर वह नौकरी पाने में असफल रही. पुलिस ने बताया कि नशे में धुत महिला ने धमकी देने के लिए कंपनी के बस ड्राइवर को एक फोन किया और उसके जरिए ऑफिस के साथ संपर्क किया. फर्जी कॉल करने के लिए उसने अपनी मां के फोन का इस्तेमाल किया था. उसके माता पिता का कहना है कि वह डिप्रेशन से गुजर रही है और इस कारण उसने ऐसा कदम उठाया है. हालांकि महिला अब जमानत पर बाहर है.
टीसीएस देगा 40 हजार फ्रेशर को नौकरी
गौरतलब है कि आईटी सेक्टर में 2021 से लेकर इस साल तक बड़े स्तर पर छंटनी हुई है. लाखों कर्मचारियों की नौकरी गई है. टीसीएस के साथ ही इंफोसिस और विप्रो जैसी कंपनियों ने भी कर्मचारियों को नौकरी से निकाला है. एक रिपोर्ट के मुताबिक, टीसीएस का प्लान वित्त वर्ष 2024 में 40 हजार फ्रेशर को नौकरी देने का है.