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UCO Bank CBI Raid: 820 करोड़ की गड़बड़ी... इस सरकारी बैंक के 67 ठिकानों पर CBI की रेड, 43 डिजिटल डिवाइस जब्त

CBI ने इस संदिग्ध IMPS Transactions को लेकर यूको बैंक और आईडीएफसी से संबंधित लगभग 130 दस्तावेजों के साथ ही 43 डिजिटल डिवाइस भी छापेमारी के दौरान जब्त की हैं. ये पूरा मामला 820 करोड़ रुपये के संदिग्ध ट्रांजैक्शंस से जुड़ा हुआ है.

यूको बैंक में 820 करोड़ रुपये के संदिग्ध आईएमपीएस ट्रांजैक्शन का है मामला यूको बैंक में 820 करोड़ रुपये के संदिग्ध आईएमपीएस ट्रांजैक्शन का है मामला
aajtak.in
  • नई दिल्ली,
  • 07 मार्च 2024,
  • अपडेटेड 5:10 PM IST

पब्लिक सेक्टर के UCO Bank को लेकर एक बड़ी खबर आई है. संदिग्ध IMPS ट्रांजेक्शन मामले में केंद्रीय जांच एजेंसी (CBI) दो राज्यों में 67 लोकेशंस पर छापेमारी की है. ये ट्रांजैक्शन 800 करोड़ रुपये से ज्यादा के हैं. छापेमारी के दौरान सीबीआई ने इन ठिकानों से कई महत्वपूर्ण दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस जब्त किए हैं. बीते साल नवंबर 2023 में इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई गई थी और जांच के बाद अब ये बड़ी छापेमारी की खबर आई है. 

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राजस्थान और महाराष्ट्र में की गई छापेमारी

CBI की ओर से ये छापेमारी बुधवार को राजस्थान और महाराष्ट्र में की गई थी. 820 करोड़ रुपये के संदिग्ध IMPS Transactions को लेकर यूको बैंक और आईडीएफसी से संबंधित लगभग 130 दस्तावेजों के साथ ही 43 डिजिटल डिवाइस भी छापेमारी के दौरान जब्त की हैं. इनमें 40 मोबाइल फोन, 2 हार्ड डिस्क और 1 इंटरनेट डोंगल समेत अन्य चीजें शामिल हैं. ये ट्रांजैक्शंस UCO Bank के अलग-अलग अकाउंट्स से किए गए थे. 

बीते साल 10-13 नवंबर के बीच लेन-देन

बिजनेस टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, यह मामला 8,53,049 से ज्यादा IMPS ट्रांजैक्शन से जुड़ा हुआ है, जिनके जरिए ये पैसे ट्रांसफर किए गए थे. ये सभी ट्रांजैक्शंस बीते साल 10 नवंबर से 13 नवंबर 2023 के बीच किए गए थे. इसमें बताया गया कि सात प्राइवेट बैंकों के 14,600 अकाउंट से गलत तरीके से यूको बैंक के 41,000 अकाउंट होल्डर्स के खातों में IMPS ट्रांजेक्शन किए गए थे. 

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IMPS ट्रांजैक्शंस क्या होता है? 

तत्काल भुगतान सेवा यानी IMPS दरअसल, बैंक की ओर से दी जाने वाली वो सर्विस होती है जिसके जरिए लोगों को इंटरनेट और फोन बैंकिंग के माध्यम से तुरंत पैसे ट्रांसफर करने की सुविधा मिलती है. रियल टाइम लेनदेन होने के कारण ज्यादातर लोग इस पेमेंट सर्विस का ही इस्तेमाल करते हैं. हालांकि इस सर्विस के जरिए रकम ट्रांसफर करने के लिए बैंक की ओर से एक लिमिट भी सेट की जाती है, जिससे ज्यादा रकम का लेन-देन नहीं होता है. 

बीते साल 13 ठिकानों पर हुई थी छापेमारी

सीबीआई के अधिकारियों की ओर से इस छापेमारी के संबंध में बताया गया कि बुधवार को राजस्थान और महाराष्ट्र में ये छापेमारी उन लोगों पर केंद्रित थी, जिन्होंने UCO Bank IMPS लेन-देन में पैसे प्राप्त किए और बैंक को वापस नहीं किए. सीबीआई प्रवक्ता की ओर से कहा गया कि इससे पहले दिसंबर 2023 में भी कोलकाता और मैंगलोर में निजी व्यक्तियों और यूको बैंक के अधिकारियों से जुड़े 13 ठिकानों पर छापेमारी की गई थी.

UCO Bank के शेयर पर असर
सरकारी बैंक के शेयरों पर सीबीआई की छापेमारी की इस खबर का असर पड़ा है. गुरुवार को यूको बैंक के शेयर (UCO Bank Share) शेयर बाजार (Share Market) में कारोबार की शुरुआत के साथ 58.90 रुपये पर ओपन हुए थे और बाजर बंद होने पर 2.48 फीसदी की गिरावट के साथ 57.10 रुपये पर क्लोज हुए. इस बैंकिंग शेयर का ऑल टाइम हाई लेवल 70.65 रुपये और लो-लेवल 22.25 रुपये है. 

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(नोट- शेयर बाजार में किसी भी निवेश से पहले अपने मार्केट एक्सपर्ट्स की सलाह जरूर लें.)

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